उत्तरकाशी अपडेट: राहत-बचाव कार्य जारी, 400 से ज्यादा लोग निकाले गए, लापता लोगों में सेना के 9 जवान शामिल, तलाश जारी
ITBP प्रवक्ता कमलेश कमल ने बताया कि आज सुबह तक 413 लोगों को सुरक्षित निकाला गया और सुबह से लेकर अभी 57 और लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। अभी सूचना मिली है कि 100 लोग और हैं जो फंसे हैं उनको भी हम शाम तक सुरक्षित निकाल लेंगे।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना के बाद हालात गंभीर बने हुए हैं। उत्तरकाशी पुलिस द्वारा दी गई आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, आपदा में अब तक 8 स्थानीय नागरिक, 2 नेपाली मूल के व्यक्ति और 9 सेना के जवान लापता होनें की पुष्टि हुई है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है, और सभी संबंधित एजेंसियां इस आपदा से निपटने में दिन-रात जुटी हुई हैं।
400 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया
ITBP प्रवक्ता कमलेश कमल ने कहा, "आज सुबह तक 413 लोगों को सुरक्षित निकाला गया और सुबह से लेकर अभी 57 और लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। अभी सूचना मिली है कि 100 लोग और हैं जो फंसे हैं उनको भी हम शाम तक सुरक्षित निकाल लेंगे। ऐसी हम उम्मीद कर रहे हैं। आज सुबह हमने 1 शव बरामद किया है।”
आपदा स्थल पर सभी एजेंसियां जुटीं
हर्षिल और धराली क्षेत्र में राहत और बचाव कार्यों में पुलिस, सेना, ITBP, NDRF, SDRF, फायर ब्रिगेड, राजस्व विभाग समेत सभी आपदा प्रबंधन टीमें सक्रिय हैं। एक स्थानीय व्यक्ति का शव बरामद किया गया है, जबकि अन्य लापता लोगों की तलाश जारी है।
रास्ते बंद, हेली सेवा से रवाना हुए अधिकारी
गंगनानी के पास सड़कों के बाधित होने की वजह से जिलाधिकारी उत्तरकाशी प्रशांत आर्य और पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल ने हेलीपैड से हर्षिल-धराली क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया। दोनों वरिष्ठ अधिकारी प्रभावित क्षेत्र की स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं और जरूरी निर्देश मौके से ही दे रहे हैं।
अस्थायी पुल बनाया गया
हर्षिल क्षेत्र में लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एक अस्थायी पुल का निर्माण किया गया है, जिससे प्रभावित इलाकों में पहुंचना आसान हुआ है और राहत कार्यों में तेजी आई है। अब भी कई जगह राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हैं, जिससे बचाव दलों को पहुंचने में समय लग रहा है।
अतिरिक्त राहत दलों को भेजा गया
धाराली क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल और राहत दलों को रवाना किया गया है। हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है और सभी विभाग सामूहिक रूप से राहत और पुनर्वास कार्यों को अंजाम दे रहे हैं।
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Published: 06 Aug 2025, 2:52 PM