महाराष्ट्र के अमरावती में BJP के बंद के दौरान हिंसा, तोड़फोड़ और हंगामे के बाद पुलिस ने लगाई निषेधाज्ञा

बीजेपी के बंद के दौरान शनिवार सुबह भारी भीड़ झंडे लहराते, बैनर लिए और नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उमड़ पड़ी। कुछ देर बाद कुछ लोगों ने वाहनों, दुकानों और प्रतिष्ठानों पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद हिंसा को रोकने के लिए पुलिस ने बदमाशों को लाठियां बरसाईं।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

महाराष्ट्र के अमरावती जिले में शनिवार को बीजेपी द्वारा प्रायोजित बंद के दौरान जमकर हिंसा हुई है। बंद के दौरान असामाजिक तत्वों ने जमक पथराव किया और कई दुकानों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। प्रभारी पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अमरावती शहर में निषेधाज्ञा लागू करते हुए सीआरपीसी की धारा 144 (1), (2), (3) लागू करने का आदेश जारी किया है।

पुलिस के अनुसार, चिकित्सा आपात स्थिति को छोड़कर, किसी भी व्यक्ति को अपने घरों से बाहर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी और पांच या अधिक व्यक्तियों के एक साथ इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की हिदायत दी है।

बीजेपी ने रजा अकादमी और अन्य मुस्लिम संगठनों द्वारा राज्यव्यापी प्रदर्शनों और रैलियों के दौरान शुक्रवार को नासिक, अमरावती और नांदेड़ में हुई हिंसा के विरोध में आज बंद का आह्वान किया था। शहर में कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच सुबह भारी भीड़ झंडे लहराते, बैनर लिए और नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उमड़ पड़ी। कुछ ही देर बाद कुछ वर्गो ने वाहनों, दुकानों और प्रतिष्ठानों पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद हिंसा को रोकने के लिए पुलिस ने बदमाशों पर लाठियां बरसाईं।

मुस्लिम समूहों ने शुक्रवार को त्रिपुरा राज्य में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में अपना विरोध दर्ज कराने के लिए धरना दिया था जिसमें हिंसा हुई थी। शुक्रवार शाम नांदेड़, अमरावती और मालेगांव (नासिक) से हिंसा की खबर आने के बाद गृह मंत्री दिलीप वलसे-पाटिल ने देर रात सभी समूहों से संयम बरतने की वीडियो अपील की था। उन्होंने इस मामले पर अन्य एमवीए नेताओं के साथ भी चर्चा की।


शनिवार को वाल्से-पाटिल ने कहा, "मैं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मदद से पूरी स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा हूं और वरिष्ठ विपक्षी नेताओं के साथ चर्चा कर रहा हूं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। हम सभी को सामाजिक सद्भाव बनाए रखना चाहिए और मैं सभी से हमारे साथ सहयोग करने का अनुरोध करता हूं। मैं पुलिसकर्मी भाइयों से भी स्थिति को सावधानी से संभालने और शांति बनाए रखने में मदद का अनुरोध करता हूं।"

शिवसेना सांसद संजय राउत, मंत्री अब्दुल सत्तार, अशोक चव्हाण और यसोमती ठाक (कांग्रेस), नवाब मलिक (एनसीपी), एआईएमआईएम सांसद सैयद इम्तियाज जलील, विदर्भ के किसान नेता किशोर तिवारी (राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त) और अन्य ने शनिवार के बंद में हिंसा भड़काने का बीजेपी पर आरोप लगाते हुए उसकी खिंचाई की। महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी और अन्य नेताओं ने राज्य सरकार से अमरावती में कानून-व्यवस्था बनाए रखने का आग्रह किया।

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