वीडियो: जब सीबीआई के सजायाफ्ता अंतरिम निदेशक को छिपाना पड़ा चेहरा

बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सीबीआई के पूर्व अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव को पूरे दिन कोर्ट रूम में बैठने और एक लाख का जुर्माना चुकाने का सजा सुनाया। इस सजा को काटने के बाद मुंह छिपाते हुए कोर्ट रुम से बाहर निकले।

फोटो: सोशल मीडिया 
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नवजीवन डेस्क

सीबीआई के पूर्व अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव और कानूनी सलाहकार एस भासुराम अवमानना के लिए दिनभर सुप्रीम कोर्ट में बैठने की सजा काटने के बाद आखिरकार कोर्ट से बाहर निकल गए। लेकिन इस दौरान एक ऐसा वीडियो सामने आया जहां नागेश्वर राव अपना मुंह छिपाते हुए नजर आए।

वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि नागेश्वर राव सजा काटने के बाद जैसे कोर्ट से बाहर निकले मीडिया से बचते हुए दिखाई दिए। इतना ही नहीं उनके साथ मौजूद सुरक्षाकर्मी उनको छिपाने की लाख कोशिश भी करते दिखे। हालत यह थी कि बाहर निकलने के लिए जब लिफ्ट का सहारा लिया तो लिफ्ट में एक ओर जाकर अपने चेहरे को ढक लिया।

बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सीबीआई के पूर्व निदेशक एम नागेश्वर राव को एक दिन कोर्ट में बैठने और एक लाख रुपये जुर्माना की सजा सुनाई। सीजेआई रंजन गोगाई की अध्यक्षता वाली पीठ ने अवमानना के केस में एम नागेश्वर राव को यह सजा सुनाई थी। कोर्ट की मंजूरी लिए बिना सीबीआई जांच अधिकारी एके शर्मा का ट्रांसफर करने के कारण नागेश्वर राव को यह सजा दी गई।

इस केस में सीबीआई की ओर से अर्टानी जनरल केके वेणुगोपाल पेश ने बहस की थी। अर्टानी जनरल केके वेणुगोपाल ने इस सजा से बचाने के लिए लाख कोशिश की। लेकिन सीजेआई ने उन्हे भी डांट पिलाई। वेणुगोपाल ने दलील रखते हुए कहा कि नागेश्वर राव का 32 सालों का बेदाग करियर रहा है। कृपया उनकी तरफ दया दिखाते हुए माफी को स्वीकार कर लें। इस पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि अगर हम राव की माफी स्वीकार भी कर लेते हैं तो भी इनका करियर रिकॉर्ड दागदार रहेगा, क्योंकि इन्होंने अदालत की अवमानना की है और ये इन्होंने खुद स्वीकार किया है। यह बहुत गंभीर मामला है।

दोपहर तक कोर्ट के एक कोने में बैठने के बाद अर्टानी जनरल केके वेणुगोपाल एक बार फिर न्यायधीश के पास गए। वेणुगोपाल ने कहा कि इन दोनों ने सज़ा भुगत ली है और अब उन्हें जाने दिया जए। वेणुगोपाल के यह कहते ही कोर्ट ने वेणुगोपाल का डांटा और कोर्ट ने नागेश्वर राव को कहा कि ये आपका दंड है। आपको कहा गया है कोर्ट उठने तक बैठना है। क्या आप चाहते हैं कि हम कल कोर्ट उठने तक आपकी सजा बढ़ा दें? कोर्ट के सख्त रुख के बाद नागेश्वर राव और भासुरन चुपचाप अपनी सीट पर आकर बैठ गए हैं।

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