कोरोना जांच में नेपाल, श्रीलंका और पाकिस्तान तक से पीछे हम, अब तक साढ़े 6 लाख टेस्ट, कैसे जीतेंगे ये जंग

विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए संक्रमितों का पता लगाना सबसे जरूरी है और उसके लिए अधिकतम टेस्ट जरूरी हैं। लेकिन रोज केवल 40 हजार टेस्ट के साथ अब तक भारत में महज साढ़े 6 लाख लोगों के टेस्ट हुए हैं, जो बताता है कि हम कितने गंभीर हैं।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देश में कोरोना वायरस अब तेजी से खतरनाक होता जा रहा है। लगभग पूरे देश में फैल चुके इस जानलेवा वायरस को हराने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने मई महीने के अंत तक देश में रोज एक लाख मरीजों की जांच करने का लक्ष्य रखा है। हालांकि, इस लक्ष्य के आसपास भी पहुंचना सरकार के लिए संभव नहीं दिख रहा। क्योंकि संकट के चरम के इस समय के जो आंकड़े हैं, वे सरकार के इस लक्ष्य से कोसों दूर हैं।

दरअसल अभी पूरे देश में रोजाना करीब 40 हजार ही टेस्ट हो रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 24 अप्रैल तक देश में 6.65 लाख लोगों के टेस्ट हुए हैं। यह काफी गंभीर स्थिति है। इससे साफ पता चलता है कि कोरोना महामारी को लेकर हम कितने गंभीर हैं। विशेषज्ञों का साफ कहना है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए सबसे पहले कोरोना संक्रमित का पता लगाना जरूरी है और उसके लिए अधिक से अधिक जांच करनी होगी। इस मामले तो हम कई छोटे देशों से भी काफी पीछे हैं।

दुनिया के 200 से अधिक देशों में इस समय कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। अगर इन देशों में टेस्ट के आंकड़ों पर नजर डालें तो यहां भारत का नंबर बहुत नीचे आता है। हालत ये है कि जांच के मामले में भारत एशियाई देशों में नेपाल, श्रीलंका और यहां तक कि पाकिस्तान से भी पीछे है, जबकि अमेरिका, इटली, स्पेन, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों के तो आसपास भी नहीं ठहरता।

कोरोना जांच के आंकड़ों की बात करें तो भारत में इस समय प्रति 10 लाख आबादी में सिर्फ 482 लोगों के टेस्ट हो रहे हैं। जबकि हमारा पंरपरागत दुश्मन पाकिस्तान हर दस लाख आबादी पर 682 लोगों की कोरोना जांच कर रहा है। जबकि नेपाल जैसे छोटे देश में प्रति 10 लाख की आबादी में 1,763 लोगों का कोरोना टेस्ट हो रहा है। इस मामले में श्रीलंका भी हमसे आगे है, जहां हर 10 लाख आबादी पर 712 लोगों के टेस्ट हो रहे हैं।

वहीं, बड़े देशों की बात करें तो इस समय कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित अमेरिका में हर 10 लाख आबादी पर 4,097 लोगों के टेस्ट हो रहे हैं। जबकि इटली में कोरोना जांच की यह संख्या 10,252, स्पेन में 7,593, जर्मनी में 10,962 और फ्रांस में 3,436 है। ईरान में भी हर 10 लाख की आबादी पर 5,016 लोगों के टेस्ट हो रहे हैं। हां, बांग्लादेश और इंडोनेशिया जरूर हमसे पीछे हैं। बांग्लादेश में प्रति दस लाख आबादी में से 283 और इंडोनेशिया में 264 लोगों के टेस्ट हो रहे हैं।

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