राहुल गांधी के मामले में 10 अप्रैल, 13 अप्रैल और 3 मई को क्या होगा, समझें कोर्ट से मिली तारीखों का पूरा गणित

राहुल गांधी ने सूरत कोर्ट में निचली अदालत द्वारा दोषी घोषित किए जाने को चुनौती दी है। वहीं दो अन्य आवेदन में से एक में दोषसिद्धि पर रोक लगाने और दूसरी में सजा पर स्टे की मांग की है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि मामले में सूरत की सेशंस कोर्ट ने सजा पर फिलहाल रोक लगाते हुए उन्हें 13 अप्रैल तक जमानत दे दी है और अलग-अलग मामलों की सुनवाई 13 अप्रैल और 3 मई को तय कर दी है। ऐसे में अब इस मामले में 10 अप्रैल, 13 अप्रैल और 3 मई की तीन अलग-अलग तारीखों की चर्चा है, इन्हें लेकर लोगों में थोड़ा कन्फ्यूजन भी है।

दरअसल राहुल गांधी ने मानहानि मामले में सूरत की निचली अदालत द्वारा दोषी घोषित करने के फैसले के खिलाफ सूरत सेशंस कोर्ट में एक मुख्य याचिका और दोषसिद्धि के साथ सजा पर स्टे लगाने के लिए दो अर्जियां दाखिल की थीं। इन्हीं तीन मामलों पर सुनवाई के बाद कोर्ट से तीन तारीखें निकल कर बाहर आईं, जिनको लेकर काफी चर्चा भी है और लोगों में कन्फ्यूजन भी। तो आइए आपकी इन तारीखों को लेकर सारी कन्फ्यूजन साफ कर देते हैं।

सबसे पहली और बड़ी बात यह है कि सेशंस कोर्ट ने राहुल गांधी की तीनों याचिकाओं को सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया है। सबसे मुख्य याचिका जो दोषिसिद्धि के खिलाफ है, उसपर सुनवाई के लिए कोर्ट ने 3 मई की तारीख तय की है। वहीं राहुल गांधी की सजा पर स्टे लगाने की मांग वाली अर्जी को स्वीकार करते हुए कोर्ट ने राहुल गांधी की जमानत 13 अप्रैल तक बढ़ा दी है और कहा कि जमानत तब तक रहेगी, जब तक कि अर्जी पर कोई फैसला नहीं हो जाता। इसी मामले में 13 अप्रैल को सुनवाई तय की गई है।


इसके अलावा दोषसिद्धि पर रोक की मांग वाली अर्जी पर कोर्ट ने कहा कि दूसरे पक्ष को सुने बिना ऐसा कोई आदेश पारित नहीं किया जा सकता। इस मामले में कोर्ट ने शिकायतकर्ता पूर्णेश मोदी और राज्य सरकार को नोटिस जारी किया है, जिन्हें 10 अप्रैल तक जवाब देना है। इसके ठीक तीन दिन बाद 13 अप्रैल को कोर्ट में अर्जी पर अगली सुनवाई होगी। इसके साथ ही अदालत ने राहुल गांधी को एक और बड़ी राहत देते हुए कहा है कि सुनवाई के दौरान उनका कोर्ट में मौजूद रहना जरूरी नहीं है।

गौरतलब है कि मानहानि केस में दो साल की सजा सुनाए जाने के अगले ही दिन राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया गया था। इसके बाद से ही कांग्रेस पूरी एकजुटता से केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर है। आज राहुल गांधी की सूरत यात्रा के दौरान भी यही एकजुटता नजर आई। राहुल गांधी के साथ बहन प्रियंका गांधी के साथ ही 3 कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और देश भर के कई बड़े नेता और सांसद भी वहां मौजूद थे। इसके अलावा उनके समर्थन में सूरत की सड़कों पर कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता भी उतर आए थे।

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