कौन है मणिपुर में महिलाओं का नग्न परेड कराने वाला हीरोदास मैतेई, देश भर में मचे हंगामे के बाद गिरफ्तार

कुकी महिलाओं के साथ बर्बरता की यह घटना पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के एक दिन बाद 4 मई को कांगपोकपी जिले में हुई थी। यह मामला एक दिन पहले तब सुर्खियों में आया जब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।

कौन है मणिपुर में महिलाओं का नग्न परेड कराने वाला हीरोदास मैतेई
कौन है मणिपुर में महिलाओं का नग्न परेड कराने वाला हीरोदास मैतेई
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नवजीवन डेस्क

मणिपुर में कुकी समुदाय की दो महिलाओं को नग्न घुमाने और उनके साथ यौन उत्पीड़न करने की घटना का वीडियो सामने आने के बाद पूरे देश में आक्रोश है। इस बीच मणिपुर पुलिस ने घटना के मुख्य साजिशकर्ता समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। घटना पर दिन भर मचे हंगामे के बाद देऱ शाम मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि घटना में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

इन दोनों में से जिसे घटना का मुख्य आरोपी बताया जा रहा है, उसका नाम हुइरेम हीरोदास मैतेई है। घटना के वायरल वीडियो में हीरोदास 800 से 1000 लोगों की भीड़ के साथ कुकी महिला को दोनों हाथों से पकड़कर ले जाता हुआ दिख रहा है। वायरल वीडियो में उसने हरे रंग की टी शर्ट पहन रखी है। पुलिस के इनुसार, वायरल वीडियो की जांच के बाद हीरोदास की पहचान हुई। जिसके बाद मणिपुर पुलिस ने उसे थौबल जिले से गिरफ्तार किया है।


पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी हीरोदास जिसने हरे रंग की टीशर्ट पहनी हुई थी और महिला को पकड़ रखा था, उसे पहचान के बाद आज सुबह एक ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया है। उसका नाम हुइरेम मैतेई है और उसकी उम्र 32 वर्ष है। उसके पिता का नाम स्वर्गीय एच राजेन मैतेई है। आरोपी पेची अवांग लीकाई गांव का रहने वाला बताया जा रहा है।

मणिपुर पुलिस के अनुसार, 4 मई को दो कुकी महिलाओं के साथ समूहिक बलात्कार और उनका नग्र परेड कराने की घटना के सभी संदिग्धों की पहचानकर ली गई है।  पुलिस ने कहा कि आज रात तक सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि फिहलाहल गहन जांच चल रही है और हन सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जांए जिसमें मौत की सजा भी शामिल है।


मिली जनकारी के अनुसार, कुकी महिलाओं के साथ बर्बरता की यह घटना पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के एक दिन बाद 4 मई को कांगपोकपी जिले में हुई। मामले में 49 दिन बाद दर्ज एफआईआर के मुताबिक भीड़ द्वारा अगवा किए गए पांच लोगों के समूह में शामिल तीन महिलाओं को 800-1-000 लोगों के सामने नग्न कर दिया गया। जिसके बाद उन्हें नंगा कर सड़कों और खेतों में घुमाया गया। उसके बाद उनमें से दो के साथ गैंगरेप किया गया। यह मामला एक दिन पहले तब सुर्खियों में आया जब इसका वीडियो वायरल हुआ।

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