झारखंड में महिला मतदाताओं ने पुरुषों को पछाड़ा, चुनाव में राज्य के लिए निभाएंगी बड़ी भूमिका
राज्य में पुरुष और महिला मतदाताओं के बीच खाई भी पटी है। दोनों के बीच का फासला 50 से 60 फीसद कम हुआ है। अपडेटेड वोटर लिस्ट के आंकड़ों के मुताबिक, राजमहल, खूंटी, सिंहभूम और लोहरदगा में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों की तुलना में ज्यादा है।
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आगामी लोकसभा चुनाव में झारखंड की राजनीतिक दिशा और दशा तय करने में पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं। प्रदेश की कुल 14 लोकसभा सीटों पर महिला मतदाताओं का दबदबा बढ़ा है। पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने जा रहे वोटरों में भी महिलाएं ही शीर्ष पर हैं।
राज्य में पुरुष और महिला मतदाताओं के बीच खाई भी पटी है। दोनों के बीच का फासला 50 से 60 फीसद कम हुआ है। 16 मार्च की तारीख तक अपडेटेड वोटर लिस्ट के आंकड़ों के मुताबिक, राजमहल, खूंटी, सिंहभूम और लोहरदगा में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों की तुलना में ज्यादा है। राजमहल में महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख 41 हजार 217 है, जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 8 लाख 40 हजार 995 है।
इसी तरह खूंटी में 6 लाख 67 हजार 946 महिलाओं के मुकाबले पुरुष मतदाताओं की संख्या 6 लाख 44 हजार 311 है। लोहरदगा में 7 लाख 19 हजार 616 महिला और 7 लाख 7 हजार 402 पुरुष मतदाता हैं। सिंहभूम में 7 लाख 27 हजार 734 महिलाओं के मुकाबले 7 लाख 5 हजार 167 पुरुष मतदाता हैं। इस बार रिकॉर्ड संख्या में जुड़े नए मतदाताओं की संख्या 22 लाख 33 हजार 738 है।
इनमें 11 लाख 39 हजार 960 महिलाएं हैं, जबकि उनके मुकाबले पुरुष मतदाताओं की संख्या 10 लाख 93 हजार 718 है। वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में झारखंड में पुरुष की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या करीब 10 लाख कम थी। इस बार महिलाओं की तुलना में पुरुष मतदाताओं की संख्या मात्र 4.77 लाख ज्यादा है।
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