दुनियाः ट्रंप से मिलने अगले हफ्ते अमेरिका जाएंगे नेतन्याहू और दक्षिण सूडान में विमान क्रैश, 18 लोगों की मौत
सऊदी अरब में बुधवार को एक सड़क दुर्घटना में नौ भारतीय नागरिकों की दुखद मौत हो गई। डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय रक्षा बल के चार और सैनिक मारे गए। इसके साथ ही एसएएनडीएफ सैनिकों की मृतक संख्या 13 हो गई है।

ट्रंप के बुलावे पर अमेरिका जाएंगे नेतन्याहू, सीजफायर पर करेंगे चर्चा
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर अगले सप्ताह वाशिंगटन की यात्रा करेंगे। नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया है कि ट्रंप ने नेतन्याहू को "4 फरवरी को व्हाइट हाउस में एक बैठक" के लिए आमंत्रित किया है। इजरायल के सरकारी स्वामित्व वाले 'कान' टीवी न्यूज ने बताया कि बैठक में गाजा युद्ध विराम समझौते के दूसरे चरण पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है। समझौते के तहत, पहले चरण के दौरान 19 जनवरी को छह सप्ताह का युद्ध विराम शुरू हुआ। इस युद्ध विराम के 16वें दिन, गाजा पट्टी में बंद शेष इजरायली बंधकों की रिहाई और एन्क्लेव से इजरायली सेना की वापसी के उद्देश्य से अगले चरणों पर बातचीत शुरू होगी।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि नेतन्याहू पर दक्षिणपंथी गठबंधन सरकार के प्रमुख सदस्यों की ओर से पहले चरण के समझौते के बाद गाजा में लड़ाई फिर से शुरू करने का राजनीतिक दबाव है। 'कान' के अनुसार, व्हाइट हाउस ने नेतन्याहू को इस समझौते को आगे बढ़ाने के लिए एक प्रोत्साहन पैकेज तैयार किया है। कथित तौर पर इस पैकेज में हेग में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय को टारगेट करने वाले प्रतिबंध शामिल हैं। इसमें पिछले साल नवंबर के अंत में गाजा संघर्ष के दौरान "मानवता के खिलाफ अपराध और युद्ध अपराधों" के लिए नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।
इससे पहले इजरायली सरकार ने घोषणा की थी कि हमास इस सप्ताह छह बंधकों को रिहा करेगा, जबकि इजरायल गाजा में फिलिस्तीनियों को उत्तरी क्षेत्र में उनके घरों में लौटने की अनुमति देगा। इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, "प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व में जोरदार और दृढ़ वार्ता के बाद, हमास पीछे हट गया है। साथ ही इस गुरुवार को बंधकों को रिहा करने का एक और चरण पूरा करेगा।"
दक्षिण सूडान में छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त, 18 लोगों की मौत
दक्षिण सूडान के सुदूर इलाके में बुधवार को एक छोटे विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। यह दुर्घटना तेल समृद्ध यूनिटी राज्य में हुई। राज्य के सूचना मंत्री गैटवेच बिपाल ने बताया कि चीनी तेल कंपनी ग्रेटर पायनियर ऑपरेटिंग कंपनी द्वारा किराये पर लिए गए इस विमान में दो पायलट सहित 21 लोग सवार थे।
उन्होंने बताया कि एक तेल क्षेत्र के निकट से दक्षिण सूडान की राजधानी जुबा स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरते समय विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दुर्घटना का कारण क्या था और अधिकारियों ने अभी तक पीड़ितों की पहचान उजागर नहीं की है। स्थानीय मीडिया ने बताया कि विमान में तेल कर्मचारी सवार थे।
सऊदी अरब में सड़क दुर्घटना में नौ भारतीयों की मौत
सऊदी अरब में सड़क दुर्घटना में नौ भारतीय नागरिकों की दुखद मौत हो गई है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को भारतीय नागरिकों की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों को पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया। विदेश मंत्री जयशंकर ने एक्स पर लिखा, "इस दुर्घटना और जानमाल के नुकसान के बारे में जानकर दुख हुआ। जेद्दा में हमारे महावाणिज्यदूत से बात की, जो संबंधित परिवारों के संपर्क में हैं। वह इस दुखद स्थिति में उन्हें पूरा सहयोग दे रहे हैं।"
इससे पहले, जेद्दा में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने जानकारी दी कि यह दुर्घटना सऊदी अरब के पश्चिमी क्षेत्र में जीजान के पास हुई। महावाणिज्य दूतावास मक्का, मदीना, यानबू, ताइफ, तबुक, कुनफुदा, अलबहा, आभा, जीजान और नजरान शहरों को भी कवर करता है। महावाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा गया, "हमारी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं। जेद्दा में भारतीय महावाणिज्य दूतावास पूरी सहायता प्रदान कर रहा है और अधिकारियों तथा परिवारों के संपर्क में है। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। आगे की पूछताछ के लिए एक समर्पित हेल्पलाइन स्थापित की गई है।" साथ ही संबंधित परिवारों की मदद के लिए विशेष रूप से स्थापित चार हेल्पलाइन नंबरों का विवरण दिया गया है।
कांगो में दक्षिण अफ्रीकी शांति सेना के 4 और सैनिक मारे गए, संख्या बढ़कर हुई 13
डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय रक्षा बल (एसएएनडीएफ) के चार और सैनिक मारे गए। दक्षिण अफ्रीका के रक्षा विभाग (डीओडी) ने पुष्टि की है। इसके साथ ही एसएएनडीएफ सैनिकों की मृत्यु की संख्या 13 हो गई है। विभाग ने एक बयान में कहा, "सोमवार, 27 जनवरी को गोमा हवाई अड्डे के पास, जहां एसएएनडीएफ (कांगो की डिफेंस फोर्स ) का बेस स्थित है। वहां और एम23 (मार्च 23 मूवमेंट) के बीच मोर्टार बम दागे गए। जिसमें एसएएनडीएफ के तीन सदस्य मारे गए।" समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, एम23 विद्रोहियों ने गोमा हवाई अड्डे की दिशा में कई मोर्टार बम दागे, जो एसएएनडीएफ बेस पर गिरे और परिणामस्वरूप मौतें हुईं। बयान के अनुसार, पिछले तीन दिनों में हुई लड़ाई में लगी चोटों के कारण चौथे शांति सैनिक की मौत हो गई। अन्य घायल एसएएनडीएफ सदस्यों को डीआरसी के पूर्वी प्रांत नॉर्थ किवु की राजधानी गोमा के एक अस्पताल में चिकित्सा सहायता मिल रही है।
रक्षा विभाग द्वारा शनिवार को जारी एक पूर्व बयान के अनुसार, दो दिनों की भीषण लड़ाई के बाद शुक्रवार तक नौ दक्षिण अफ्रीकी सैनिक मारे गए थे। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने सोमवार शाम को अपने रवांडाई समकक्ष से पूर्वी डीआरसी में बढ़ती हिंसा के बारे में बात की। एसएएनडीएफ सैनिक डीआरसी में दक्षिणी अफ्रीकी विकास समुदाय मिशन (एसएएमआईडीआरसी) का हिस्सा हैं। जो अफ्रीका के दूसरे सबसे बड़े देश की सरकार को शांति, सुरक्षा और स्थिरता बहाल करने में सहायता करने के लिए तैनात हैं। रक्षा विभाग ने मंगलवार को जारी बयान में कहा, "एसएएनडीएफ डीआरसी में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन और एसएएमआईडीआरसी के तहत अपनी शांति स्थापना जिम्मेदारियों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
अमेरिका से निर्वासित कोलंबियाई लोगों का पहला जत्था स्वदेश पहुंचा
अमेरिका से निर्वासित लोगों को लेकर कोलंबियाई एयरोस्पेस फोर्स के दो विमान मंगलवार देर रात देश की राजधानी बोगोटा में उतरे। राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने पुष्टि की। पेट्रो के निर्देश पर कोलंबियाई नागरिकों को ह्यूस्टन, टेक्सास और सैन डिएगो, कैलिफोर्निया से वापस लाया गया। पेट्रो ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर विमान से उतरते लोगों की तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा, 'वे कोलंबियाई हैं, वे स्वतंत्र और सम्मानित हैं और अपनी मातृभूमि में हैं, जहां उन्हें प्यार किया जाता है। प्रवासी कोई अपराधी नहीं है, वह एक इंसान है जो काम करना और प्रगति करना चाहता है।"
पेट्रो ने रविवार को निर्वासित लोगों को ले जा रहे अमेरिकी सैन्य विमानों को प्रवेश देने से मना कर दिया और कहा कि उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। इस कदम पर उनके अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिन्होंने सभी कोलंबियाई सरकारी अधिकारियों के वीजा रद्द करने और कोलंबिया से आयात पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी। इसके बाद दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि कोलंबियाई विमान निर्वासित लोगों को बिना हथकड़ी के, सुरक्षित और सम्मानजनक परिस्थितियों में, कोलंबिया सरकार के अनुरोध के अनुसार ले जाएंगे।
इससे पहले दिन में ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया था कि कोलंबिया से अमेरिका आने वाले सभी सामानों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा, जो एक सप्ताह में बढ़कर 50 प्रतिशत हो जाएगा। जवाब में, कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने सोशल मीडिया पर कहा था कि कोलंबिया अमेरिकी सामानों पर टैरिफ बढ़ाकर जवाब देगा। कोलंबियाई परिवार कल्याण संस्थान ने कहा कि निर्वासित कोलंबियाई लोगों में 26 नाबालिग थे। कोलंबियाई आव्रजन अधिकारी और मेडिकल निर्वासित लोगों के साथ यात्रा कर रहे थे। वापस आए लोगों को कोलंबियाई समाज में फिर से शामिल होने में मदद करने के लिए एक विशेष क्रेडिट कार्यक्रम का लाभ मिलेगा। आने वाले दिनों में, कोलंबियाई एयरोस्पेस फोर्स और अधिक लोगों को वापस ला सकती है क्योंकि नए अमेरिकी प्रशासन ने अनियमित प्रवास पर नकेल कसी है।
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