पहलवान इंसाफ की गुहार लगा रहे, उधर लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे बृजभूषण, 11 जून को BJP की रैली को करेंगे संबोधित

बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह अब 11 जून को अपने निर्वाचन क्षेत्र कैसरगंज के कटरा इलाके में पार्टी की एक रैली को संबोधित करेंगे। रैली का आयोजन 2024 के चुनाव के लिए बीजेपी के महासंपर्क अभियान के तहत किया जा रहा है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

यौन शोषण के मामले में पहलवान दर-दर भटक रहे हैं, इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं और यौन शोषण के आरोपी WFI के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। वहीं, बृजभूषण शरण सिंह अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं। तमाम गंभीर आरोपों के बावजूद बृजभूषण शान से घूम रहे हैं, उन्हें पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है।

बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह अब 11 जून को अपने निर्वाचन क्षेत्र कैसरगंज के कटरा इलाके में पार्टी की एक रैली को संबोधित करेंगे। रैली का आयोजन 2024 के चुनाव के लिए बीजेपी के महासंपर्क अभियान के तहत किया जा रहा है। अयोध्या रैली रद्द करने के बाद सिंह अब अपने लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी की रैली को संबोधित करेंगे।

बृजभूषण सिंह ने इससे पहले अयोध्या में अपनी 5 जून की 'जन चेतना महारैली' को स्थगित करने की घोषणा की थी, जिसमें एक नाबालिग समेत 7 महिला पहलवानों द्वारा उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की पुलिस जांच का हवाला दिया गया था।

उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के कड़े निर्देश है। शुक्रवार को एक फेसबुक पोस्ट में बृजभूषण सिंह ने कहा, समाज में फैली बुराई को देखते हुए 5 जून को अयोध्या में संत सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया गया था। लेकिन अब जबकि पुलिस आरोपों की जांच कर रही है, ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के कड़े निर्देशों का सम्मान करते हुए 'जन चेतना महारैली', 'अयोध्या चलो' कार्यक्रम को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है।


भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का गंभीर आरोप है। पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई बड़े पहलवान बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक महीने तक धरने पर बैठे रहे। बाद में दिल्ली पुलिस वहां से पहलवालनों को हटा दिया, साथ ही वहां से पहलवानों के टेंट भी उखाड़ दिए। बृजभूषण पर पहलवानों ने सैकड़ों लड़कियों के शोषण का आरोप लगाया है। सुप्रीम कोर्ट के दबाव के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आलम यह था कि सुप्रीम कोर्ट के दबाव से पहले इस मामले में दिल्ली पुलिस एफआईर भी दर्ज नहीं कर रही थी।

उधर, बृजभूषण सिंह अपने पद से हटने को तैयार नहीं हैं। एक बयान में उन्होंने कहा कि जांच से WFI का कोई लेने-देना नहीं है। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह कह देंगे तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। लेकिन न तो पीएम मोदी और ना ही गृहमंत्री अमित शाह इस मुद्दे पर कुछ बोल रहे हैं।

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