दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब, अलर्ट पर प्रशासन
15 अगस्त को हथिनीकुंड बैराज से प्रति घंटे 65,861 क्यूसेक तक पानी छोड़ा गया, जो इस मौसमी अवधि का अधिकतम है।

देश की राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और पुराना रेलवे पुल पर यह शनिवार सुबह 205.22 मीटर पर पहुंच गया, जो 205.33 मीटर के ‘खतरे के स्तर’ से सिर्फ कुछ सेंटीमीटर नीचे था। जलस्तर बढ़ने से प्रशासन और संबंधित एजेंसियों में सतर्कता बढ़ गई है।
क्यों बढ़ रहा है यमुना का जलस्तर?
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में उत्तराखंड और हरियाणा के ऊपरी क्षेत्र में भारी बारिश की वजह से हथिनीकुंड बैराज से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। 15 अगस्त को हथिनीकुंड बैराज से प्रति घंटे 65,861 क्यूसेक तक पानी छोड़ा गया, जो इस मौसमी अवधि का अधिकतम है। पानी की यह मात्रा करीब 48–50 घंटे में दिल्ली पहुंच रही है।
अलर्ट पर प्रशासन
यमुना का चेतावनी स्तर (204.50 मीटर) इस सीजन में तीन बार पार कर चुका है।
यमुना का जलस्तर 206 मीटर के स्तर को पार करे उससे पहले प्रशासन ने निचले इलाकों से निकासी की तैयारी शुरू कर दी है।
यमुना का पिछला रिकॉर्ड- 208.66 मीटर है जो 2023 में बाढ़ के दौरान देखा गया था।
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