अखिलेश यादव ने वाजपेयी के पैतृक गांव की उपेक्षा पर उठाए सवाल, बोले- BJP की मूर्तियां भी सियासी होती हैं

अखिलेश यादव ने कहा कि वाजपेयी जी की जंयती पर उन्हें याद करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित करना चाहता हूं कि वाजपेयी के पैतृक स्थान बटेश्वर की उपेक्षा क्यों की जा रही है? क्या इस उपेछा के पीछे कोई खास कारण है?

अखिलेश यादव ने वाजपेयी के पैतृक गांव की उपेक्षा पर उठाए सवाल, बोले- BJP की मूर्तियां भी सियासी होती हैं
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नवजीवन डेस्क

समाजवादी पार्टी (एसपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पैतृक गांव बटेश्वर की गंभीर उपेक्षा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार को यह बताना चाहिए कि वाजपेयी से जुड़े इस स्थान की अनदेखी क्यों की जा रही है।

अखिलेश यादव ने वाजपेयी की जयंती पर 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जंयती पर उन्हें याद करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी (योगी आदित्यनाथ) का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित करना चाहता हूं कि उनके (वाजपेयी के) पैतृक स्थान बटेश्वर की उपेक्षा क्यों की जा रही है?''


समाजवादी पार्टी प्रमुख ने पूछा कि क्या इस उपेछा के पीछे कोई खास कारण है। उन्होंने पोस्ट में कहा, ''बीजेपी केवल राजनीतिक लाभ के लिए गगनचुंबी मूर्ती तो बनाती है लेकिन सच में किसी के सम्मान में कोई सच्चा स्मारक नहीं बनवाती है। बीजेपी की मूर्तियां भी सियासी होती हैं।''

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था। उनका पैतृक गांव बटेश्वर उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में स्थित है। उनका निधन 16 अगस्त 2018 को दिल्ली में हुआ था। बीजेपी की सरकार उनकी जयंती को 'सुशासन दिवस' के रूप में मनाती है।

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