बिहार चुनावः ऐलान के साथ टिकट दावेदारों के हथकंडे शुरू, किसी ने मोदी का रास्ता रोका, तो कोई धरने पर बैठा

सूबे की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के कार्यालय के बाहर सोमवार सुबह से बेगूसराय के तेघड़ा विधानसभा की नेत्री सुधा सिंह अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गई हैं। उन्होंने कहा कि जब तक टिकट नहीं दिया जाता, वो धरने पर बैठी रहेंगी।

फोटोः सोशल मीडिया
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आईएएनएस

बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद से ही विधायक बनने की चाहत संवारे नेताओं की भीड़ राजधानी पटना में पार्टियों के प्रदेश कार्यालयों में लगने लगी है। जिन्हें पार्टी के आलाकमान से टिकट देने का आश्वासन मिल जा रहा है, उनकी तो खुशी परवान पर दिख रही है और जिन्हें कोई आशा नहीं दिखती वे पार्टी लाइन से हट कर अपने-अपने तरीके से टिकट की मांग कर रहे हैं।

ऐसा ही नजारा रविवार को जहां बीजेपी के प्रदेश कार्यालय के पास देखने को मिला, जब लखीसराय के पार्टी कार्यकर्ताओं ने सुशील मोदी की गाड़ी को रोक कर जमकर नारेबाजी की। तो वहीं सोमवार को मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के कार्यालय के बाहर एक महिला आरजेडी नेता टिकट की मांग को लेकर धरने पर बैठ गईं।

बेगूसराय जिला के तेघड़ा विधानसभा की नेत्री सुधा सिंह सोमवार को आरजेडी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गईं। उन्होंने पत्रकारों से बताया, "तेजस्वी यादव और पार्टी के शीर्ष नेता से कई बार मिलने की कोशिश की, लेकिन मुलाकात नहीं हुई। वर्ष 2015 में ही लालू प्रसाद ने हमें टिकट देने का आश्वाशन दिया था, पर टिकट नहीं मिला था।" उन्होंने कहा कि जब तक टिकट नहीं दिया जाता, वो धरने पर बैठी रहेंगी।

इससे पहले रविवार को बीजेपी कार्यालय में लखीसराय में उम्मीदवार बदलने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। लखीसराय से आए बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की गाड़ी को कार्यालय में घुसने से कुछ देर तक रोक दिया। इस दौरान उपमुख्यमंत्री की गाड़ी को कार्यालय में जाने से रोक रहे पार्टी कार्यकर्ताओं और कार्यालय में मौजूद पार्टी जनों के बीच आपस में ही झड़प भी हुई।

लखीसराय से आए पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का आरोप था कि लखीसराय के मौजूदा विधायक और श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा मतदाताओं की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं। इन लोगों ने केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद की गाड़ी को भी रोकने की कोशिश की, लेकिन थोड़ी ही देर में उनके सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को गाड़ी के आगे से हटा दिया।

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