बिहारः नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार आज, मांझी-सहनी को लगेगा झटका, बीजेपी-जेडीयू नेताओं को ही मिलेगा मौका!

यह साफ नहीं है कि कौन लोग मंत्री बनेंगे या कितने नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। हालांकि वर्तमान में बिहार में सीएम सहित 13 मंत्री हैं और 25 मंत्रियों की जगह खाली है। ऐसे में माना जा रहा है कि विस्तार में बड़ी संख्या में मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बीजेपी और जेडीयू के बीच जारी गतिरोध खत्म हो गया है, जिसके बाद आज मंगलवार को नीतीश कैबिनेट का विस्तार होने जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल दिसंबर में चुनकर सत्ता में आई नीतीश सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार एक सादे समारोह में ही होगा। चर्चा है कि राजभवन में ही राज्यपाल फागू चौहान नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे।

चर्चाओं पर अगर विश्वास करें तो आज के मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी की ओर से शाहनवाज हुसैन, सम्राट चौधरी, नितिन नवीन और संजीव चौरसिया का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। जबकि, संजय सरावगी, भागीरथी देवी और नीरज बबलू के नामों की भी चर्चा है। वहीं, जेडीयू के कोटे से जमा खान, संजय झा और सुमित सिंह के अलावा मदन साहनी, नीरज कुमार, जयंत कुशवाहा के नामों की भी चर्चा है।

हालांकि, फिलहाल यह साफ नहीं है कि कौन-कौन लोग मंत्री बनेंगे या कितने नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। लेकिन वर्तमान में बिहार में सीएम सहित 13 मंत्री हैं, जबकि 25 मंत्रियों की जगह खाली है। ऐसे में माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार में बड़ी संख्या में मंत्रियों को शपथ दिलाया जाएगा। हालांकि, चर्चा है कि कुछ मंत्री पद खाली भी रखा जा सकता है।

दरअसल इसकी वजह ये है कि सूत्रों का कहना है कि खबरों के अनुसार आज के मंत्रिमंडल विस्तार में केवल जेडीयू और बीजेपी के लोगों को ही मंत्री बनाया जाएगा। सरकार में शामिल छोटे दल, यानी विकासशील इंसान पार्टी और हिंदस्तानी अवाम मोर्चा को इस विस्तार में कोई स्थान नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में इन दोनों छोटे दलों मे नाराजगी संभव है। इसी को देखते हुए कैबिनेट में कुछ पद खाली रखे जाएंगे।

गौरतलब है कि पिछले साल 16 दिसंबर को नीतीश सरकार का गठन हुआ था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 14 मंत्रियों के साथ शपथ ली थी, जिसमें बीजेपी की ओर से दो उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी शामिल हैं। हालांकि बाद में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बिहार की सियासत गर्म थी। इसमें हो रही देरी की वजह से जेडीयू-बीजेपी गठबंधन में गतिरोध की बात सामने आ रही थी।

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