लोकतंत्र के पन्ने: 1984 लोकसभा चुनाव, जब कांग्रेस की आंधी में हवा हो गए सारे विरोधी दल 

कांग्रेस ने इतिहास का सबसे प्रचंड बहुमत हासिल कर सरकार बनाई। 542 में से 425 सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई थी। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार कांग्रेस को करीब 50 फीसदी वोट मिले। 1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 49.1 प्रतिशत लोगों ने वोट किया था।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

1984 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ऐसी आंधी चली कि सारे दल हवा हो गए। इस चुनाव में जीत के सारे कीर्तिमान ध्वस्त हो गए थे। कांग्रेस ने इतिहास का सबसे प्रचंड बहुमत हासिल कर सरकार बनाई। 542 में से 425 सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई थी। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार कांग्रेस को करीब 50 फीसदी वोट मिले। 1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 49.1 प्रतिशत लोगों ने वोट किया था। जनता पार्टी अलगर होकर बनी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ 2 सीटें मिलीं। हालांकि बीजेपी ने उस चुनाव में 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। लेकिन आंध्रप्रदेश की एक और गुजरात की एक सीट पर ही चुनाव जीतने में सफल रहे।

आंध्र की हनमकोंडा सीट से पीवी नरसिंहराव को हराकर सी. जंगा रेड्डी और गुजरात की मेहसाणा सीट से एके पटेल जीते थे। बीजेपी के लगभग 50 फीसदी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी जबकि उसे प्राप्त वोटों का प्रतिशत 7.74 रहा। तो वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के उम्मीदवार 22 सीटों पर चुनाव जीतने में कामयाब रहे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) भी 6 सीटों पर जीत दर्ज की। 1984 लोकसभा चुनाव में सीपीएम को 5.87 फीसदी और सीपीआई को 2.71 फीसदी वोट मिले थे।

1977 चुनाव में हारने के बाद कांग्रेस करीब 3 साल सत्ता से बाहर रही थी। लेकिन 1980 में लोकसभा चुनाव में जीत के साथ सत्ता में वापसी हुई और इंदिरा गांधी ने चौथी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी।

अमेठी से तब के सांसद और इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी की 23 जून 1980 को एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई। संजय की मौत से खाली हुई अमेठी संसदीय सीट पर जून 1981 में उपचुनाव हुआ। इस उपचुनाव में राजीव गांधी कांग्रेस के उम्मीदवार बने और लोकदल के शरद यादव को हराकर लोकसभा में पहुंच गए। इस चुनाव में शरद यादव संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार थे।

31 अक्टूबर 1984 को प्रधानमंत्री के निजी सिख सुरक्षा गार्डों ने प्रधानमंत्री आवास में ही इंदिरा गांधी पर गोलियों की बौछार कर उनकी हत्या कर दी। 2 महीने के भीतर ही 1984 का लोकसभा चुनाव हुआ। इस चुनावों में कांग्रेस को 542 में से 415 सीटों पर जीत मिली थी।

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