मध्यप्रदेश उपचुनावः बीजेपी की रैली में किसान की मौत पर दिखी संवेदनहीनता, सिंधिया समेत पार्टी नेता देते रहे भाषण

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जब किसान ने दम तोड़ा, तब स्थानीय बीजेपी नेता भाषण दे रहे थे। बाद में मंच पर पहुंचे सिंधिया ने किसान की मौत की जानकारी मिलने पर सभा में एक मिनट का मौन रखने का ऐलान किया, लेकिन केवल 27 सेकंड बाद ही जनसभा को संबोधित करने लगे।

फोटोः सोशल मीडिया
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आसिफ एस खान

मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों पर 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए राज्य में चुनाव प्रचार तेज होता जा रहा है। चुनाव में जीत हासिल करने के लिए राजनीतिक दल पूरा जोर लगाए हुए हैं। लेकिन राज्य की सत्ताधारी बीजेपी ने तो किसी तरह जीत हासिल करने के लिए सारी नैतिकता और मानवता को ही ताक पर रख दिया और संवेदनहीनता की तमाम हदों को ही पार कर दिया।

इसका उदाहरण रविवार को मंधाता विधानसभा सीट पर बीजेपी की रैली के दौरान एक बुजुर्ग किसान की दिल का दौरा पड़ने से मौत होने पर देखने को मिला, जब किसान की मौत की जानकारी मिलने के बाद भी सभा जारी रही और बीजेपी नेताओं का भाषण चलता रहा। दिलचस्प बात तो ये है कि उस समय मंच पर बीजेपी का कोई छोटा-बड़ा नेता नहीं, बल्कि खुद महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद थे और किसान की मौतत की खबर मिलने के बाद भी उन्होंने अपना भाषण दिया।

खबरों के मुताबिक किसान की मौत की खबर मिलने के बाद एक मिनट के मौन की घोषणा मंच से की गई, लेकिन केवल 27 सेकेंड में ही उसे खत्म कर दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जब किसान ने दम तोड़ा, उस वक्त बीजेपी के स्थानीय नेता भाषण दे रहे थे। सिंधिया बाद में मंच पर पहुंचे और उन्होंने किसान की मौत की जानकारी मिलने पर सभा में एक मिनट का मौन रखने का ऐलान किया, लेकिन केवल 27 सेकंड बाद ही जनसभा को संबोधित करने लगे। इस दौरान मृतक किसान का शव वहीं कुर्सी पर पड़ा रहा।

इस घटना को लेकर कांग्रेस ने आरोप लगाया कि किसान की मौत के बाद भी बीजेपी नेता मंच से भाषण देते रहे और उनका कोई भी नेता उस किसान को देखने या सम्मान देने के लिए मंच से नीचे नहीं उतरा। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक वीडियो ट्वीट कर लिखा “बीजेपी के कार्यक्रम में किसान की मौत, बीजेपी की भाषणबाज़ी फिर भी जारी रही। आज बीजेपी के कार्यक्रम में एक किसान की मौत हो गई, लेकिन बीजेपी के बेशर्म नेताओं ने कार्यक्रम नहीं रोका। किसान की लाश पड़ी रही और बेशर्म भाजपाई ताली बचाते रहे। शिवराज जी, जनता से न सही, भगवान से तो डरो..!”

किसान की मौत के बारे में मूंदी थाना प्रभारी अमित पवार ने कहा कि ग्राम चांदपुर निवासी 70 साल के किसान जीवन सिंह रविवार को मूंदी में आयोजित आमसभा में आए थे। उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई और वह कुर्सी पर गिर गए। उन्होंने कहा कि किसान को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पवार ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि किसान की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई।

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