ऑपरेशन सिंदूरः उद्धव की शिवसेना ने ‘तिरंगा यात्रा’ के लिए बीजेपी की निंदा की, कहा- बदला अभी पूरा नहीं हुआ

शिवसेना (यूबीटी) ने कहा कि पहलगाम हमले का बदला लेने से पहले तिरंगा यात्रा निकालना और राजनीति करना बीजेपी का पाखंड है। विपक्षी दल ने कहा कि बीजेपी पहलगाम हमले के बाद उसी तरह की राजनीति कर रही है, जैसी उसने 2019 के पुलवामा आतंकी हमले के बाद की थी।

ऑपरेशन सिंदूरः उद्धव की शिवसेना ने ‘तिरंगा यात्रा’ के लिए बीजेपी की निंदा की, कहा- बदला अभी पूरा नहीं हुआ
ऑपरेशन सिंदूरः उद्धव की शिवसेना ने ‘तिरंगा यात्रा’ के लिए बीजेपी की निंदा की, कहा- बदला अभी पूरा नहीं हुआ
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नवजीवन डेस्क

शिवसेना (यूबीटी) ने पार्टी के मुखपत्र सामना में बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भुनाने के लिए बीजेपी द्वारा देश भर में ‘तिरंगा यात्रा’ निकालने पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ देश का बदला अब भी पूरा नहीं हुआ है। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान को सबक नहीं सिखाया गया है। इसके बजाय सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में दावा किया, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के पूरा होने से पहले भारत को युद्ध से हटने की धमकी दी थी। जब यह लगभग तय हो गया था कि पाकिस्तान की हार होगी, तब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘व्यावसायिक लालच’ के लिए ट्रंप की धमकी के आगे झुककर युद्ध को रोक दिया।’’


शिवसेना (यूबीटी) ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम ‘संदेश’ (सोमवार को उनके संबोधन के संदर्भ में जिसमें उन्होंने बताया था कि भारत ने पाकिस्तान को कैसे सबक सिखाया) निरर्थक था। विपक्षी दल ने कहा कि पहलगाम हमले का बदला लेने से पहले यात्रा निकालना और राजनीति करना बीजेपी का पाखंड है। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले में आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या की थी। शिवसेना (यूबीटी) ने कहा कि बीजेपी पहलगाम हमले के बाद उसी तरह की राजनीति कर रही है, जैसी उसने 2019 के पुलवामा आतंकी हमले के बाद की थी।

बता दें कि पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर बीजेपी ने देश भर में तिरंगा यात्रा निकालने का ऐलान किया है। इस मुद्दे पर रविवार को बीजेपी के शीर्ष नेताओं, जिनमें केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा शामिल थे, के बीच विचार-विमर्श के बाद 11 दिवसीय राष्ट्रव्यापी ‘तिरंगा यात्रा’ शुरू की गई।


चार दिनों तक ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान संघर्ष विराम के लिए राजी हुए। ट्रंप ने दावा किया था कि उनके प्रशासन ने दोनों देशों के बीच ‘परमाणु संघर्ष’ को रोक दिया और दक्षिण एशियाई दोनों पड़ोसी देशों से कहा कि अगर वे शत्रुता समाप्त करते हैं तो अमेरिका उनके साथ ‘बहुत अधिक व्यापार’ करेगा। लेकिन अगर संघर्ष नहीं रुकता है तो कोई व्यापार नहीं होगा। ट्रंप ने यह भी घोषणा की थी कि भारत और पाकिस्तान ‘पूर्ण और तत्काल युद्धविराम’ पर सहमत हो गए और यह ‘अमेरिका की मध्यस्थता’ में रातभर चली लंबी बातचीत के बाद हुआ।

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