आखिरी चरण के चुनाव से पहले राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं से मिले चंद्रबाबू नायडू  

मोदी सरकार की विदाई की संभावनाओं के बीच गठबंधन बनाने के लिए बातचीत का दौर भी चल रहा है। इसी सिलसिले में टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू विपक्ष के नेताओं से मिल रहे हैं। चंद्रबाबू ने कहा कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ संभव है। उन्होंने वीवीपैट पर्चियों का इस्तेमाल बैलेट पैपरों की तरह किए जाने की मांग की है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

आखिरी चरण के चुनाव से पहले ही अगली सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है। मोदी सरकार की विदाई की संभावनाओं के बीच गठबंधन बनाने के लिए बातचीत का दौर भी चल रहा है। इसी सिलसिले में नई दिल्ली में विपक्ष के नेताओं से मिलने के बाद टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू शनिवार शाम लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती से मिले। नायडू ने आंध्र प्रदेश से लाए आम की पेटी मायावती को उपहार में दिया। इससे पहले उन्होंने समाजवादी पार्टी के दफ्तर में समाजावीद पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से भी मुलाकात की।

बता दें कि आंध्रा के सीएम चंद्रबाबू ने इससे पहले नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सीपीआई नेता जी. सुधाकर रेड्डी और डी राजा, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और एलजेडी नेता शरद यादव से मुलाकात की। नायडू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और उनके साथ सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने और एक संयुक्त विपक्षी गठबंधन बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शनिवार सुबह सीपीआई नेता सुधाकर रेड्डी और डी राजा से भी मिले। इसके बाद वो एनसीपी प्रमुख शरद पवार और एलजेडी नेता शरद यादव से मिलने पहुंचे।

नायडू तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल और सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी से कई दौर की बैठकें पहले ही कर चुके हैं। गौरतलब है कि नायडू की पार्टी टीडीपी पहले मोदी सरकार में शामिल थी लेकिन कुछ ही महीने पहले वह गठबंधन से अलग हो गई।

वहीं शनिवार को ही एक सेमिनार में चंद्रबाबू ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के साथ छेड़छाड़ संभव है इसलिए हम मांग करते हैं कि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए वीवीपैट पर्चियों का इस्तेमाल बैलेट पैपरों की तरह किया जाना चाहिए। नायडू ने कहा कि मतदाताओं को मतदान करने के बाद वीवीपैट पर्चियों को एकत्रित करने और इसे बैलेट बॉक्स में डालने की इजाजत दी जानी चाहिए ताकि इसका इस्तेमाल मतों के मिलान के लिए किया जा सके।

उन्होंने कहा, "जैसे ही मतदाता इसे बैलेट बॉक्स में डालेंगे। उन्हें इसे बाहर ले जाने की इजाजत नहीं होगी।" मौजूदा समय में, मतदाताओं को अपना मतदान करने के बाद वीवीपैट पर्चियों और जानकारियों की पुष्टि के लिए सात सेकेंड का समय मिलता है। इसके बाद यह कनेक्टेड बॉक्स में चला जाता है। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें कुछ लोगों से पता चला है कि पैसे देकर चुनाव नतीजों को किसी के पक्ष में किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, "भगवान जाने। लोग हमारे पास आ रहे हैं। वे कहते हैं कि अगर 5-10 करोड़ दिया जाएगा तो आप चुने जाओगे। मैंने उनसे पूछा क्या सबूत है। वे कहते हैं कि इन सब के बारे में चिंता मत कीजिए। यह धोखधड़ी है।" नायडू ने कहा कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ एक बड़ी चुनौती है। इसलिए वह चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता चाहते हैं। उन्होंने कहा, "राजनीतिक पार्टियों में आत्मविश्वास होना चाहिए..इसलिए मैं बीते 10 सालों से लड़ रहा हूं। मैं इसे कल भी करना जारी रखूंगा।"

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia