गुजरात चुनाव के लिए बीजेपी का हैशटैग उसी पर पड़ गया उलटा, विरोधियों ने खूब उठाया फायदा

बीजेपी ने शुक्रवार को एक हैशटैग बनाया...#गुजरात_नंबर_वन....इस हैशटैग के तहत भक्तों और बीजेपी से जुड़े लोगों ने बीजेपी और गुजरात सरकार की उपलब्धियां गिनाने वाले ट्वीट करना शुरु कर दिए।

नवजीवन ग्राफिक्स
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नवजीवन डेस्क

गुजरात चुनाव को लेकर बीजेपी की हताशा अब खुलकर सामने आने लगी है। अभी दो दिन पहले एक ऑडियो क्लिप को वायरल कराने की कोशिश की गई जिसमें पीएम मोदी और वडोदरा के एक दुकानदार की बातचीत है। इतना ही नहीं इस बातचीत को असली बताने की कोशिश में मोदी ने स्वंय ट्वीट करके इस बातचीत की पुष्टि की।

लेकिन इस ऑडियो क्लिप की बातचीत के अंश को लेकर जब तरह की बातें होने लगीं और सोशल मीडिया पर नए सिरे से बीजेपी की खिंचाई होने लगी, तो बीजेपी और भक्तों के हाथ पैर फूल गए।

गौरतलब है कि पिछले करीब दो महीने से गुजरात में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बयानों और केंद्र सरकार पर हमलोंं की खूब वाहवाही हुई, विकास पागल हो गया है और गब्बर सिंह टैक्स जैसे उनके बयान टीवी, अखबार और सोशल मीडिया में छाए रहे। गब्बर सिंह टैक्स तो नंबर एक पर पूरे दिन ट्रेंड करता रहा।

इसी की काट निकालने के लिए बीजेपी ने शुक्रवार को एक हैशटैग बनाया...#गुजरात_नंबर_वन....
इस हैशटैग के तहत भक्तों और बीजेपी से जुड़े लोगों ने बीजेपी और गुजरात सरकार की उपलब्धियां गिनाने वाले ट्वीट करना शुरु कर दिए। लेकिन जल्द ही इस हैशटैग को फर्जी तरीके से नंबर वन पर ट्रेंड कराने की पोल खुल गई, जब इस हैशटैग के तहत गुजरात की उपलब्धियां गिनाता एक ही ग्राफिक्स चंद सेकेंड के अंदर कम से कम 60 लोगों ने ट्वीट किया। इससे पहले भी एक ही टेक्स्ट इन्हीं साठ ट्विटर हैंडल से एक साथ ट्वीट किया गया।

लेकिन जिस मकसद से बीजेपी इस हैशटैग को सामने लेकर आई, उसे धता बताते हुए विरोधियों ने भी इसी हैशटैग के तहत वह सारे कार्टून, बयान, वीडियो और ग्राफिक्स ट्वीट कर दिए, जिसमें गुजरात सरकार की नाकामियों, लोगों की परेशानियों और पीएम के झूठे वादों को दिखाया गया।

इससे साफ होने लगा है कि आधुनिक दौर का चुनाव हकीकत की जमीन के साथ आभासी दुनिया में कैसे लड़ा जाता है। लेकिन इस हैशटैग से जो कुछ टिप्पणियां सामने आईं, उनमें से कुछ आप भी देख लीजिए।

जाने भी दो यारों, नाम के ट्विटर हैंडिल से एक ग्राफिक्स ट्वीट किया गया जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के जीएसटी, आधार और एफडीआई जैसे मुद्दों पर नए पुराने बयानों की तुलना की गई।

वहीं आतिफ नाम के हैंडिल एक कार्टून के साथ कहा गया कि मोदीमय मीडिया ही गुजरात को नंबर बन बता रहा है जबकि असलियत बिल्कुल उलट है।

रिजॉय नाम के एक ट्विटर हैंडल से एक ग्राफिक्स के जरिए गुजरात में हुए घोटालों की सूची दी गयी है।

किसी गिरी नाम के शख्स ने ट्विटर पर एक कार्टून दिखाकर बताया कि गुजरात इसलिए नंबर हैं क्योंकि वहां ‘ विकास’ पागल हो गया है

इस सबके बीच फेक ट्रेंड हंटर ने खुलासा किया कि ये हैशटेैग फर्जी तरीके से नंबर वन पर ट्रेंड कराया गया है क्योंकि एक ही टेक्स्ट को पचासियों बार ट्वीट किया जा रहा है।

इस दावे में दम इसलिए भी लगता है कि गुजराती भाषा में गुजरात की उपलब्धियां गिनाते एक ग्राफिक्स को 30 सेकेंड के अंदर कम से कम 60 लोगों ने एक साथ ट्वीट किया।

हरीश भट्ट ने लिखा कि मोदी और उनकी सरकार के दावे सिर्फ और सिर्फ पेड मीडिया की देन हैं, जिनके बिना वे निर्वस्त्र ही दिखेंगे। हरीश भट्ट ने एक कार्टून भी ट्वीट किया

इस बीच अघोरी मखाल ने मोदी और छात्रों के बीच हुए संवाद का पुराना वीडियो ट्वीट किया। इस वीडियो में जलवायु परिवर्तन पर एक छात्रा के सवाल का पीएम मोदी ने जो जवाब दिया, उसे सुनकर आप लोटपोट हो जाएंगे। नहीं देखा है यह वीडियो तो यहां नीचे देख लीजिए।

इसी कड़ी में एक और कार्टून ट्वीट किया गया है जिसमें गुजरात की एक महिला (जिसका चेहरा पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबने से मिलता-जुलता लगता है) फोन पर मोदी से गुजारिश कर रही है कि अपने 3 डी अवतार में ही आकर एक बार गुजरात की हालत देख लें।

एक ने तो एकदम ताजा मामले को सामने रख दिया। पीएम मोदी ने कल ही उपभोक्ता संरक्षण पर बयान दिया था और कहा था कि इस बारे में वे कड़ा कानून बनाएंगे कि कंपनियां जो वादा करें विज्ञापन में उसे पूरा करें। इसी से प्रेरित होकर कार्टूनिस्ट मंजुल का यह कार्टून किसी ने ट्वीट किया।

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Published: 27 Oct 2017, 6:27 PM
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