‘ट्विटर से #AmitShahKiLoot ऐसे गायब हुआ, जैसे तुलसीराम प्रजापति जेल से’
रविवार को जब जय अमित शाह की कंपनी के बारे में खबर आई, तो सोशल मीडिया पर एक हैशटैग ट्रेंड कर रहा था। लेकिन शाम होते होते, गायब हो गया। लोग अचंभित हैं कि, ऐसा कैसे हो गया
“ #AmitShahKiLoot ट्विटर से ऐसे गायब हुआ, जैसे तुलसीराम प्रजापति जेल से (2017)” यह वह वाक्य है जिससे सोशल मीडिया हैरान है। दरअसल रविवार को जब ‘शाह’जादे की कंपनी के बारे में एक वेबसाइट पर खबर आई, तो सोशल मीडिया पर एक हैशटैग ट्रेंड कर रहा था। लेकिन शाम होते होते, गायब हो गया। लोग अचंभित हैं कि, क्या ट्विटर इंडिया के कान उमेठे गए इसे लेकर।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय अमित शाह की कंपनी के बारे में खबर आते ही, लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया देनी शुरु कर दी। और तमाम लोगों ने इस पर अपनी राय रखी।
पत्रकार सिद्धार्थ वर्दराजन ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि जो मंत्री नौकरियां जाने को शुभ मानता है, वह एक युवा उद्यमी के बचाव में कैसे मैदान में कूद पड़ा है।
गुजरात पुलिस में रह चुके आईपीएस अफसर संजीव भट्ट ने लिखा कि विकास की आंखमिचौली बंद, गुजरात में मिला।
एक ने लिखा कि अब समझ में आया कि बीजेपी मंदिर वहीं बनाएंगे का नारा इसलिए लगाती थी, क्योंकि जय अमित शाह की कंपनी का नाम टेंपल एंटरप्राइजेज है।
एक अन्य व्यक्ति ने एक कैरीकेचर पोस्ट किया जिसमें अमित शाह भिखारियों को समझा रहे हैं कि उनके बेटे की कंपनी का टर्नओवर 16000 फीसदी टैक्नीकर कारणों से बढ़ा है।
जेम्स विलसन ने लिखा कि अमित शाह का बेटा किसान है और यह फार्म इनकम का पायलट प्रोजेक्ट है।
लेकिन जब यह बड़ी खबर पूरे देश में फैल गई और चर्चा होने लगी तो बीजेपी के भक्तों की टोली सोशल मीडिया पर उस रिपोर्टर के पीछे हाथ धोकर पड़ गई, जिसने यह खबर लिखी थी। इस पर भी कुछ लोगों ने चुटकी ली।
इस बीच ये खबरें भी सामने आईं कि अमित शाह के बेटे की खबर का खुलासा करने वाली वेबसाइट डाउनटाइम से जूझ रही है।
सोशल मीडिया पर एक यूजर ने प्रधानमंत्री से ही सवाल पूछा कि आपने कहा था, न खाउंगा न खाने दूंगा, फिर आर्थिक संकट के दौर में ऐसा कैसे हो गया।
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Published: 08 Oct 2017, 11:42 PM