टोक्यो पैरालंपिक में इतिहास रचने से एक कदम दूर नोएडा के DM सुहास, बैडमिंटन में पक्का किया मेडल

अब तक कोई भी भारतीय खिलाड़ी ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में बैंडमिटन में गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा नहीं कर सका है। सुहास फाइनल में जीत के साथ नया इतिहास भी रच देंगे।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

टोक्यो में चल रहे पैरालंपिक गेम्स में शानिवार को भारत के लिए बैडमिंटन से भी अच्छी खबर सामने आ रही है। नोएडा के डीएम सुहास एल यथिराज ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए फाइनल में जगह बना ली है। आपको बता दें, सुहास के फाइनल में पहुंचने के साथ ही बैडमिंटन में भारत के लिए एक और मेडल पक्का हो गया है।

बैडमिंटन मेन्स सिंगल्स के एसएल4 क्लास सेमीफाइनल में सुहास ने इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतिवान को सीधे सेटों में 2-0 से हराया। सुहास ने सेमीफाइनल मुकाबला सिर्फ 30 मिनटों में 21-9, 21-15 से जीता। आपको बता दें, अब तक कोई भी भारतीय खिलाड़ी ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में बैंडमिटन में गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा नहीं कर सका है। सुहास फाइनल में जीत के साथ नया इतिहास भी रच देंगे।

सुहास के फाइनल में पहुंचने के साथ ही भारत को टोक्यो पैरालंपिक में एक और पदक पक्का हो गया। भारत ने अब तक टोक्यो पैरालंपिक में अब तक 3 गोल्ड, 7 सिल्वर और पांच ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। वहीं सुहास का एक मेडल पक्का है। दूसरी तरफ प्रमोद भगत भी एसएल3 क्लास के फाइनल में पहुंचे हैं। अब प्रमोद और सुहास के पास भारत की तरफ से बैडमिंटन में पहला गोल्ड जीतने का मौका है। दोनों का एक-एक पदक तो पक्का है। इसके साथ ही भारत के 15 पदक पक्के हो चुके हैं।

इससे पहले भारत को किसी भी ओलंपिक और पैरालंपिक में बैडमिंटन में गोल्ड नहीं मिला है।इससे पहले लंदन ओलंपिक 2012 में साइना नेहवाल ने कांस्य, रियो ओलंपिक 2016 में पीवी सिंधु ने सिल्वर और टोक्यो 2020 में सिंधु ने कांस्य पदक जीता था।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia