खेल: आगे से सितारों को मर्जी से मैच चुनने की अनुमति नहीं देगा BCCI और सिराज को बुमराह की कमी खली
गंभीर और चयन समिति के प्रमुख अजित अगरकर टीम में जरूर ऐसा माहौल बनाना चाहेंगे जिसमें सभी को बराबर माना जाए। सिराज ने मैच में नौ विकेट लेकर न केवल 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार जीता, बल्कि अपने प्रशंसकों से भी खूब प्रशंसा बटोरी।

गंभीर-अगरकर प्रभाव: आगे से सितारों को मर्जी से मैच चुनने की अनुमति नहीं देगा बीसीसीआई
गौतम गंभीर हमेशा से भारतीय क्रिकेट में मेगा स्टार संस्कृति के खिलाफ रहे हैं लेकिन इंग्लैंड दौरे पर मोहम्मद सिराज के लगातार अच्छे प्रदर्शन से भारत के मुख्य कोच को अब अपने हिसाब से ‘टीम कल्चर’ बनाने का मौका मिल गया है।
इंग्लैंड से श्रृंखला 2 . 2 से ड्रॉ कराने के बाद गंभीर और चयन समिति के प्रमुख अजित अगरकर टीम में जरूर ऐसा माहौल बनाना चाहेंगे जिसमें सभी को बराबर माना जाए। समझा जाता है कि चयन समिति, गंभीर और भारतीय क्रिकेट के आला अधिकारी कार्यभार प्रबंधन के नाम पर खिलाड़ियों के मर्जी से मैच और श्रृंखला खेलने के चलन पर रोक लगाने को लेकर एकमत हैं ।
बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा ,‘‘ इस पर बात हुई है और केंद्रीय अनुबंध प्राप्त खिलाड़ियों को बता दिया गया है , खास तौर पर उनको जो सभी प्रारूपों में नियमित खेलते हैं कि भविष्य में अपनी मर्जी से मैच चुनने का कल्चर नहीं चलेगा ।’
उन्होंने कहा ,‘‘ इसके यह मायने नहीं हैं कि कार्यभार प्रबंधन पर ध्यान नहीं दिया जायेगा । तेज गेंदबाजों का कार्यभार प्रबंधन जरूरी है लेकिन इसकी आड़ में खिलाड़ी अहम मैचों से बाहर नहीं रह सकते ।’’
इंग्लैंड में युवा भारतीय ब्रिगेड के धमाकेदार प्रदर्शन से सीनियर कोहली और रोहित की राह मुश्किल
भारत का बेहद कड़े मुकाबले वाली एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में इंग्लैंड को 2-2 से बराबरी पर रोकना टीम में शामिल नए क्रिकेटरों के आत्मविश्वास और देश तथा टीम के लिए अपना सब कुछ झोंकने की निडरता का जश्न था।
मोहम्मद सिराज ने लगभग 200 ओवर गेंदबाजी की और अपने थके हुए शरीर को पांच टेस्ट मैच के दौरान अच्छी तरह संभाला। वाशिंगटन सुंदर कभी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटे। यशस्वी जायसवाल ने जरूरत पड़ने पर योगदान दिया, आकाश दीप और प्रसिद्ध कृष्णा प्रभावी नजर आए और साई सुदर्शन ने अपनी दीर्घकालिक उपयोगिता की झलक दिखाई।
लेकिन इस शानदार प्रयास का एक और आयाम भी है।
इससे सवाल उठता है कि टी20 और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले विराट कोहली और रोहित शर्मा तथा चोटों से जूझने वाले जसप्रीत बुमराह जैसे सीनियर खिलाड़ियों का क्या होगा।
कोहली 36 और रोहित 38 साल के हैं और ये दोनों संभवत: ऑस्ट्रेलिया में तीन मैच की एकदिवसीय श्रृंखला और उसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदान पर तीन मैच की एकदिवसीय श्रृंखला में खेलेंगे।
इसके बाद इन दोनों को जनवरी-जुलाई 2026 के बीच न्यूजीलैंड (स्वदेश) और इंग्लैंड (विदेश में) के खिलाफ छह एकदिवसीय मैचों में खेलने का मौका मिलेगा।
जस्सी भाई की कमी खली, अगर वह होते तो यह खास होता: सिराज
यह जगजाहिर है कि मोहम्मद सिराज के लिए जसप्रीत बुमराह प्रेरणा स्रोत रहे हैं और हैदराबाद के इस गेंदबाज ने स्वीकार किया कि यहां इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच में भारत की जीत के बाद उन्हें अपने गौरवशाली क्षणों में अपने सीनियर साथी तेज गेंदबाज की कमी खल रही थी।
सिराज ने ओवल में पांचवें टेस्ट की दूसरी पारी में पांच विकेट लिए, जिससे भारत ने सोमवार को रोमांचक मुकाबले में इंग्लैंड को छह रन से हराकर श्रृंखला 2-2 से बराबर कर ली।
सिराज ने मैच में नौ विकेट लेकर न केवल 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार जीता, बल्कि अपने प्रशंसकों से भी खूब प्रशंसा बटोरी।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में भावुक सिराज ने कहा, ‘‘हर बल्लेबाज, हर गेंदबाज (जिसने टेस्ट खेला), उसे मैं सलाम करता हूं। जिस तरह से हमने वापसी की वह शानदार थी। मुझे जस्सी (बुमराह) भाई की याद आती है क्योंकि अगर वह वहां होते तो यह खास होता। मुझे जस्सी भाई और खुद पर विश्वास है।’’
बेन स्टोक्स टीम में होते तो इंग्लैंड जीत जाता: वॉन
पूर्व कप्तान माइकल वॉन का मानना है कि प्रेरणादायी कप्तान बेन स्टोक्स की अनुपस्थिति में भारत के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच के अंतिम दिन इंग्लैंड की टीम ने हड़बड़ी दिखाई, जबकि उसे जीत के लिए केवल 35 रन चाहिए थे और उसके चार विकेट बचे थे।
भारत ने शानदार वापसी करते हुए छह रन से जीत दर्ज करके पांच मैचों की श्रृंखला 2-2 से बराबर कर ली।
वॉन ने कहा, ‘‘बेन स्टोक्स टीम में होते, तो इंग्लैंड यह टेस्ट मैच जीत जाता। वह इस टीम में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं। वह टीम को मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखते हैं। इंग्लैंड ने (पांचवें दिन सुबह) हड़बड़ी दिखाई। ’’
वॉन ने बीबीसी के टेस्ट मैच स्पेशल में कहा, ‘‘उन्हें बस एक साझेदारी की ज़रूरत थी। जिस तरह से वे आक्रामक होकर खेलते हैं उसमें वे हड़बड़ी दिखाते हैं। कल (रविवार) दोपहर हैरी ब्रुक के आउट होने से पारी का पतन शुरू हुआ, लेकिन इंग्लैंड का यही खेलने का तरीका है।’’
स्टोक्स कंधे की चोट के कारण पांचवें टेस्ट में नहीं खेल पाए, जबकि तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर और ब्रायडन कार्स को आराम दिया गया।
शीर्ष वरीयता प्राप्त ज्वेरेव गत विजेता पोपिरिन को हराकर सेमीफाइनल में
शीर्ष वरीयता प्राप्त अलेक्जेंडर ज्वेरेव ने पहला सेट गंवाने के बाद शानदार वापसी करके ऑस्ट्रेलिया के 18वीं वरीयता प्राप्त एलेक्सी पोपिरिन को हराकर नेशनल बैंक ओपन टेनिस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया।।
जर्मन खिलाड़ी और यहां 2017 के चैंपियन ज्वेरेव ने पिछली बार के विजेता पोपिरिन को 6-7 (8), 6-4, 6-3 से पराजित किया। सेमीफाइनल में उनका मुकाबला रूस के कारेन खाचानोव या अमेरिका के एलेक्स मिशेलसन से होगा।
दुनिया में तीसरे नंबर के खिलाड़ी ज्वेरेव 75वीं बार एटीपी टूर के सेमीफ़ाइनल में पहुंचे हैं। वह अपने कुल 25वें और एटीपी 1000 मास्टर्स टूर्नामेंट में आठवें ख़िताब की तलाश में हैं।
पीटीआई के इनपुट के साथ
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