सट्टेबाजी ऐप मामला: युवराज सिंह ED के दफ्तर पहुंचे, दर्ज कराए बयान
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने युवराज सिंह से पूछताछ की और धन शोधन निरोधक अधिनियम के तहत उनके बयान दर्ज किए। एक इन्फ्लुएंसर अन्वेशी जैन भी इसी मामले में पूछताछ के लिये ईडी के समक्ष पेश हुई।

भारत के पूर्व स्टार क्रिकेटर युवराज सिंह आनलाइन सट्टेबाजी ऐप ‘वनxबेट’ से जुड़े धन शोधन के मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष मंगलवार को पेश हुए।
सफेद टीशर्ट और जींस पहने 43 वर्ष के युवराज दोपहर बारह बजे एजेंसी के दफ्तर पहुंचे।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने इस हरफनमौला से पूछताछ की और धन शोधन निरोधक अधिनियम के तहत उनके बयान दर्ज किए। एक इन्फ्लुएंसर अन्वेशी जैन भी इसी मामले में पूछताछ के लिये ईडी के समक्ष पेश हुई।
इन से पहले ही हो चुकी है पूछताछ
ईडी इससे पहले क्रिकेटर सुरेश रैना, शिखर धवन, रॉबिन उथप्पा, टीएमसी की पूर्व सांसद और बांग्ला अभिनेत्री मिमि चक्रवर्ती, अभिनेता अंकुश हाजरा से भी पूछताछ कर चुका है । अभिनेता सोनू सूद को बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
चलता रहेगा पूछताछ का सिलसिला
इस सट्टेबाजी ऐप के संचालन की जांच ईडी की ऐसे प्लेटफार्मों के खिलाफ व्यापक जांच का हिस्सा है, जिन पर करोड़ों रुपये की ठगी करने और कथित तौर पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों की भारी मात्रा में चोरी करने के आरोप हैं।
इस जांच के तहत आने वाले दिनों में एजेंसी द्वारा कुछ अन्य खिलाड़ियों, फिल्म अभिनेताओं, ऑनलाइन प्रभावशाली व्यक्तियों और मशहूर हस्तियों से पूछताछ किए जाने की संभावना है।
ईडी का अगला कदम क्या होगा?
सूत्रों के अनुसार ईडी जल्द ही इस मामले में उन लोगों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर सकता है जो ऐप की प्रचार गतिविधियों से अर्जित कथित आपराधिक आय का इस्तेमाल करते पाए गए हैं। बाद में अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार एजेंसी की जांच का उद्देश्य मशहूर हस्तियों से यह जानना है कि सट्टेबाजी कंपनी ने उनसे समर्थन प्राप्त करने के लिए किस प्रकार संपर्क किया, भारत में संपर्क के लिए नोडल व्यक्ति कौन है, भुगतान का तरीका (हवाला या बैंकिंग चैनल के माध्यम से नकद) और भुगतान का स्थान (भारत या विदेश में) आदि क्या है ।
ईडी का सवाल
समझा जाता है कि एजेंसी क्रिकेटरों और अभिनेताओं के बयान दर्ज करते हुए उनसे पूछ रही है कि क्या उन्हें पता था कि भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग अवैध है। एजेंसी ने उनसे इस ऐप के साथ किए गए उनके अनुबंधों और सभी संबंधित ईमेल और कागजी दस्तावेजों की एक प्रति भी मांगी है।
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