खेलः कमिंस ने हार के लिए फील्डिंग-बैटिंग को बताया जिम्मेदार और कप्तानी छोड़कर हल्का महसूस कर रहे हैं बटलर
गुजरात टाइटन्स के हेड कोच आशीष नेहरा ने कप्तान शुभमन गिल की तारीफ करते हुए कहा कि मैं गिल को ऐसे कप्तान के रूप में देख रहा हूं जो इस टीम को आगे ले जाएगा। राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स के बीच मैच में सभी की निगाहें यशस्वी जायसवाल पर टिकी रहेंगी।

कमिंस ने हार के लिए फील्डिंग और बल्लेबाजी को बताया जिम्मेदार
सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस ने गुरुवार को इंडियन प्रीमियर लीग 2025 के 15वें मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के हाथों 80 रनों की करारी हार के बाद स्वीकार किया कि उनकी टीम खुद को ही दोषी मानती है। उनके शब्दों ने एसआरएच की रात को बयां कर दिया- फील्डिंग में लापरवाही, डैथ ओवरों में गेंद से भटकाव और बल्ले से पूरी तरह से मात। सीजन का अपना पहला घरेलू मैच खेल रही केकेआर ईडन गार्डन्स में शानदार प्रदर्शन करने के लिए बेताब थी। शुरुआती झटकों के बावजूद जिसमें क्विंटन डी कॉक (1) और सुनील नारायण (7) सस्ते में आउट हो गए, अजिंक्य रहाणे (27 गेंदों पर 38) और युवा अंगकृष रघुवंशी (32 गेंदों पर 50) के बीच एक संतुलित साझेदारी ने मंच तैयार किया। लेकिन पारी के उत्तरार्ध में केकेआर ने वास्तव में अपनी रणनीति बदली।
कमिंस ने मैच के बाद कहा, "आज रात बहुत अच्छी नहीं रही। पारी के मध्य में ब्रेक के दौरान, हमें लगा कि यह संभव है। यह एक बहुत अच्छा विकेट था। हमने फील्डिंग में कुछ ज्यादा ही रन दे दिए और जाहिर तौर पर (बल्लेबाजी में) कमजोर रहे। आपको यथार्थवादी होना चाहिए - लगातार तीन गेम में, यह हमारे लिए कारगर नहीं रहा।'' कमिंस ने कहा, "दो सप्ताह से भी कम समय पहले, हमने 280 रन बनाए थे। हमारे बल्लेबाज इसे झेलने में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन आपको यह सोचना होगा कि क्या आप अलग-अलग विकल्प अपना सकते हैं।"
कमिंस के लिए सबसे बड़ी निराशा फील्ड में उनका खराब प्रदर्शन रहा। कमिंस ने निष्कर्ष निकाला, "शायद हम अपनी फील्डिंग से ज्यादा निराश हैं - कुछ कैच और कुछ मिसफील्ड जिन्हें हमें ठीक करना होगा। कुल मिलाकर गेंदबाजी खराब नहीं थी, उन्होंने अंत में अच्छी बल्लेबाजी की। हमने केवल तीन ओवर स्पिन गेंदबाजी की - मुझे नहीं लगता कि बहुत ज्यादा स्पिन थी। कटर तेज गेंदबाजों के लिए ग्रिप कर रहे थे, इसलिए वे उसी रास्ते पर चले गए।"
कप्तानी छोड़ने के बाद हल्का महसूस कर रहे हैं बटलर
इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज जोस बटलर ने कहा कि अपनी राष्ट्रीय टीम की कप्तानी छोड़ने के बाद वह हल्का महसूस कर रहे हैं और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपनी नई मानसिकता के साथ स्वच्छंद होकर खेल रहे हैं। इंग्लैंड की टीम चैंपियंस ट्रॉफी में ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ पाई थी इसके बाद बटलर ने कप्तानी छोड़ दी थी। वह इस दौरान स्वयं रन बनाने के लिए जूझ रहे थे। लेकिन आईपीएल में गुजरात टाइटंस की तरफ से खेलते हुए उन्होंने अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है। इस 34 वर्षीय बल्लेबाज ने तीन मैच में 166 रन बनाए हैं जिसमें दो अर्थशतक शामिल हैं।
बटलर ने शुक्रवार को कहा, ‘‘मैं निश्चित तौर पर काफी हल्का महसूस कर रहा हूं। कप्तान के रूप में जब आप अनुकूल परिणाम हासिल नहीं करते हो तो आप पर इसका दबाव पड़ता है तथा आप चीजों को सही करने के लिए अपना काफी समय और ऊर्जा लगाते हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अब कप्तानी की जिम्मेदारी से मुक्त होने के बाद मैं काफी सहज महसूस कर रहा हूं। अब मैं अपना पूरा ध्यान अपने खेल पर लगा सकता हूं।’’ बटलर टी20 क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के रूप में खेलते रहे हैं लेकिन हाल में वह इंग्लैंड और अब आईपीएल में गुजरात की तरफ से तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने को लेकर सहज हूं। मैंने हाल में इंग्लैंड की तरफ से भी इस नंबर पर बल्लेबाजी की थी और मैं सलामी बल्लेबाज के रूप मेंअपने अनुभव का इस्तेमाल कर रहा हूं।’’
बटलर ने गुजरात टाइटंस के कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व कौशल और साईं सुदर्शन की बल्लेबाजी की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा, ‘‘गिल शानदार कप्तान है। उसके पास नेतृत्व कौशल के अच्छे गुण हैं। वह आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व करता है। वह सभी के साथ मिलकर रहता है। मैं वास्तव में उसकी कप्तानी में खेलने का आनंद ले रहा हूं।’’ सुदर्शन के बारे में बटलर ने कहा, ‘‘साईं वास्तव में प्रभावशाली बल्लेबाज है। वह बेहतरीन खिलाड़ी है। मैं जानता था कि वह अच्छा खिलाड़ी है लेकिन जब आपको करीब से देखने का मौका मिलता है अब आप सही आकलन कर सकते हैं। वह शानदार बल्लेबाज है और उसका भविष्य उज्जवल है।’’
नेहरा ने गिल की तारीफ की, जीटी को आगे ले जाने वाला कप्तान बताया
गुजरात टाइटन्स के हेड कोच आशीष नेहरा ने फ्रेंचाइजी के दीर्घकालिक नेतृत्व की भूमिका के लिए कप्तान शुभमन गिल का समर्थन किया। नंबर 1 रैंक वाला वनडे बल्लेबाज पिछले संस्करण की शुरुआत से पहले पूर्व कप्तान हार्दिक पांड्या के जाने के बाद लगातार दूसरे आईपीएल सीजन में फ्रेंचाइजी का नेतृत्व कर रहा है। पांड्या की कप्तानी में, गुजरात ने 2022 सीजन में अपने पहले प्रदर्शन में खिताब जीता। अगले सीजन में, गुजरात फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स से हारने के बाद उपविजेता रहा। ऑलराउंडर के मुंबई इंडियंस में जाने के बाद, कप्तानी गिल को सौंप दी गई। नेहरा ने कहा, "पिछले एक साल में शुभमन गिल के साथ मेरी जितनी भी बातचीत हुई है, उससे मुझे लगता है कि एक व्यक्ति अपने अनुभवों से ही सबसे बेहतर सीखता है। इसलिए, इस साल, चीजें और बेहतर होती जाएंगी। फिर से, मेरे लिए, यह सिर्फ नतीजों के बारे में नहीं है। मैं शुभमन गिल को एक व्यक्ति, एक कप्तान और एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देख रहा हूं जो इस टीम को आगे ले जाएगा।''
नेहरा ने जियो हॉटस्टार के शो 'आवा दे' पर कहा, "अगर शुभमन जैसा खिलाड़ी, जो तीन से चार साल से एक ही टीम का हिस्सा है, जमीन से जुड़ा रहता है, खेल से सीखता रहता है और आगे बढ़ता रहता है - जो कि उसके स्वभाव में है - तो उसके लिए आसमान ही सीमा है। मेरा यही मानना है।" अपने कोचिंग दर्शन के बारे में बात करते हुए, नेहरा ने आईपीएल जैसे तेज गति वाले टूर्नामेंट में स्थिरता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "मेरे लिए, मैं चीजों को सिर्फ कोच के नजरिए से नहीं देखता। अगर मैं खुद को ऐसे माहौल में एक खिलाड़ी की जगह रखूं - व्यस्त आईपीएल, एक लंबा लेकिन तेज गति वाला टूर्नामेंट- तो खिलाड़ियों को सबसे पहले स्थिरता की जरूरत होती है। मुझे ऐसा ही लगता है। मेरा दृष्टिकोण उन्हें बस रहने देना है; यहां कोई भी उन्हें जज नहीं कर रहा है। सबसे पहले, उन्हें बसने की जरूरत है, खासकर जब वे किसी नई फ्रेंचाइजी में शामिल होते हैं।''
अनुभवी क्रिकेटर ने आगे पेसर मोहम्मद सिराज, कैगिसो रबाडा और प्रसिद्ध कृष्णा की उनकी मजबूत मानसिकता के लिए प्रशंसा की। "एक बार जब गेंदबाज नकारात्मक मानसिकता में आ जाता है, तो उसे वापस लाना मुश्किल हो जाता है। हम खेल की परिस्थितियों को समझते हैं। ड्रेसिंग रूम और दर्शकों की मानसिकता अलग-अलग होती है, लेकिन जो चीज टीम को सही मायने में आगे बढ़ाती है, वह है ड्रेसिंग रूम के अंदर खिलाड़ी कैसे सोचते हैं। गेंदबाजों के लिए यह सकारात्मकता बहुत जरूरी है। मोहम्मद सिराज, कैगिसो रबाडा और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजोंको हमेशा यह मानना चाहिए कि वे लड़ाई में हैं। नेहरा ने समझाया, "कभी-कभी बल्लेबाज जीतता है; कभी-कभी गेंदबाज जीतता है। अगर आपका सीजन खराब रहा, तो बल्लेबाज ज्यादा बार हावी हो सकता है। लेकिन अगर आपका सीजन अच्छा रहा - जैसे कि मोहम्मद शमी ने दो साल यहां खेला, या जब हार्दिक पांड्या ने रोशनी में गेंदबाज़ी की - तो यह हेडिंग्ले में खेलने जैसा महसूस हो सकता है, यहां तक कि अहमदाबाद की उसी पिच पर भी।'' चौथे स्थान पर काबिज गुजरात टाइटन्स रविवार को तेलंगाना की राजधानी के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में संघर्षरत सनराइजर्स हैदराबाद से भिड़ेगी।
पंजाब और राजस्थान के मैच में जायसवाल पर रहेगी निगाह
राजस्थान रॉयल्स की टीम अपने नियमित कप्तान संजू सैमसन की अगुवाई में पंजाब किंग्स के खिलाफ शनिवार को यहां जब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का मैच खेलने के लिए मैदान पर उतरेगी तो सभी की निगाह खराब फॉर्म में चल रहे यशस्वी जायसवाल पर टिकी रहेगी जो मैदान के बाहर की घटनाओं के बजाय अपने प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरना चाहेंगे। जायसवाल हाल में तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने मुंबई की टीम के अपने एक सीनियर साथी के साथ कथित मतभेदों के कारण घरेलू क्रिकेट में गोवा की तरफ से खेलने का फैसला किया। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज आईपीएल में अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है। उन्होंने दिन मैच में केवल 34 रन बनाए हैं जिसका उनकी टीम राजस्थान रॉयल्स पर काफी प्रभाव पड़ रहा है।
जायसवाल की खराब फॉर्म का एक कारण उनका मैच अभ्यास की कमी है क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ फरवरी में वनडे क्रिकेट में पदार्पण के बाद वह आईपीएल से पहले किसी प्रतिस्पर्धी मैच में नहीं खेले थे। उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी की टीम से भी बाहर कर दिया गया था। सैमसन की उंगली में चोट के कारण राजस्थान रॉयल्स ने रियान पराग को पहले तीन मैच के लिए कप्तान नियुक्त किया था और यह स्पष्ट नहीं है कि जायसवाल को यह फैसला नागवार गुजरा या नहीं।लेकिन यह बात किसी से छुपी नहीं है कि जायसवाल आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में बड़ी भूमिका निभाना चाहते हैं लेकिन अभी उन्हें अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करना होगा क्योंकि आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में फॉर्म बद से बदतर होने में देर नहीं लगती।
रियान पराग की कप्तानी में नेतृत्व कौशल की अनुभवहीनता स्पष्ट नजर आई लेकिन इस बीच उसकी टीम ने चेन्नई सुपर किंग्स को हराया जिससे उसके खिलाड़ी आत्मविश्वास हासिल करना चाहेंगे। रॉयल्स के लिए सबसे बड़ी चुनौती पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर होंगे जिन्होंने लगातार दो अर्धशतक जमा कर अपनी शानदार फॉर्म का परिचय दिया है। वह लंबे शॉट खेलने से नहीं हिचकिचा रहे हैं। इसका सबूत यह है कि उन्होंने अभी तक केवल दो मैच में 13 छक्के लगाए हैं। अय्यर ने आईपीएल 2024 में 16 मैच में इतने छक्के लगाए थे।
यही नहीं अय्यर ने अपने कप्तानी कौशल का भी शानदार नमूना पेश किया है। उन्होंने पहले दो मैच में जिस तरह से ग्लेन मैक्सवेल का स्पिन गेंदबाज के रूप के रूप में इस्तेमाल किया, वह सराहनीय है। जहां तक राजस्थान रॉयल्स का सवाल है तो संजू सैमसन की कप्तान के रूप में वापसी से उसकी टीम का हौसला बढ़ेगा लेकिन पंजाब किंग्स के विजय अभियान पर रोक लगाने के लिए उसके बल्लेबाजों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग का शेड्यूल जारी, फाइनल 30 अप्रैल को
गुरुग्राम में 18 अप्रैल से शुरू हो रही ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग (जीआईपीकेएल) ने अपनी आगामी लीग का पूरा कार्यक्रम घोषित कर दिया है, जिसकी शुरुआत पुरुष मुकाबलों के साथ की जाएगी। जीआईपीकेएल में दिन का पहला मुकाबला तमिल लॉयन्स और पंजाबी टाइगर्स, दूसरा मुकाबला हरियाणवी शार्क्स और तेलुगु पैंथर्स और तीसरा मुकाबला मराठी वल्चर और भोजपुरी लेपर्ड्स के बीच खेला जाना तय है। वहीं महिला मुकाबलों की शुरुआत 19 अप्रैल से होगी, जहां दिन की पहली भिड़ंत मराठी फाल्कन्स और तेलुगु चीतास के बीच देखने को मिलेगी, जबकि अन्य मुकाबले पंजाबी टाइग्रे्स बनाम भोजपुरी लेपर्ड्स और हरियाणवी ईगल्स बनाम तमिल लायनेस के बीच खेले जाएंगे। दर्शक इन मुकाबलों का सीधा प्रसारण सोनी स्पोर्ट्स 3 पर शाम 6 बजे से ले सकेंगे।
लीग स्टेज 27 अप्रैल तक चलेगी, जिसके बाद नॉकआउट राउंड शुरू होगा। पुरुष वर्ग के सेमीफाइनल 28 अप्रैल तो महिला वर्ग के सेमीफाइनल 29 अप्रैल को खेले जाएंगे। टूर्नामेंट का समापन 30 अप्रैल को पुरुषों और महिलाओं दोनों के फाइनल के साथ होगा। टूर्नामेंट के शेड्यूल की घोषणा करते हुए होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (हिप्सा) की अध्यक्ष कांति डी. सुरेश ने कहा, "पुरुष और महिला दोनों ही टीमों के समायोजन वाले इस टूर्नामेंट का शेड्यूल तैयार करना एक अलग ही भावना है। यह मंच लैंगिक समानता सुनिश्चित करता है। एक खेल प्रतिनिधि और महिला होने के नाते यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है। यह एक शानदार शुरुआत है और मुझे पूरी उम्मीद है कि हमारी यह यात्रा बहुत दूर तक जाने वाली है।"
जिस तरह से जीआईपीकेएल के मंच को सजाया गया है निश्चित तौर पर यह लीग कबड्डी के क्षेत्र में सर्वोच्चता का प्रतीक होगी। इसका प्रारूप इस तरह से तैयार किया गया है, जिसमें पुरुषों और महिलाओं की अलग-अलग टीमें विजेता बनेंगी, लेकिन केवल एक ही टीम को यह भव्य चैंपियनशिप ट्रॉफी उठाने का गौरव प्राप्त होगा। जीआईपीकेएल के पहले सीजन में कुल 6 पुरुष और 6 महिला टीमें भाग लेंगी, जिसका सीधा प्रसारण सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर किया जाएगा। इन टीमों के नाम क्षेत्रीय पहचान को दर्शाने के लिहाज से किया गया है।
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