CWG 2022: इस बार बजेगा भारत का डंका? क्या 100 पदकों का आंकड़ा होगा पार? इन खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद

कॉमनवेल्थ गेम्स का आगाज आगामी 28 जुलाई से इंग्लैंड के बर्मिंघम शहर में होने जा रहा है। वहीं इसका समापन आठ अगस्त को होगा।1930 से शुरू हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत 18वीं बार भाग लेने जा रहा है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) का आगाज आगामी 28 जुलाई से इंग्लैंड के बर्मिंघम शहर में होने जा रहा (End on August 8) है। वहीं इसका समापन आठ अगस्त को होगा। बता दें, 1930 से शुरू हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत 18वीं बार भाग लेने जा रहा(18th time in the Commonwealth Games) है।

क्या भारत इस बार 100 पदकों का आंकड़ा पार कर पाएगा?

इसी कड़ी में ओलंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को पहलवानों ने काफी सारे मेडल दिलाए। इस बीच सवाल ये है कि क्या भारत इस बार 100 पदकों का आंकड़ा पार कर पाएगा? जवाब शायद नहीं है। 2010 के बाद जब भारत ने 100 पदक का आंकड़ा हासिल किया, तो कई एथलीटों के व्यक्तिगत प्रदर्शन में सुधार हुआ होगा, लेकिन सामूहिक रूप से भारतीय दल का प्रदर्शन उस ऊंचाई को नहीं छू पाया है, जो नई दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों के बाद भारत से अपेक्षित था।

ग्लासगो 2014 में 5वें स्थान पर रहा भारत

ग्लासगो 2014 में, भारत ने 64 पदक जीते और 15 स्वर्ण, 30 रजत और 19 कांस्य के साथ 5वां स्थान हासिल किया। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हुए पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में 2018 में भारत ने कुल 66 पदकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया था, जिसमें 26 स्वर्ण, 20 रजत और 20 कांस्य पदक शामिल थे।

बर्मिघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लोगों की उम्मीदें 215 से अधिक खिलाड़ियों के कंधों पर टिकी हैं, जिन्होंने खेलों के लिए क्वालीफाई किया है। राष्ट्रमंडल खेलों ने पहले ही निशानेबाजी स्पर्धाओं को हटा दिया है, जो भारत के लिए सबसे अधिक पदक जीतने की संभावनाओं में से एक है इसलिए पदकों की संख्या खेलों के पिछले सीजन से अधिक नहीं हो सकती है।

इन खिलाड़ी से है पदक की उम्मीद

यहां उन खिलाड़ियों की सूची दी गई है, जो 28 जुलाई से शुरू होने वाले बर्मिघम राष्ट्रमंडल खेलों में संभावित पदक विजेता हो सकते हैं।

एथलेटिक्स : निस्संदेह, स्टार भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा स्वर्ण पदक जीतने के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी में से एक होंगे। उन्होंने इस पूरे साल अच्छा प्रदर्शन किया है और दो अलग-अलग मौकों पर एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज किया है। नीरज राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में बहुप्रतीक्षित 90 मीटर का आंकड़ा भी पार करना चाहेंगे।

भारत ने बमिर्ंघम राष्ट्रमंडल खेलों के लिए चोपड़ा, दुती चंद और हिमा दास सहित 37 सदस्यीय एथलेटिक्स टीम का नाम रखा है। हालांकि, सीडब्ल्यूजी 2022 से पहले चोटिल होने के बाद शॉट पुटर तजिंदरपाल सिंह को बाहर होना पड़ा। तेजस्विन शंकर के लिए ऊंची कूद में भाग लेना भारत की संभावना को बढ़ा सकती है।

बैडमिंटन : भारत के पास कम से कम चार स्वर्ण पदक जीतने का शानदार मौका है। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु भी राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में पदक जीतने का लक्ष्य रखेंगी। पीवी सिंधु को सिंगापुर ओपन 2022 में घातक फॉर्म में देखा गया था क्योंकि भारतीय शटलर ने खिताब जीता था।

उनके अलावा लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत, सात्विक रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी शानदार फॉर्म में हैं। इन सभी में स्वर्ण पदक जीतने का गुण है।

बॉक्सिंग : मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन सामने से मजबूत बॉक्सिंग दस्ते की अगुआई करेंगी। तेलंगाना का बॉक्सर भारत का अगला बड़ा बॉक्सिंग सुपरस्टार बनने के लिए काफी उम्मीदें दिखा रहा है। युवा मुक्केबाज 50 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने के लिए राष्ट्रमंडल खेलों में भाग ले रहा है।

निकहत के साथ विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता अमित पंघाल, ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन, एशियाई चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता संजीत कुमार भारत के लिए स्वर्ण पदक की संभावनाएं हैं, जबकि शिवा थापा और मोहम्मद हुसामुद्दीन भी अपने ²ढ़ संकल्प से लोगों को आश्चर्यचकित कर सकते हैं।

टेबल टेनिस: पिछले सीजन में, पुरुष टीम, महिला टीम और महिला एकल में मनिका बत्रा ने टेबल टेनिस में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया।

भारत के पास एक बार फिर पुरुष और महिला टीम दोनों में स्वर्ण जीतने का सबसे अच्छा मौका है। महिला एकल में बत्रा और पुरुष एकल में साथियान गणशेखरन या शरत कमल भी व्यक्तिगत स्वर्ण जीत सकते हैं।

वेटलिफ्टिंग : ओलंपिक रजत पदक विजेता सैखोम मीराबाई चानू के नेतृत्व में, वेटलिफ्टिंग भी सोने की दौड़ में हैं। 2021 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक विजेता बिंद्यारानी देवी और विश्व चैंपियनशिप में 9वें स्थान पर रहीं गुरुराजा पुजारी अपने प्रदर्शन से दुनिया को चौंका सकती हैं।

कुश्ती : टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता रवि कुमार दहिया और बजरंग पूनिया भारत के लिए स्वर्ण पदक की प्रमुख उम्मीदें हैं। हालांकि, दीपक पुनिया, विनेश फोगट के साथ रियो खेलों के ओलंपिक कांस्य पदक विजेता, साक्षी मलिक और 2021 एशियाई चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता दिव्या काकरान भी कुश्ती में भारत के लिए प्रमुख पदक की उम्मीदे हैं।

ये हो सकते हैं स्वर्ण पदक के दावेदार

इसके अलावा इन पहलावनों से भी हैं उम्मीद नवीन (74 किलो) , दीपक (97 किलो) और मोहित ग्रेवाल (125 किलो) के लिये भी यह अच्छा मौका है। महिला वर्ग में अंशु मलिक चोटों से जूझ रही थी लेकिन वह स्वर्ण की प्रबल दावेदार (strong contender for gold) हैं।

पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक से उनसे उम्मीदें बढी (silver medal in last year's World Championships) है। दिव्या ककरान (68 किलो) , पूजा गेहलोत (50 किलो) और पूजा सिहाग (76 किलो) से भी उम्मीदें हैं।

भारत 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स की कुश्ती स्पर्धा में 12 पदक जीतकर शीर्ष रहा था जिसमें पांच स्वर्ण शामिल थे। गौरतलब है कि कॉमनवेल्थ गेम्स में कुश्ती के मुकाबले पांच अगस्त (Commonwealth Games) से शुरू होंगे।


इन भारतीय एथलीटों से गोल्ड मेडल की उम्मीद

1. भारत के स्टार जैवलीन प्लेयर नीरज चोपड़ा से निश्चित तौर पर कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद होगी। नीरज ने टोक्यो में पिछले साल के ओलंपिक खेलों में जोरदार प्रदर्शन दर्ज किया था, जहां उन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रौशन किया था।

2. भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु से भी मेडल जीतने की उम्मीदें होंगी। सिंधु ने हाल ही में अपना पहला सुपर 500 बैडमिंटन खिताब जीतकर ये बता दिया कि वो कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

3. पीवी सिंधु के अलावा लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत की जोड़ी पर भी निगाहें रहेगी जिन्होंने इस साल की शुरुआत में भारतीय टीम को ऐतिहासिक थॉमस कप जिताने में अहम योगदान दिया था। देखना दिलचस्प होगा कि ये दोनों युवा खिलाड़ी कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में कैसा प्रदर्शन करते हैं।

4. बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में क्रिकेट के जुड़ने से भारतीय महिला टीम भी स्वर्ण जीतने की प्रबल दावेदारों में शामिल है। हालांकि उन्हें ये खिताब जीतने के लिए मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम से पार पाना पड़ेगा। बता दें कि मेजबान टीम इंग्लैंड भी गोल्ड मेडल जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही है।

5. एक प्रमुख खेल जिसमें भारत स्वर्ण पदक की उम्मीद कर सकता है वह है कुश्ती। रेसलिंग में विनेश फोगट और साक्षी मलिक पर नजर होंगी और उम्मीद रहेगी कि ये दोनों विपक्षी खिलाड़ियों को चारों खाने चित कर मेडल जीतने में कामयाबी हासिल करेंगी।

(IANS के इनपुट के साथ)

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