खेल: द. अफ्रीका से हार के बावजूद खुश है ये भारतीय महिला खिलाड़ी और अपने भविष्य से जुड़े सवाल पर क्या बोले मेसी?

हरमनप्रीत कौर ने कहा है कि फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से पांच विकेट से हारने के बावजूद त्रिकोणीय सीरीज में टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा और लियोनल मेसी ने कहा है कि संन्यास के बाद वह बार्सिलोना में ही रहना चाहेंगे।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

अपने भविष्य से जुड़े सवाल पर बोले मेसी- मैं बार्सिलोना लौटूंगा

अर्जेंटीना को अपनी कप्तानी में विश्व चैंपियन बनाने वाले फुटबॉल खिलाड़ी लियोनल मेसी ने कहा है कि संन्यास के बाद वह बार्सिलोना में ही रहना चाहेंगे। बार्सिलोना के साथ अपने क्लब फुटबॉल करियर की शुरुआत करने वाले मेसी फिलहाल पेरिस सेंट जर्मन के लिए खेल रहे हैं। मौजूदा समय में दुनिया के सबसे बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक मेसी ने साफ किया है कि वह अपने फुटबॉल करियर का अंत होने के बाद बार्सिलोना में ही रहेंगे। डारियो ओले के साथ इंटरव्यू में मेसी ने कहा, "जब मैं अपना करियर खत्म कर लूंगा, तो मैं बार्सिलोना में रहने के लिए वापस आ जाऊंगा, यह मेरा घर है।"

इंटरव्यू में मेसी ने अंतरराष्ट्रीय टीम के साथ अपनी महत्वाकांक्षाओं के बारे में भी बात की। 2026 विश्व कप अभी बहुत दूर है, हालांकि मेसी ने अभी तक यह साफ नहीं किया है कि वह इस टूर्नामेंट में खेलेंगे या नहीं, क्योंकि वह देखना चाहते हैं कि यहां से उनका करियर कैसे आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा "उम्र के कारण, 2026 तक खेलना मुश्किल होगा। मुझे फुटबॉल खेलना पसंद है और जब मुझे लगता है कि मैं अच्छी स्थिति में हूं और इसका आनंद ले रहा हूं, तो मैं इसे बनाए रखने जा रहा हूं। ऐसा लगता है कि लंबे समय तक मैं खेल सकता हूं, लेकिन अगला विश्व कप इस बात पर निर्भर करता है कि मेरा करियर कैसा चल रहा है।"

द. अफ्रीका से पांच विकेट से हारने के बावजूद भारत का प्रदर्शन बेहतर : हरमनप्रीत कौर

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा है कि फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से पांच विकेट से हारने के बावजूद त्रिकोणीय सीरीज में टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा। भारत ने बफेलो पार्क की धीमी पिच पर पहले बल्लेबाजी चुनी, लेकिन अपने 20 ओवरों में सिर्फ चार विकेट के नुकसान पर 109 रन बना पाई। हरलीन देओल ने सर्वाधिक 46 रन बनाए, लेकिन उन रनों को बनाने के लिए 56 गेंदें लीं, जबकि हरमनप्रीत ने 22 गेंदों में 21 रन बनाए। इसके अलावा, हरमनप्रीत को फिजियो की जरूरत थी और उन्हें कुछ समय के लिए मैदान से बाहर भी जाना पड़ा। हरमनप्रीत ने मैच के बाद की प्रस्तुति समारोह में कहा कि हमने कुछ अच्छे प्रदर्शन किए हैं। दुर्भाग्य से, हम उस तरह से बल्लेबाजी नहीं कर पाए, जैसा हम चाहते थे और गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया।

ऑफ स्पिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने दिखाया कि वह शानदार फॉर्म में थी, उन्होंने त्रिकोणीय श्रृंखला में बल्ले से 59 रन बनाने और पांच विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब जीता। उन्होंने कहा, पूरे टूर्नामेंट में मैंने स्थिति के अनुसार गेंदबाजी की और एक गेंदबाजी इकाई के रूप में हमने अच्छा प्रदर्शन किया। दक्षिण अफ्रीका के लिए 10 से 26 फरवरी तक होने वाले महिला टी20 विश्व कप की शुरूआत से पहले त्रिकोणीय श्रृंखला की जीत उत्साहवर्धक रही। हरफनमौला च्लोए ट्रायॉन, जिन्होंने नाबाद 57 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका के लिए जीत की राह का नेतृत्व किया, उनके प्रदर्शन से खुश थे। कप्तान सुने लुस ने फिटनेस के आधार पर टी20 विश्व कप टीम से डेन वैन नीकेर्क को बाहर करने के बारे में ऑफ-फील्ड चर्चा के बाद दक्षिण अफ्रीका को त्रिकोणीय श्रृंखला की जीत दिलाने में च्लोए के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और इस तरह के मुश्किल विकेट पर कुछ रन बनाना अच्छा है। हमने एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया। टी20 विश्व कप में जाने से हम आश्वस्त हैं। घर पर खेलना रोमांचक है।"

आर्थर की अनुपस्थिति में पाकिस्तान के कोच के रूप में काम करेंगे यासिर अराफात

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने पूर्व खिलाड़ी यासिर अराफात को राष्ट्रीय टीम का नया गेंदबाज कोच नियुक्त किया है और मिकी आर्थर के उपलब्ध नहीं होने पर मुख्य कोच के रूप में भी वह काम करेंगे। पाकिस्तान ऑब्जर्वर अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार, "आर्थर जल्द ही पाकिस्तान के 'टीम निदेशक' के रूप में अनावरण करने के लिए तैयार हैं और डर्बीशायर के साथ उनकी प्रतिबद्धता और पूर्णकालिक कोचिंग की भूमिका लेने की उनकी अनिच्छा के कारण टीम के साथ कब जाना है, यह चुनने का विकल्प होगा।"

सकलेन मुश्ताक और पूर्व गेंदबाजी कोच शॉन टेट की भूमिका निभाने के लिए नियुक्त किए गए पूर्व पाकिस्तानी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अराफात के जुलाई में श्रीलंका के दौरे और सितंबर में एशिया कप में पाकिस्तान का नेतृत्व करने की संभावना है, जिसके बाद आर्थर टीम में शामिल होंगे। अराफात को घरेलू स्तर पर कोचिंग का अनुभव है और वह इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा प्रस्तावित लेवल 4 कोचिंग कोर्स पूरा करने वाले पहले पाकिस्तान टेस्ट क्रिकेटर हैं। उन्होंने 11 वनडे, 13 टी20 और 3 टेस्ट मैचों में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया है और दुनिया भर में फ्रेंचाइजी क्रिकेट भी खेला है।

शुभमन गिल की बैटिंग पर आकाश चोपड़ा ने दिया बड़ा बयान!

टीम इंडिया के धाकड़ बल्लेबाज शुभमन गिल का बल्ला 2023 की शुरुआत से ही जमकर चल रहा है। उन्होंने पिछले 6 महीने के अंदर क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक लगाए हैं। शुभमन गिल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी टी-20 मुकाबले में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 126 रनों की पारी खेली थी। इसी मैच में राहुल त्रिपाठी ने भी शानदार बैटिंग की थी। दोनों की बैटिंग पर टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने बड़ा बयान दिया है।

आकाश चोपड़ा का मानना है कि अगर न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टी-20 में राहुल त्रिपाठी की तेजतर्रार पारी नहीं होती तो सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल को न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के निर्णायक मैच में नाबाद 126 रन बनाने की राह में और तेज बल्लेबाजी की जरूरत पड़ती। गिल ने 63 गेंदों में नाबाद 126 रन बनाए थे, जिसमें 200 की स्ट्राइक रेट से 12 चौके और सात छक्के लगाए थे, भारत ने चार विकेट के नुकसान पर 234 रन बनाए थे। जवाब में न्यूजीलैंड की टीम महज 66 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। आकाश चोपड़ा ने कहा कि राहुल त्रिपाठी ने तीसरे टी-20 में जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे शुभमन गिल को अपनी बैटिंग के लिए पूरा समय मिल सका। आकाश ने कहा कि गिल पहले तेजी से बैटिंग कर रहे थे, लेकिन बाद में त्रिपाठी जिस तरह से गेंद को हिट कर रहे थे और कुछ असाधारण शॉट खेल रहे थे, उसके कारण उन्होंने अपना समय लिया, जिससे वह इतनी बड़ी पारी खेलने में सफल हो गए।

भारत को विश्व कप जिताने वाले खिलाड़ी ने क्रिकेट को कहा अलविदा

दक्षिण अफ्रीका में खेले गए पहले टी-20 विश्व कप के उस फाइनल ओवर को कौन भूल सकता है। 24 सितंबर, 2007 को क्रिकेट के टी-20 फॉर्मेट का पहला विश्व कप खेला जा रहा था, फाइनल में थीं तो चिर प्रतिद्वंदी टीमें भारत और पाकिस्तान। उस फाइनल के आखिरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे। कप्तान धोनी ने बिल्कुल नौसिखिए गेंदबाज जोगिंदर शर्मा को गेंद थमा दी। भारतीय फैंस की सांसें मिस्बाह उल हक के क्रीज पर होने की वजह से अटकी हुई थीं। हर तरफ सवाल उठने लगे- आखिर जोगिंदर को गेंदबाजी क्यों दी गई..? लेकिन जोगिंदर शर्मा ने वो कारनामा किया जो इतिहास में दर्ज हो गया। वही जोगिंदर शर्मा ने अब इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। 39 साल के जोगिंदर शर्मा ने अपने शुक्रवार (3 फरवरी) को ट्विटर पर अपने संन्यास का ऐलान किया।

हरियाणा के रोहतक के रहने वाले जोगिंदर शर्मा को हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ज्यादा सफलता नहीं मिली। उन्होंने भारत के लिए सिर्फ 4 वनजे और 4 ही टी-20 मैच खेले हैं। लेकिन इतने मैचों में ही वो ऐसा कारनामा कर गए कि भारत का हर क्रिकेट प्रेमी उनका नाम जान गया। अहम बात यह है कि जोगिंदर ने जो चार टी-20 मैच खेले हैं वो सभी विश्व कप में खेले। जोगिंदर शर्मा की इंटरनेशनल कैरियर की शुरुआत 2004 में हुई। इसी साल उन्होंने वनडे में डेब्यू किया था और वो आखिरी वनडे मैच 2007 में खेले। इस दौरान सिर्फ 4 मैचों में ही उन्हें खेलने का मौका मिला। जोगिंदर हाल तक हरियाणा के लिए रणजी ट्राफी मैच खेल रहे थे। जोगिंदर शर्मा ने अपने संन्यास का ऐलान ट्विटर पर किया। अपने पोस्ट में उन्होंने उस पत्र को भी शेयर किया है, जो उन्होंने बीसीसीआई के सचिव जय शाह को भेजी है और रिटायरमेंट का ऐलान किया है। जोगिंदर ने अपने चिट्ठी में लिखा है कि वह बीसीसीआई, हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन, चेन्नई सुपर किंग्स और हरियाणा सरकार का शुक्रिया अदा करते हैं। जोगिंदर शर्मा ने अपने फैन्स, परिवार, दोस्तों का शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने करियर के उतार-चढ़ाव में उनका साथ दिया। बता दें कि 24 सितंबर, 2007 को टी-20 विश्व कप के पहले संस्करण का फाइनल खेला गया था। यह दिन भारतीय क्रिकेट के लिए हमेशा यादगार रहेगा। इसी दिन भारत जोहानिसबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को धूल चटाकर टी-20 वर्ल्ड कप का पहला चैंपियन बना था। इसके साथ ही महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम 1983 के बाद किसी विश्व खिताब पर कब्जा जमाने में कामयाब हुई थी।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia