भारत-पाक मैच विवादः ICC ने सूर्यकुमार और हारिस पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया, फरहान को दी चेतावनी

आईसीसी मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने इस मामले की सुनवाई की। रिपोर्ट्स के मुताबिक सूर्यकुमार यादव ने आईसीसी के फैसले के खिलाफ अपील की है। संभावना है कि आईसीसी फिर से मामले की सुनवाई कर सकती है।

ICC ने सूर्यकुमार और हारिस पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया, फरहान को दी चेतावनी
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नवजीवन डेस्क

आईसीसी ने पाकिस्तान के खिलाफ जीत के बाद पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करने के लिए भारतीय टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव पर मैच फीस का 30 फीसदी जुर्माना लगाया है। वहीं इसी मैच में आपत्तिजनक इशारों के लिए पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया है। वहीं, बल्लेबाज साहिबजादा फरहान को फटकार लगाई गई है।

14 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ जीत के बाद पुरस्कार समारोह के दौरान सूर्यकुमार यादव ने कहा था, "ये सही मौका है, हम पहलगाम हमले के पीड़ितों के साथ खड़े हैं। हम इस जीत को अपने सशस्त्र बलों को समर्पित करना चाहते हैं, जिन्होंने बहादुरी दिखाई। हम उन्हें फील्ड पर मुस्काने का मौका देते रहेंगे।" आईसीसी ने भारतीय कप्तान के इस बयान को गलत मानते हुए उन्हें सजा सुनाई है। आईसीसी ने सूर्यकुमार यादव को उनके बयान के लिए मैच फीस का 30 फीसदी जुर्माना लगाया है। साथ ही भविष्य में राजनीतिक बयान न देने का निर्देश भी दिया है।


वहीं आईसीसी ने पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया है और सलामी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान को फटकार लगाई है। आईसीसी ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भारत के खिलाफ 21 सितंबर को हुए मैच के दौरान उनके हाव-भाव की वजह से सजा सुनाई है। 21 सितंबर को भारत के खिलाफ हुए मैच में हारिस ने लड़ाकू विमान गिराने के विवादास्पद राजनीतिक इशारे किए थे। वहीं, उसी मैच में अर्धशतक पूरा करने का जश्न फरहान ने अपने बल्ले से गोली चलाने के अंदाज में मनाया था।

एक रिपोर्ट के मुताबिक आईसीसी ने दोनों पाकिस्तानी खिलाड़ियों की गतिविधि को आचार संहिता के तहत लेवल 1 के अपराध का दोषी माना। हारिस रऊफ पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। वहीं, साहिबजादा फरहान को फटकार लगाया गया है और आगे ऐसा नहीं करने का निर्देश दिया गया है। फरहान पर कोई आर्थिक जुर्माना नहीं लगाया गया है। लेवल 1 के उल्लंघन पर आमतौर पर मैच फीस का 50 प्रतिशत तक जुर्माना और एक या दो डिमेरिट अंक मिलते हैं। इस मामले में, खिलाड़ियों को केवल आर्थिक दंड और चेतावनी दी गई, लेकिन उन्हें ऐसे उल्लंघन दोबारा न करने की स्पष्ट चेतावनी दी गई।


वहीं पाकिस्तान के खिलाफ 14 सितंबर को खेला गया पहला मैच जीतने के बाद बयान के लिए सजा पाने वाले भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने मैच से पहले टॉस के समय भी पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा से हाथ नहीं मिलाया था। वहीं, मैच के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया था। प्रेस कॉफ्रेंस में जब सूर्यकुमार यादव से नो हैंडशेक से जुड़ा सवाल पूछा गया और इसे खेल भावना के विपरीत बताया गया तो उनका जवाब था- खेल भावना से बढ़कर भी बहुत कुछ होता है। वे पहलगाम आतंकी हमले के सभी पीड़ितों के साथ खड़े हैं और इसे ऑपरेशन सिंदूर में हिस्सा लेने वाले सशस्त्र बलों को समर्पित करते हैं।

पीसीबी ने भारतीय कप्तान के व्यवहार की शिकायत आईसीसी से की थी। आईसीसी ने मामले की जांच में भारतीय कप्तान को दोषी माना है और उन पर भी मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया है। साथ ही राजनीतिक बयान न देने का निर्देश दिया गया है। आईसीसी मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने इस मामले की सुनवाई की। रिपोर्ट्स के मुताबिक सूर्यकुमार यादव आईसीसी के फैसले के खिलाफ अपील की है। संभावना है कि आईसीसी फिर से मामले की सुनवाई कर सकती है।

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