खेल: भारत के सबसे मूल्यवान खिलाड़ी बने जडेजा और शास्त्री ने पंत को बतौर बल्लेबाज न खेलने दी सलाह

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को अपनी वेबसाइट पर एक वीडियो जारी किया जिसमें गंभीर ने जडेजा की जमकर तारीफ की है। भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि टीम के उप-कप्तान को तब तक एक बल्लेबाज के रूप में नहीं खेलना चाहिए।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

लॉर्ड्स टेस्ट में अपनी जुझारू पारी के लिए भारत के सबसे मूल्यवान खिलाड़ी बने जडेजा

भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने अनुभवी ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की प्रशंसा करते हुए इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में उनके प्रदर्शन को अविश्वसनीय जुझारूपन करार दिया जिसके लिए उन्हें टीम का सबसे मूल्यवान खिलाड़ी (एमवीपी) का तमगा भी दिया गया।

जडेजा 181 गेंदों पर 61 रन बनाकर नाबाद रहे लेकिन उनकी इस शानदार पारी के बावजूद भारत तीसरे टेस्ट में 22 रन से हार गया।

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को अपनी वेबसाइट पर एक वीडियो जारी किया जिसमें गंभीर ने जडेजा की जमकर तारीफ की है।

गंभीर ने 'द एमवीपी फीट रवींद्र जडेजा' शीर्षक वाले वीडियो में कहा, ‘‘यह अविश्वसनीय जुझारूपन था। जड्डू की जुझारू पारी वास्तव में शानदार थी।’’

भारत की प्रतीका रावल और इंग्लैंड की टीम पर जुर्माना लगाया गया

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की बल्लेबाज प्रतीका रावल और इंग्लैंड की टीम पर शुक्रवार को साउथम्पटन में खेले गए तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला के पहले मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की आचार संहिता के उल्लंघन के लिए जुर्माना लगाया गया।

रावल पर दो अलग-अलग घटनाओं में लेवल एक के उल्लंघन के लिए मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया और अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया।

रावल को 18वें ओवर के दौरान इंग्लैंड की गेंदबाज लॉरेन फाइलर और उसके अगले ओवर में सोफी एक्लेस्टोन के साथ अनावश्यक शारीरिक संपर्क बनाने का दोषी पाया गया।

आईसीसी ने अपनी वेबसाइट पर जारी बयान में कहा, ‘‘भारतीय सलामी बल्लेबाज को थोड़े अंतराल के भीतर हुई दो अलग-अलग घटनाओं के लिए दंडित किया गया।’’

इस प्रकार रावल के रिकार्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया, क्योंकि 24 महीने की अवधि में यह उनका पहला अपराध था।


इंग्लैंड पेनल्टी शूटआउट में स्वीडन को हराकर यूरो 2025 के सेमीफाइनल में

इंग्लैंड ने तीन मिनट के अंदर दो गोल करके पहले स्कोर बराबर किया और फिर पेनल्टी शूटआउट में स्वीडन को 3-2 से हराकर महिला यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप (यूरो 2025) के सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

जब निर्धारित समय का खेल समाप्त होने में 12 मिनट का समय बचा था तब गत चैंपियन इंग्लैंड दो गोल से पीछे चल रहा था। उसने लूसी ब्रोंज (79वें) और स्थानापन्न मिशेल अग्येमांग (81वें) के गोल की मदद से स्कोर 2-2 से बराबर किया और फिर पेनल्टी शूटआउट में जीत हासिल करके खिताब बचाने की अपनी उम्मीदों को जीवंत रखा।

इससे पहले कोसोवरे अस्लानी ने स्वीडन को दूसरे मिनट में ही बढ़त दिला दी थी जिसे स्टिना ब्लैकस्टेनियस ने 25वें मिनट में दोगुना कर दिया था।

महिला यूरो के इतिहास में यह पहली बार है कि किसी टीम ने नॉकआउट मैच में दो गोल से पिछड़ने के बाद वापसी की है।

सेमीफाइनल में इंग्लैंड का सामना मंगलवार को इटली से होगा।

पंत मैनचेस्टर में विकेटकीपिंग नहीं कर सकते तो बतौर बल्लेबाज न खेलें: शास्त्री

मैनचेस्टर टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम के उप-कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की उपलब्धता को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि टीम के उप-कप्तान को तब तक एक बल्लेबाज के रूप में नहीं खेलना चाहिए, जब तक कि वह चौथे टेस्ट से पहले मैच के लिए विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी लेने के लिए आश्वस्त न हो जाएं।

तीसरे टेस्ट में पंत ने 74 और 9 रन की पारी खेली थी। खेल के दौरान उन्हें बाएं हाथ की तर्जनी उंगली में चोट लगी थी, जिसके बाद वह मैदान से बाहर चले गए थे। वह मैच के बाकी समय विकेटकीपिंग नहीं कर पाए। उनकी अनुपस्थिति में विकेटकीपर ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली।

शुक्रवार को आईसीसी के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में शास्त्री ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि अगर पंत विकेटकीपिंग नहीं कर सकते तो उन्हें विशेषज्ञ बल्लेबाज के तौर पर मैदान में उतरना चाहिए, क्योंकि उन्हें क्षेत्ररक्षण करना होगा, और अगर वह क्षेत्ररक्षण करते हैं, तो स्थिति और खराब हो जाएगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि दस्तानों के साथ कम से कम कुछ सुरक्षा तो मिलती है। बिना दस्तानों के, अगर उन्हें कोई ऐसी चीज लग जाती है जो उन्हें चुभती है, तो यह बहुत अच्छा नहीं होगा। इससे चोट और बिगड़ जाएगी।"


2012 में स्टार्क ने सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज को अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया था: पोंटिंग

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क अपने 100वें टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। पूर्व क्रिकेटर रिकी पोंटिंग ने उनकी गेंदबाजी की तारीफ की। 

पोंटिंग ने 2012 के भारत-ऑस्ट्रेलिया दौरे का जिक्र किया, खासकर पर्थ टेस्ट में स्टार्क के स्पैल को याद करते हुए, जहां उन्होंने सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज को अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया था। पोंटिंग ने कहा कि उस स्पैल ने स्टार्क की असाधारण प्रतिभा और भविष्य में महानता की क्षमता को स्पष्ट कर दिया था। 

इस शानदार प्रदर्शन ने उनकी गति, स्विंग और आक्रामकता को दर्शाया। रिकी पोंटिंग ने 2012 के (पर्थ) टेस्ट की दूसरी पारी का जिक्र किया, जहां स्टार्क, जो उस समय अपना केवल तीसरा टेस्ट खेल रहे थे। उन्होंने सचिन तेंदुलकर को निशाना बनाया। स्टार्क ने तेंदुलकर के कंधे पर सटीक गेंदबाजी कर उन्हें दबाव में ला दिया था, जिससे उनकी प्रतिभा और आत्मविश्वास का पता चला।

आईएएनएस और पीटीआई के इनपुट के साथ

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