खेलः ICC ने पाकिस्तानी क्रिकेटर बाबर आजम पर लगाया जुर्माना और ढाका एयरपोर्ट पर 10 घंटे फंसे रहे भारतीय तीरंदाज

बीसीसीआई ने बांग्लादेश में जारी राजनीतिक संकट के बीच भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अगले महीने बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली सीमित ओवरों की घरेलू श्रृंखला को स्थगित कर दिया है।

ICC ने पाकिस्तानी क्रिकेटर बाबर आजम पर लगाया जुर्माना और ढाका एयरपोर्ट पर 10 घंटे फंसे रहे भारतीय तीरंदाज
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नवजीवन डेस्क

आईसीसी ने पाकिस्तानी क्रिकेटर बाबर आजम पर लगाया जुर्माना

आईसीसी ने पाकिस्तानी बल्लेबाज बाबर आजम पर आचार संहिता के लेवल 1 का उल्लंघन करने के लिए मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। बाबर आजम को श्रीलंका के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान आईसीसी आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया। यह मुकाबला रविवार को खेला गया था। यह घटना पाकिस्तानी पारी के 21वें ओवर में हुई, जब आउट होने के बाद बाबर ने क्रीज छोड़ने से पहले अपने बल्ले से स्टंप्स पर गेंद मारी। श्रीलंका के पूर्व कप्तान को आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2 का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया, जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान क्रिकेट उपकरण/कपड़ों, मैदानी उपकरणों और फिटिंग के दुरुपयोग से संबंधित है।

आईसीसी ने प्रेस रिलीज में बताया कि इसके अलावा, बाबर के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है। यह 24 महीने की अवधि में बाबर आजम का पहला अपराध था। मैदानी अंपायर एलेक्स व्हार्फ और राशिद रियाज, थर्ड अंपायर शरफुद्दौला इब्ने शाहिद और फोर्थ अंपायर फैसल अफरीदी ने आरोप तय किए। बाबर ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए एमिरेट्स आईसीसी इंटरनेशनल पैनल ऑफ मैच रेफरी अली नकवी की ओर से प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया। ऐसे में औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी। रावलपिंडी में 16 नवंबर को खेले गए सीरीज के तीसरे मुकाबले में पाकिस्तान ने 6 विकेट से जीत दर्ज की थी। श्रीलंकाई टीम 45.2 ओवरों में महज 211 रन पर सिमट गई।

ढाका हवाई अड्डे पर 10 घंटे तक फंसे रहे भारतीय तीरंदाज

भारतीय तीरंदाजों को उस समय बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा जब वे एशियाई चैंपियनशिप के बाद ढाका से देश लौटने के दौरान उड़ान रद्द होने के कारण लगभग 10 घंटे तक हवाई अड्डे पर फंसे रहे। यही नहीं उन्हें हिंसा प्रभावित बांग्लादेश की राजधानी में बिना सुरक्षा के एक स्थानीय बस में बिठा दिया गया और बाद में उन्हें एक घटिया आश्रय स्थल में रुकना पड़ा। भारत के 23 सदस्यीय दल के 11 सदस्य उड़ान में बार-बार हो रही देरी के कारण काफी परेशान रहे। इनमें दो नाबालिग सदस्य भी शामिल थे। इस बीच उन्होंने जिस एयरलाइंस से टिकट बुक किया था उसका भी उन्हें कोई खास सहयोग नहीं मिला।

इस दल में सीनियर खिलाड़ी अभिषेक वर्मा, ज्योति सुरेखा और ओलंपियन धीरज बोम्मादेवरा भी शामिल थे। वे शनिवार को दिल्ली के लिए रात 9.30 बजे की उड़ान के लिए ढाका हवाई अड्डे पर पहुंचे थे, लेकिन विमान में सवार होने के बाद उन्हें बताया गया कि विमान में तकनीकी खराबी आ गई है और वह उड़ान नहीं भर पाएगा। यह वह समय था जब ढाका में सड़कों पर हिंसा देखी गई थी, क्योंकि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ विशेष न्यायाधिकरण के फैसले का इंतजार हाे रहा था। भारत के इस दल में सात महिलाएं भी शामिल थीं। उड़ान को लेकर कोई स्पष्ट सूचना नहीं मिलने के कारण वे रात दो बजे तक टर्मिनल के अंदर ही रहे। इसके बाद उड़ान रद्द होने की घोषणा की गई और बताया गया कि उस रात कोई वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था नहीं की जाएगी। जैसे ही टीम हवाई अड्डे से बाहर निकली, उनकी परेशानी बढ़ गई।

देश के सबसे प्रतिष्ठित कम्पाउंड पुरुष तीरंदाज वर्मा ने आरोप लगाया कि उन्हें एक ‘‘बिना खिड़की वाली स्थानीय बस‘‘ में भर दिया गया और लगभग आधे घंटे की दूरी पर एक अस्थायी लॉज में ले जाया गया, जो एक ‘‘धर्मशाला‘‘ जैसा था। इस 36 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि जिस स्थान पर टीम को ले जाया गया था, वह ‘‘एक उचित होटल भी नहीं था‘‘, जिसमे महिलाओं के लिए एक कमरे में छह बिस्तरों वाला एक कमरा था और उसमें केवल एक शौचालय था जो बहुत गंदा था। अंतरराष्ट्रीय लेनदेन की सुविधा नहीं होने के कारण वैकल्पिक व्यवस्था करने के उनके प्रयास भी सफल नहीं हो सके। वर्मा ने कहा, ‘‘अगर हमें पता भी होता कि हमें सुबह 11 बजे तक टिकट मिल जाएगा, तो भी हम हवाई अड्डे पर ही रुक जाते। क्योंकि उन्होंने (एयरलाइन ने) कुछ भी पुष्टि नहीं की थी।‘‘

अगली सुबह सात बजे दल हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ, लेकिन दिल्ली पहुंचने पर उन्हें और अधिक देरी का सामना करना पड़ा। कई तीरंदाज हैदराबाद और विजयवाड़ा जाने वाली अपनी उड़ान नहीं पकड़ पाए, जिसके कारण उन्हें महंगी बुकिंग करानी पड़ी। वर्मा ने कठिन परिस्थिति में राष्ट्रीय टीम का समर्थन न करने के लिए एयरलाइन को जिम्मेदार ठहराने में कोई संकोच नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘आपका विमान ख़राब हो गया और आपको पता है कि बाहर दंगे हो रहे हैं तो उन्होंने हमें स्थानीय बस में कैसे बिठाया। अगर हमारे साथ कुछ हो जाता तो उसका जिम्मेदार कौन होता।’’


बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम का भारत दौरा स्थगित

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अगले महीने बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली सीमित ओवरों की घरेलू श्रृंखला को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने स्थगित कर दिया है और इसी समय विश्व चैंपियन टीम के लिए एक वैकल्पिक कार्यक्रम तैयार करने की कोशिश कर रहा है। बांग्लादेश के खिलाफ तीन एकदिवसीय और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच आईसीसी के भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) का हिस्सा थे और इनके कोलकाता तथा कटक में खेले जाने की उम्मीद थी। बीसीसीआई के एक सूत्र ने बिना कोई विवरण दिए बताया, ‘‘हम दिसंबर में एक वैकल्पिक श्रृंखला आयोजित करने की कोशिश करेंगे लेकिन अभी इस पर काम चल रहा है। जहां तक बांग्लादेश के खिलाफ श्रृंखला का सवाल है तो हमें इसके लिए मंजूरी नहीं मिली है।’’

इस महीने की शुरुआत में आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप जीतने के बाद बांग्लादेश के खिलाफ श्रृंखला टीम की पहली श्रृंखला हो सकती थी। हालांकि इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी गई लेकिन दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण राजनयिक संबंधों ने श्रृंखला के कार्यक्रम में बदलाव में भूमिका निभाई होगी।

बांग्लादेश की एक न्यायाधिकरण अदालत ने सोमवार को देश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मानवता के विरुद्ध कथित अपराधों के लिए मौत की सजा सुनाई। इस उथल-पुथल के कारण वहां छिटपुट हिंसा देखी गई है और इस घटनाक्रम के बाद भारत के साथ बांग्लादेश के संबंध भी खराब हो गए हैं। ढाका की अंतरिम सरकार ने भारत से हसीना को सौंपने की मांग की है जो अपने देश से भागकर यहां रह रही हैं।

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘हमें बीसीसीआई से श्रृंखला रद्द करने के संबंध में एक पत्र मिला है और अब हम नई तारीखों या विस्तृत जानकारी का इंतजार कर रहे हैं।’’ गौरतलब है कि बीसीसीआई ने इस साल अगस्त में बांग्लादेश में पुरुषों की टीम के सीमित ओवरों के दौरे को सितंबर 2026 तक के लिए स्थगित कर दिया था क्योंकि उस देश में अशांति के कारण हसीना के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी।

कार्लोस अल्काराज चोट के कारण डेविस कप फाइनल से हटे

दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी कार्लोस अल्काराज ने डेविस कप फाइनल से अपना नाम वापस ले लिया है। अल्काराज ने इंजरी की वजह से ये फैसला लिया। उन्होंने मंगलवार को इस फैसले की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से दी। अल्काराज ने इंस्टाग्राम पर लिखा, "मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत दुख हो रहा है कि मैं बोलोग्ना में होने वाले डेविस कप में स्पेन के साथ नहीं खेल पाऊंगा। मेरे दाहिने हैमस्ट्रिंग में सूजन है और डॉक्टरों ने मुझे प्रतियोगिता में भाग न लेने की सलाह दी है। स्पेन के लिए खेलना हमेशा के लिए बड़ी बात रही है। मैं डेविस कप के लिए बहुत उत्सुक था। मैं बहुत दुखी हूं और घर लौट रहा हूं।"

अल्काराज रविवार को एटीपी फाइनल्स चैंपियनशिप मैच के दौरान पहले सेट में जैनिक सिनर के खिलाफ खेलते हुए चोटिल हो गए थे। चोट के बावजूद उन्होंने खेलना जारी रखा था। इसका उन्हें नुकसान उठाना पड़ा। सिनर के खिलाफ मैच वह 7-6, 7-5 से हार गए। इसके अलावा, डेविस कप फाइनल से भी उन्हें हटना पड़ा। इंजरी के बाद भी कार्लोस सोमवार को बोलोग्ना में स्पेनिश टीम में शामिल हुए। लेकिन, टीम डॉक्टर द्वारा स्कैन कराने के बाद पता चला कि उनकी मांसपेशियों में सूजन है। डॉक्टरों ने उन्हें चेतावनी दी कि अगर वह कोर्ट पर उतरते हैं तो मांसपेशियों में खिंचाव का खतरा अधिक है और मांसपेशियां फट भी सकती हैं। इस वजह से अल्काराज ने डेविस कप फाइनल से अपना नाम वापस ले लिया। अल्काराज के बाहर होने से डेविस कप में स्पेन की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। अल्काराज के बाहर होने के बाद स्पेन द्वारा एकल मैचों में जौम मुनार और पाब्लो कैरेनो बुस्टा को मैदान में उतारने की संभावना है, जबकि मार्सेल ग्रैनोलर्स और पेड्रो मार्टिनेज युगल की जिम्मेदारी संभालेंगे। स्पेन गुरुवार को क्वार्टर फाइनल में चेक गणराज्य से खेलेगा।


जर्मनी-नीदरलैंड ने फीफा विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया

स्लोवाकिया को 6-0 से शिकस्त देकर जर्मनी ने फीफा विश्व कप 2026 के लिए क्वालीफाई कर लिया है। यूरोपीय दिग्गजों के साथ नीदरलैंड्स भी विश्व कप में जगह पक्की कर चुका है, जिसने लिथुआनिया को 4-0 से हराते हुए ग्रुप जी में पहला स्थान हासिल किया। लेरॉय साने जर्मनी की जीत के हीरो रहे, जिन्होंने स्लोवाकिया के खिलाफ दो गोल दागते हुए जर्मनी को लगातार 19वें विश्व कप में जगह दिलाई। निक वोल्टेमाडे ने इस मुकाबले का खाता खोला। 18वें मिनट उन्होंने हेडर से गोल दागा, जिसके बाद सर्ज ग्नब्री ने 29वें मिनट गोल करते हुए जर्मनी की बढ़त को दोगुना कर दिया। यहां से फ्लोरियन विर्ट्ज ने लेरॉय साने को 5 मिनट में दो बार गोल करने का मौका दिया और हाफ टाइम से पहले मैच को सुरक्षित बना दिया। लेरॉय ने बखूबी इन मौकों को भुनाते हुए 36वें और 41वें मिनट में दो गोल करते हुए जर्मनी को 4-0 से बढ़त दिला दी।

ब्रेक के बाद रिडल बाकू ने 67वें मिनट में गोल किया। मुकाबले के 79वें मिनट असन ओउएड्रागो ने साने के शानदार शॉट के बाद गोल दागकर टीम को 6-0 से आगे कर दिया। मुकाबला इसी स्कोर के साथ खत्म हुआ। दूसरी ओर, ग्रुप-जी के मुकाबले में नीदरलैंड्स ने लिथुआनिया पर 4-0 से जीत दर्ज करते हुए विश्व कप के लिए अपनी जगह पक्की कर ली। मुकाबले के 16वें मिनट तिजानी रेइंडर्स ने दाहिने पैर से गोल करते हुए नीदरलैंड्स का खाता खोला। इसके बाद 58वें मिनट कोडी गाकपो ने पेनाल्टी स्पॉट से बढ़त दोगुनी कर दी। जावी सिमंस ने 60वें मिनट गोल दागा, जिसके 2 मिनट बाद डोनियल मालेन के गोल ने नीदरलैंड्स को 4-0 से आगे कर दिया। इस हार के बावजूद, स्लोवाकिया 16 टीमों की यूईएफए प्ले-ऑफ प्रतियोगिता में जगह बनाने के लिए तालिका में दूसरे स्थान पर रहने के बाद विश्व कप में जगह बनाने की दौड़ में बना हुआ है।

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