खेल की खबरें: KKR की हार के पीछे किसकी नाकामी? पुजारा ने बताया और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइकल स्लेटर को जेल
भारत के टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने गुजरात टाइटन्स से 39 रन से हारने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स की खतरनाक बल्लेबाजी पर सवाल उठाया है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज माइकल स्लेटर को घरेलू हिंसा के कई अपराधों में दोषी पाए जाने के बाद चार साल की जेल हुई है।

पुजारा ने KKR की हार के लिए संचार-बल्लेबाजी में नाकामी को ठहराया जिम्मेदार
भारत के टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने गुजरात टाइटन्स से 39 रन से हारने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स की खतरनाक बल्लेबाजी पर सवाल उठाया है। उन्होंने न केवल वेंकटेश अय्यर की मंशा की कमी बल्कि टीम की योजना और डगआउट से संचार पर भी सवाल उठाए हैं।
वेंकटेश को गुजरात के बाएं हाथ के स्पिनर साई किशोर और लेग स्पिनर राशिद खान का मुकाबला करने के लिए नंबर 4 पर पदोन्नत किया गया था। हालांकि, बाएं हाथ का यह बल्लेबाज इस कदम को सही साबित करने में विफल रहा और 19 गेंदों पर बिना कोई बाउंड्री लगाए 14 रन बनाए।
पुजारा ने ईएसपीएन क्रिकइंफो के टाइम आउट पर कहा, "मैं इस बात से सहमत हूं कि वेंकटेश ने वह भूमिका नहीं निभाई जो उसे निभानी चाहिए थी। लेकिन क्या उसे सिर्फ टिके रहने के लिए कहा गया था? क्या डगआउट से यह संदेश था कि जब राशिद गेंदबाजी कर रहे हों तो बस इधर-उधर घूमें?"
पुजारा के लिए, यह सिर्फ व्यक्तिगत निर्णय लेने की बात नहीं थी, बल्कि सामरिक स्पष्टता का एक बड़ा सवाल था। "टाइमआउट किसी कारण से होते हैं। जब आपको लगता है कि चीजें काम नहीं कर रही हैं, तो सपोर्ट स्टाफ को हस्तक्षेप करना चाहिए और स्पष्ट निर्देश देना चाहिए। ऐसा लगता है कि यह गायब था।"
पुजारा ने केकेआर की गेंदबाजी पर भी ध्यान केंद्रित किया, जिसके बारे में उनका मानना है कि जीटी ने ऐसी सतह पर 198 रन बनाए जो स्कोर के हिसाब से उतनी सपाट नहीं थी। "पिच में पर्याप्त टर्न था। अगर आप ऐसी सतह पर आखिरी पांच ओवरों में 60 से ज्यादा रन दे रहे हैं, तो आपका निष्पादन कमजोर है। उन्हें उनको 180 के आसपास सीमित रखना चाहिए था।''
पुजारा ने कहा, "यह सिर्फ बल्लेबाजी के ढहने की बात नहीं है; यह इस बात को समझने में विफल होने की बात है कि इस समय क्या जरूरी है। वे सभी विभागों में पीछे थे - रणनीति, स्पष्टता और क्रियान्वयन।''
केकेआर, जो वर्तमान में स्टैंडिंग में सातवें स्थान पर है, का अगला मुकाबला 26 अप्रैल को ईडन गार्डन्स में पंजाब किंग्स से होगा।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइकल स्लेटर को घरेलू हिंसा के लिए 4 साल की जेल की सजा सुनाई गई
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज माइकल स्लेटर को घरेलू हिंसा के कई अपराधों में दोषी पाए जाने के बाद चार साल की जेल-आंशिक रूप से निलंबित- की सजा मिली है।
सजा के बावजूद, 55 वर्षीय स्लेटर को रिहा कर दिया जाएगा, क्योंकि 2024 में जमानत खारिज होने के बाद वह पहले ही एक साल से अधिक समय हिरासत में बिता चुका है। स्लेटर की शेष सजा पांच साल के लिए निलंबित है, जिसका अर्थ है कि अगर वह उस दौरान कोई और गंभीर अपराध करता है तो उसे वापस जेल भेजा जा सकता है।
1993 से 2001 के बीच 74 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने वाले स्लेटर को एक महिला का गला घोंटने के दो मामलों सहित सात आरोपों में दोषी पाए जाने के बाद मंगलवार को मारूचिडोर जिला न्यायालय में सजा सुनाई गई।
आरोपों में एक महिला के खिलाफ कई घटनाओं के संबंध में हमला, गला घोंटना, चोरी और पीछा करने के आरोप शामिल थे।
पेरू विश्व कप में तीसरे स्थान पर रहा भारत, एनआरएआई युवा निशानेबाजों के प्रदर्शन से खुश
भारत यहां संपन्न हुई आईएसएसएफ विश्व कप निशानेबाजी प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर रहा। प्रतियोगिता के अंतिम दिन पृथ्वीराज टोंडिमान और प्रगति दुबे की भारतीय जोड़ी ट्रैप मिश्रित टीम स्पर्धा के पदक दौर में पहुंचने में असफल रही।
सिमरनप्रीत कौर बराड़ ने सोमवार को महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भारत को अंतिम पदक दिलाया। इससे देश के पदकों की संख्या सात हो गई, जिसमें दो स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य शामिल हैं।
अमेरिका ने भी सात पदकों के साथ अपने अभियान का समापन किया लेकिन अधिक स्वर्ण पदक जीतने के कारण वह भारत से आगे दूसरे स्थान पर रहा। वहीं, चीन चार स्वर्ण, तीन रजत और छह कांस्य पदक के साथ तालिका में शीर्ष पर रहा।
भारत के लिए असाधारण प्रदर्शन करने वाली 18 वर्षीय सुरुचि इंदर सिंह थी, जिन्होंने देश के लिए दोनों स्वर्ण जीते। उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में पेरिस ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली मनु भाकर को पीछे छोड़कर स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद उन्होंने सौरभ चौधरी के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल का मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक भी हासिल किया।
सोमवार को ट्रैप मिश्रित टीम स्पर्धा में टोंडिमान और दुबे 134 का संयुक्त स्कोर बनाकर आठवें स्थान पर रहे। लक्ष्य और नीरू की अन्य भारतीय जोड़ी 128 के कुल स्कोर के साथ 13वें स्थान पर रही। केवल शीर्ष चार टीमें ही पदक दौर में पहुंची।
मौके का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करूंगी: महिला हॉकी मिडफील्डर कुजूर
जेएसडब्ल्यू सूरमा क्लब की तरफ से खेलते हुए हॉकी इंडिया लीग में शानदार प्रदर्शन के बाद सीनियर राष्ट्रीय महिला टीम में जगह बनाने वाली युवा मिडफील्डर अजमीना कुजूर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला में मौके का फायदा उठाने के लिए बेताब हैं।
भारत को 26 और 27 अप्रैल को ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दो मैच खेलने हैं। इसके बाद उसे एक, तीन और चार मई को पर्थ हॉकी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया की सीनियर टीम के खिलाफ तीन मैच खेलने हैं।
हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति के अनुसार, 23 साल की कुजूर ने ऑस्ट्रेलिया पहुंचने पर कहा, ‘‘मैं उनकी शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मुझे अब खेलने का मौका दिया है इसलिए मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। दो साल पहले मैं सीनियर टीम के शिविर में थी, लेकिन तब मुझे टीम में जगह नहीं मिली थी। अब मुझे मौका दिया गया है और मैं यह सुनिश्चित करने की कोशिश करुंगी कि मैं इसका अधिक से अधिक फायदा उठाऊं।’’
कुजूर ऑस्ट्रेलिया के दौरे से पहले भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) के बेंगलुरू स्थित परिसर में सीनियर टीम के साथ अभ्यास कर रही थी।
उन्होंने कहा, ‘‘सीनियर खिलाड़ियों के साथ अभ्यास करना शानदार अनुभव रहा। मैं उनसे बहुत कुछ सीख रही हूं और आगे उनके साथ खेलने के लिए उत्साहित हूं। सभी ने एक-दूसरे के साथ अभ्यास का आनंद लिया है और अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ देने का समय आ गया है। ’’
कुजूर ने कहा, ‘‘सीनियर खिलाड़ी वास्तव में मददगार हैं, विशेषकर सुशीला दी (सुशीला चानू) जिन्होंने शिविर के दौरान मेरा बहुत समर्थन किया। जब भी मैं कोई गलती करती हूं तो वह मुझे बताती हैं। उन्होंने मुझे सिखाया कि अपने मजबूत पक्ष के साथ कैसे खेलना है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैं कोई गलती करती हूं तो उसके बारे में बहुत सोचने लग जाती हूं लेकिन सीनियर खिलाड़ियों ने इससे निपटने में मेरी बहुत मदद की और अब मैं अच्छे प्रदर्शन के प्रति आश्वस्त हूं।’’
सिवाच एशियाई अंडर-15 और अंडर-17 चैंपियनशिप के अगले दौर में
भारतीय मुक्केबाज अमन सिवाच ने यहां एशियाई अंडर-15 और अंडर-17 मुक्केबाजी चैंपियनशिप के शुरुआती दौर में किर्गिस्तान के अबुबकिर दुशीव पर कड़े संघर्ष में जीत हासिल की। पुरुषों के अंडर-17 के 63 किग्रा वर्ग में सिवाच ने महाद्वीपीय टूर्नामेंट के तीसरे दिन प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए दुशीव को 4-1 से हराया।
पहले दो दिनों में पुरुषों की अंडर-15 और अंडर-17 दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन करके जीत हासिल की और अब सिवाच ने भी ठोस जीत हासिल करके भारत की उम्मीदों को मजबूती दी है।
पुरुषों के अंडर-17 के 70 किग्रा भार वर्ग में अंशुल खासा हालांकि कजाकिस्तान के कुआनीश उरुंबसार से 0-5 से हार गए।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia