खेल की खबरें: भारत-पाकिस्तान महामुकाबले पर संकट के बादल और ऑस्ट्रेलिया को न्यूजीलैंड ने बुरी तरह से हराया

ऑस्ट्रेलिया के मौसम विभाग के अनुसार रविवार को मेलबर्न में 80 फीसदी बारिश की आशंका है और यह आशंका शाम के समय है जब मैच होना है। दूसरी ओर आज न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया को करारी हार दी है।

फोटो: Getty Images
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नवजीवन डेस्क

बारिश की आशंका पर रोहित ने कहा... टॉस थोड़ा महत्वपूर्ण हो जाता है


भारत रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ टी20 विश्व कप के महामुकाबले के लिए तैयार हो रहा है लेकिन इस मैच पर बारिश का खतरा मंडरा रहा है।

ऑस्ट्रेलिया के मौसम विभाग के अनुसार रविवार को मेलबर्न में 80 फीसदी बारिश की आशंका है और यह आशंका शाम के समय है जब मैच होना है। ऐसे में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का महसूस करना है कि जब मैच बारिश से प्रभावित हो तो टॉस का महत्व कुछ बढ़ जाता है।

रोहित ने कहा, "यदि आप ऐसी स्थिति को देंखें तो टॉस का महžव बढ़ जाता है। मैं कुछ समय से मेलबर्न के मौसम के बारे में सुन रहा हूं और यह बदलता दिखाई दे रहा है। जब मैं सुबह सोकर उठा और होटल के कमरे के परदे हटाए तो आसमान पर बादल दिखाई दे रहे थे लेकिन अब कुछ धूप दिखाई दे रही है।"

भारतीय कप्तान ने मैच से पूर्व कॉन्फ्रेंस में कहा, "आप वास्तव में नहीं जानते कि कल क्या होने वाला है। हम आज एक अच्छा नेट सत्र करेंगे, वापस होटल जाएंगे, आराम करेंगे और कल के लिए तैयार होंगे।"

रोहित ने कहा, "यदि स्थिति के अनुसार यह छोटा मैच होता है तो हम उसके लिए भी तैयार हैं। काफी खिलाड़ियों ने इस तरह के मैच पहले भी खेले हैं और वे जानते हैं कि ऐसी स्थिति में खुद को कैसे तैयार किया जाता है। जब आप 40 ओवर के मैच की तैयारी कर रहे हों और अचानक पता चले कि यह 20 ओवर का मैच हो गया है, 10-10 ओवर या फिर पांच-पांच ओवर।"

उन्होंने कहा, "हमने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सितम्बर में नागपुर में ऐसा मैच खेला था जो आठ-आठ ओवर का था। हम यहां पूरी तैयारी के साथ आये हैं और यह मानकर चल रहे हैं कि यह 40 ओवर का मैच होगा।"

न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया को करारी हार दी

टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सुपर-12 के पहले मुकाबले में न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया को करारी हार दी है। डेवोन कॉन्वे की नाबाद 92 रन की शानदार पारी और टिम साउदी तथा मिशेल सेंटनर के तीन-तीन विकेटों की बदौलत न्यूजीलैंड ने गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को सुपर-12 के ग्रुप एक मुकाबले में शनिवार को 89 रन से हराकर अपनी अभियान की शानदार शुरूआत की।

डेवोन कॉन्वे को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया। कॉन्वे की नाबाद 92 रन की बेहतरीन पारी की बदौलत न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 20 ओवर में तीन विकेट पर 200 रन का मजबूत स्कोर बनाया और फिर शानदार गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 17.1 ओवर में 111 रन पर समेट दिया।

इस तरह के मैच की अपेक्षा शायद किसी ने नहीं की होगी लेकिन ऐसा संभव हो पाया, न्यूजीलैंड के शानदार प्रदर्शन के कारण। मैच के शुरूआती पलों से ही वह साफ मानसिकता के साथ अपने खेल को आगे बढ़ा रहे थे। अपने प्लान के तहत चल रहे थे। गेंदबाजी में भी उन्होंने काफी सटीकता दिखाई। पहले साउदी और सैंटनर की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया को परेशान किया और फिर बाद में हर एक गेंदबाज ने कमाल की गेंदबाजी की। फील्डिंग के दौरान भी कई बढ़िया कैच लपके गए।

न्यूजीलैंड का यह टी20 विश्व कप में अब तक का सबसे बड़ा स्कोर था , जबकि टी20 विश्व कप में यह ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध बनाया गया दूसरा सबसे बड़ा स्कोर था।

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। न्यूजीलैंड के शीर्ष क्रम के सभी बल्लेबाजों ने रन बटोरे। ओपनर कॉन्वे ने टी20 में एक हजार रन पूरे किये लेकिन अपना पहला टी20 शतक लगाने से थोड़ा सा दूर रह गए। डेवोन कॉन्वे ने पूरे 20 ओवर बल्लेबाजी की और 58 गेंदों पर नाबाद 92 रन में सात चौके और दो छक्के लगाए।

फिन एलेन ने मात्र 16 गेंदों पर पांच चौके और तीन छक्के उड़ाते हुए 42 रन की तूफानी पारी खेली। कप्तान केन विलियम्सन ने 23 गेंदों पर एक चौके और एक छक्के की मदद से 23 रन बनाये। ग्लेन फिलिप्स 12 रन बनाकर आउट हुए जबकि जिमी नीशम ने 13 गेंदों में दो छक्कों के सहारे नाबाद 26 रन बनाये।

ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जोश हेजलवुड ने 41 रन पर दो विकेट लिए।


फैसलाबाद से कराची तक, पाकिस्तान में कपिल देव के यादगार पल


विश्व कप विजेता कप्तान और क्रिकेट की दुनिया में सबसे महान आलराउंडरों में से एक, कपिल देव ने विभिन्न विरोधियों के खिलाफ अपने शानदार करियर के दौरान कई यादगार प्रदर्शन किए हैं और उनमें से एक कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ भी शामिल है।

भारत-पाकिस्तान मैचों के दौरान, कपिल और इमरान खान के बीच प्रतिस्पर्धा देखी गई थी।

क्रिकेट जगत भाग्यशाली था कि उपमहाद्वीप से इन सितारों का उदय हुआ जिन्होंने 1970 और 1980 के दशक में इयान बॉथम और रिचर्ड हेडली के साथ स्पॉटलाइट को साझा किया।

दोनों खिलाड़ियों ने विश्व कप खिताब के लिए अपनी अंडररेटेड टीमों का नेतृत्व किया और उनके पूरे करियर में कई समानताएं थीं।

यह सब 16 अक्टूबर, 1978 को शुरू हुआ, जब कपिल ने पाकिस्तान के फैसलाबाद में शक्तिशाली पाकिस्तानी टीम के खिलाफ अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए मैदान पर कदम रखा।

उन्होंने मुख्य रूप से एक गेंदबाज के रूप में प्रवेश किया, जो बल्ले से कुछ तेज प्रहार कर सकता था। हरियाणा के खेतों से पले-बढ़े कपिल ने रणजी ट्रॉफी में हरियाणा टीम के लिए विकेट लेकर घरेलू मैदानों में हलचल पैदा की थीं।

पहली पारी में तत्कालीन 19 वर्षीय खिलाड़ी के आंकड़े काफी हद तक अप्रभावी थे। वहीं, दो पाकिस्तानी दिग्गज, जहीर अब्बास और जावेद मियांदाद ने 255 रनों की साझेदारी की जिससे पाकिस्तान ने पहली पारी में 500 रनों से अधिक का स्कोर पार किया।

कपिल पहली पारी में विकेट नहीं ले पाए, लेकिन दूसरी पारी में महान उत्साह के साथ वापस आए, सादिक मोहम्मद के रूप में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट लिया और मैच अंतत: ड्रॉ समाप्त हुआ। गुंडप्पा विश्वनाथ ने साहसिक 145 रन बनाये।

जबकि कपिल ने एक आलराउंडर के रूप में अपने अभूतपूर्व कौशल की झलक दी, भारत के लिए श्रृंखला काफी हद तक भूलने योग्य थी क्योंकि पाकिस्तान ने उन्हें 2-0 से हरा दिया था।

हालांकि, आलराउंडर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार प्रगति की। यह विशेष रूप से 1979 में चेन्नई में उसी विरोधी के खिलाफ सामने आया, जहां उन्होंने सात विकेट (मैच में 11 विकेट) लिए, जिसने भारत को सीरीज में यादगार जीत दिलाई।

जब 'बाउल आउट' से पाकिस्तान को मिला झटका


मिस्बाह-उल-हक को अपने शेष जीवन में उस रन आउट का गहरा अफसोस रहा होगा जबकि एस श्रीसंत इसे अपने पेशेवर करियर में किसी अन्य उपलब्धि की तरह संजोएंगे।

भारत 2007 में आईसीसी टी20 विश्व कप के उद्घाटन सीजन के ग्रुप डी मैच में 14 सितंबर को डरबन में पाकिस्तान से खेल रहा था।

बल्लेबाजी के लिए उतरे, भारत ने रॉबिन उथप्पा के शानदार अर्धशतक और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 33 रनों के साथ अपने 20 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 141 रन बनाए, जिसमें मोहम्मद आसिफ ने कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ चार विकेट झटके।

मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने मैच को अपने हाथों ले लिया था, मिस्बाह क्रीज पर थे, लेकिन वह मैच की आखिरी गेंद पर रन आउट हो गए और मैच टाई हो गया। टूर्नामेंट के नियमों के कारण अंक साझा करने की अनुमति नहीं थी और मैच का फैसला 'बाउल-आउट' से हुआ।

तब तक, 33 साल के मिस्बाह ने सिर्फ 35 गेंदों में शानदार 53 रन बनाए थे और शाहिद अफरीदी के आउट होने के बाद पाकिस्तान को 15 गेंदों में 39 रनों की जरूरत थी। मिस्बाह निराशाजनक स्थिति के बावजूद चेज को आखिरी दो गेंदों में 1 रन तक ले आये।

श्रीसंत ने राउंड द विकेट आने का फैसला किया और एक डॉट बॉल दी। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने फिर एक शार्ट गेंद फेंकी, जिसे मिस्बाह केवल मिड-आफ में ही डिफ्लेक्ट कर सके, जिससे उन्हें सिंगल पूरा करने का कोई मौका नहीं मिला।

भारत के वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रॉबिन उथप्पा ने 'बाउल आउट' में विकेट पर निशाना साधा , जबकि यासिर अराफात, उमर गुल और शाहिद आफरीदी सभी विकेट से चूक गए। खचाखच भरे स्टेडियम में भारत की असंभव जीत का जश्न मनाया गया।

इससे पहले रन चेज में मैच में जबरदस्त उतार चढ़ाव देखने को मिला। भले ही पाकिस्तान ने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए, लेकिन मिस्बाह ने लक्ष्य का पीछा करना जारी रखा।

आखिरी छह गेंदों पर समीकरण 12 रन पर आ गया और श्रीसंत को आखिरी ओवर फेंकने की जिम्मेदारी सौंपी गई। पाकिस्तान ने पहली पांच गेंदों में 11 रन बनाए और आखिरी गेंद पर जीत के लिए एक रन की जरूरत थी। इसके बाद मिस्बाह ने सिंगल का प्रयास किया, लेकिन युवराज सिंह के थ्रो ने उन्हें रन आउट कर दिया।

मैच को याद करते हुए रॉबिन उथप्पा ने हाल ही में धोनी के नेतृत्व कौशल की तारीफ की थी।

उथप्पा ने कहा, "मुझे याद है कि जब हमने उस मैच को टाई किया था, तब हम ड्रेसिंग रूम में गए और पता चला कि यह एक 'बाउल आउट' है, मैं सीधे धोनी के पास गया और मैंने कहा- "भाई, मुझे गेंदबाजी करनी है, तो धोनी ने बोल दिया ठीक है, आप गेंदबाजी करिए।"

उन्होंने आगे बताया, "और मेरे लिए जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं तो मुझे समझ में आता है कि वह किस तरह के लीडर थे। वह उस तरह के आदमी हैं जब आप वास्तव में अपने कौशल और अपनी क्षमता के बारे में सुनिश्चित होते हैं, तो वह इसका समर्थन करते हैं और उन्होंने कप्तान के रूप में अपने पहले मैच में इसका समर्थन किया।"

ग्रुप मैच की जीत के बाद टीम को जो प्रोत्साहन मिला, उससे भारत को 24 सितंबर को जोहान्सबर्ग में शोएब मलिक की टीम के खिलाफ फाइनल जीतने में मदद मिली।


ब्लाइंड टी20 विश्व कप के ब्रांड एंबेसडर बने युवराज सिंह


भारत में क्रिकेट संघ (सीएबीआई) ने ब्लाइंड के लिए शुक्रवार को भारत के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह को दिसंबर में भारतीय सरजमीं पर होने वाले तीसरे ब्लाइंड टी20 विश्व कप के लिए अपना ब्रांड एंबेसडर घोषित किया। अजय कुमार रेड्डी बी 2 (आंध्र प्रदेश) भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे जबकि वेंकटेश्वर राव डुन्ना बी 2 (आंध्र प्रदेश) उपकप्तान होंगे। वल्र्ड कप के मैच 6 से 17 दिसंबर के बीच होंगे।

ब्लाइंडों के लिए तीसरे टी20 विश्व कप में भाग लेने वाले देश भारत, नेपाल, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान और श्रीलंका हैं। पहला मैच गत चैंपियन भारत और नेपाल के बीच 6 दिसंबर को फरीदाबाद में खेला जाएगा।

युवराज सिंह ने कहा, "मैं ब्लाइंडों के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में तीसरे टी20 विश्व कप क्रिकेट का हिस्सा बनकर उत्साहित हूं। मैं नेत्रहीन क्रिकेटरों की क्रिकेट के प्रति जुनून और दृढ़ संकल्प की सराहना करता हूं। यह एक अलग एहसास है। लेकिन यह क्रिकेट की दुनिया है। क्रिकेट की कोई सीमा नहीं है और मेरा मानना है कि इस खेल ने मुझे सिखाया कि कैसे मुकाबला करना है। इसलिए मैं सभी से आग्रह और आमंत्रित करता हूं कि इस महान पहल का समर्थन करें।"

विश्व कप दिव्यांगों के लिए समर्थनम ट्रस्ट की एक पहल है, जो 2012 से इस चैंपियनशिप का आयोजन कर रहा है।

तीसरे टी20 विश्व कप क्रिकेट फॉर द ब्लाइंड के लिए युवराज सिंह को ब्रांड एंबेसडर के रूप में रखने पर, सीएबीआई के अध्यक्ष और संस्थापक प्रबंध न्यासी समर्थनम ने कहा, "हमें ब्लाइंड परिवार के लिए क्रिकेट में युवराज सिंह का स्वागत करने का सौभाग्य मिला है।"

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