खेलः उमरजई नंबर 1 ऑलराउंडर बने, गिल शीर्ष वनडे बल्लेबाज और दिग्गज टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल ने लिया संन्यास

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने मंगलवार को कहा कि अगले चार साल तक उसके नये पदाधिकारियों के लिये चुनाव 28 मार्च को होंगे। ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी माइकल क्लार्क ने कोहली की सराहना करते हुए उन्हें अब तक का सबसे महान वनडे क्रिकेटर करार दिया है।

उमरजई नंबर 1 ऑलराउंडर बने, गिल शीर्ष वनडे बल्लेबाज और दिग्गज टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल ने लिया संन्यास
उमरजई नंबर 1 ऑलराउंडर बने, गिल शीर्ष वनडे बल्लेबाज और दिग्गज टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल ने लिया संन्यास
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नवजीवन डेस्क

उमरजई नंबर 1 ऑलराउंडर बने, गिल शीर्ष वनडे बल्लेबाज

अफगानिस्तान के उभरते सितारे अजमतुल्लाह उमरजई ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में अपने शानदार अभियान का समापन आईसीसी वनडे ऑलराउंडर रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचकर किया है। महज 25 साल की उम्र में उमरजई ने अपने ही साथी अनुभवी मोहम्मद नबी को पछाड़कर नंबर 1 स्थान हासिल किया है, जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनके शानदार प्रदर्शन को दर्शाता है। चैंपियंस ट्रॉफी में उमरजई के ऑलराउंड प्रदर्शन, जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ पहला पांच विकेट और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक महत्वपूर्ण अर्धशतक शामिल है, ने उन्हें करियर के सर्वोच्च 296 रेटिंग अंकों के साथ शीर्ष पर पहुंचा दिया। उनका प्रभाव ऑलराउंडर चार्ट तक ही सीमित नहीं था - उन्होंने टूर्नामेंट में 126 रन बनाकर बल्लेबाजी रैंकिंग में भी 12 पायदान की छलांग लगाई और 24वें स्थान पर पहुंच गए।

भारत के अक्षर पटेल ऑलराउंडर श्रेणी में एक और उल्लेखनीय सुधार करते हुए 17 पायदान की छलांग लगाकर 13वें स्थान पर पहुंच गए, जिन्होंने अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ 194 रेटिंग अंक दर्ज किए। भारत के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल वनडे बल्लेबाजों की रैंकिंग में नंबर 1 पर बने हुए हैं, जबकि उनके साथी विराट कोहली दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्लेयर ऑफ द मैच बनने के बाद चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं।

आईसीसी रैंकिंग के नवीनतम अपडेट में बल्लेबाजों के बीच भी महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया। लाहौर में इंग्लैंड के खिलाफ सनसनीखेज 177 रन बनाने वाले अफगानिस्तान के इब्राहिम जादरान 13 पायदान चढ़कर शीर्ष 10 में 10वें स्थान (676 रेटिंग अंक) पर पहुंच गए। एक अन्य हाई प्रोफाइल दिग्गज कीवी केन विलियमसन ने भी आठ पायदान चढ़कर 29वें स्थान पर जगह बनाई। गेंदबाजी विभाग में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज मैट हेनरी को उनके शानदार प्रदर्शन का इनाम मिला है। वे तीन पायदान ऊपर चढ़कर तीसरे स्थान (649 रेटिंग अंक) पर पहुंच गए हैं। वे केवल श्रीलंका के महेश थीक्षाना और दक्षिण अफ्रीका के केशव महाराज से पीछे हैं। भारत के मोहम्मद शमी ने भी अपना प्रदर्शन जारी रखा है। वे तीन पायदान ऊपर चढ़कर 11वें स्थान पर पहुंच गए हैं। दक्षिण अफ्रीका के मार्को जेनसन (नौ पायदान ऊपर 18वें स्थान पर) और इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर (13 पायदान ऊपर 19वें स्थान पर) ने भी लंबी छलांग लगाई है।

दिग्गज टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल का संन्यास का फैसला

भारत के महान टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंत शरत कमल ने बुधवार को घोषणा की कि चेन्नई में इस महीने के आखिर में डब्ल्यूटीटी कंटेंडर टूर्नामेंट पेशेवर खिलाड़ी के रूप में उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा। विश्व टेबल टेनिस (डब्ल्यूटीटी) कंटेंडर टूर्नामेंट 25 से 30 मार्च तक खेला जायेगा। 42 वर्ष के शरत कमल ने कहा, ‘‘मैंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट चेन्नई में खेला था और आखिरी भी चेन्नई में ही खेलूंगा। यह पेशेवर खिलाड़ी के तौर पर मेरा आखिरी टूर्नामेंट होगा।’

शरत ने राष्ट्रमंडल खेलों में सात स्वर्ण पदक जीते हैं जबकि एशियाई खेलों में दो कांस्य अपने नाम किये। उन्होंने पिछले साल पेरिस में पांचवां और आखिरी ओलंपिक खेला था जिसमें वह उद्घाटन समारोह में भारत के संयुक्त ध्वजवाहक थे। अपने दो दशक लंबे करियर का अंत करने वाले इस दिग्गज ने कहा, ‘‘मैने राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों में पदक जीते हैं । ओलंपिक पदक मैं नहीं जीत सका।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि मैं आने वाली युवा प्रतिभाओं के जरिये अपना सपना पूरा कर सकूंगा।’’ दुनिया के 42वें नंबर के खिलाड़ी शरत अब भी आईटीटीएफ (अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ) तालिका में सर्वोच्च रैंकिंग वाले भारतीय हैं।


भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के चुनाव 28 मार्च को

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने मंगलवार को कहा कि अगले चार साल तक उसके नये पदाधिकारियों के लिये चुनाव 28 मार्च को होंगे। इससे पहले दिल्ली उच्च न्यायालय ने बीएफआई के कामकाज के संचालन के लिये तदर्थ समिति के गठन के भारतीय ओलंपिक संघ के फैसले पर रोक लगा दी थी ।

बीएफआई महासचिव हेमंत कुमार कलीता ने एक बयान में कहा, ‘‘भारतीय मुक्केबाजी महासंघ की आमसभा की दसवीं बैठक अध्यक्ष अजय सिंह की अध्यक्षता में 28 मार्च 2025 को दिल्ली में सुबह साढे दस बजे से होगी।’’ इसमें एजेंडा पदाधिकारियों और कार्यकारी परिषद के सदस्यों का चुनाव है।

क्लार्क ने कोहली को बताया अब तक का सबसे महान वनडे क्रिकेटर

'चेज मास्टर' विराट कोहली ने एक बार फिर भारत के लिए शानदार जीत की नींव रखी, जिसमें उन्होंने दुबई में असहज परिस्थितियों में अपनी टीम को चार विकेट से जीत दिलाई, ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी माइकल क्लार्क ने उनके शानदार प्रदर्शन की सराहना की और उन्हें अब तक का सबसे महान वनडे क्रिकेटर करार दिया। कोहली आईसीसी नॉकआउट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने के लिए क्रीज पर उतरे और शानदार स्ट्रोक प्ले और बुद्धिमानी से स्ट्राइक रोटेशन के साथ जीत के अंतर को कम किया, अंत में उनके नाम केवल पांच चौके थे, जिससे मुश्किल सतह पर रन बनाने की उनकी क्षमता का पता चलता है।

क्लार्क ने जियो हॉटस्टार से कहा, "एक बार फिर, उन्होंने परिस्थितियों का शानदार ढंग से आकलन किया। एक बेहतरीन खिलाड़ी, उन्हें पता था कि उनकी टीम को क्या चाहिए और उन्हें मैच जीतने की स्थिति में कैसे लाना है। हमने पाकिस्तान के खिलाफ उनके शतक में भी यही देखा। विराट के पास हर शॉट है - बाउंड्री लगाने की उनकी क्षमता पर कोई सवाल नहीं है। मेरी राय में, वह अब तक के सबसे महान वनडे क्रिकेटर हैं, और वह सबसे बड़े मंच पर, सबसे ज्यादा दबाव में भी इसे साबित करते रहते हैं। उन्हें पता है कि क्या करना है, और जब सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तो वह अच्छा प्रदर्शन करते हैं।"


हीली ने सेमीफाइनल में कोनोली के लापरवाह रवैये की आलोचना की

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर इयान हीली ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की हार में कूपर कोनोली के बल्लेबाजी रवैये की तीखी आलोचना की है। कोनोली, जिन्हें टीम में देर से शामिल किया गया था, अपने चयन को सही साबित करने में विफल रहे और भारत के उच्च गुणवत्ता वाले तेज गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ नौ गेंदों पर शून्य पर आउट हो गए। ऑस्ट्रेलिया ने 264 रनों पर ऑल आउट होने के बाद भारत को चार विकेट और 11 गेंद शेष रहते लक्ष्य का आसानी से पीछा करते हुए देखा।

हीली ने कोनोली के रवैये का आकलन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी, खासकर उनके खराब शॉट चयन की आलोचना की। हीली ने एसईएनक्यू ब्रेकफास्ट पर कहा, "मुझे बहुत गुस्सा आया। ट्रैविस हेड इशारा कर रहे थे कि विकेट कितना धीमा है, अपने साथी से बात करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन कोनोली लगातार स्विंग करते रहे। ऐसी परिस्थितियों में, आपको गेंद को इधर-उधर घुमाना होता है और सिर्फ बेतहाशा शॉट नहीं लगाने होते।'' उन्होंने कहा, “उसने नौ गेंदों का सामना किया और पहली आठ गेंदों को छुआ तक नहीं। फिर उसने नौवीं गेंद को छू लिया। वह गेंद को देखे बिना ही ऑफ-साइड पर सीधे स्वाइप कर रहा था। उसका फुटवर्क गायब था, उसका शॉट चयन खराब था और इसकी वजह से उसकी तकनीक प्रभावित हुई।'' पूर्व क्रिकेटर ने इस बात पर ज़ोर दिया कि उच्च दबाव वाले नॉकआउट मैच में धैर्य और सामरिक जागरूकता महत्वपूर्ण होती है, जो गुण कोनोली दिखाने में विफल रहे।

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