वुमंस चेस वर्ल्ड कप: दिव्या देशमुख फाइनल में पहुंची, ऐसा करने वाली पहली भारतीय बनीं, हम्पी खेलेंगी टाई-ब्रेकर

दिव्या ने चीन की दूसरी वरीयता प्राप्त जोनर झू और हमवतन ग्रैंडमास्टर डी हरिका को क्वार्टर फाइनल में हराने के बाद इस प्रतियोगिता में अपना दबदबा बरकरार रखा और टैन के खिलाफ 101 चाल में जीत उनके बढ़ते शतरंज कौशल का प्रमाण था।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

अंतरराष्ट्रीय मास्टर दिव्या देशमुख ने बुधवार को यहां फिडे महिला विश्व शतरंज कप के सेमीफाइनल के दूसरे गेम में पूर्व विश्व चैंपियन चीन की झोंगयी टैन को पराजित कर मिनी मैच 1.5-0.5 से जीतकर फाइनल में प्रवेश किया।

इस प्रक्रिया में दिव्या कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में जगह बनाने वाली पहली भारतीय बन गईं।

फाइनल में जगह बनाने के साथ ही अगले साल महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में उनका प्रवेश भी सुनिश्चित हो गया है जिससे मौजूदा महिला विश्व चैंपियन वेनजुन जू के प्रतिद्वंदी का फैसला होगा।


दिव्या ने चीन की दूसरी वरीयता प्राप्त जोनर झू और हमवतन ग्रैंडमास्टर डी हरिका को क्वार्टर फाइनल में हराने के बाद इस प्रतियोगिता में अपना दबदबा बरकरार रखा और टैन के खिलाफ 101 चाल में जीत उनके बढ़ते शतरंज कौशल का प्रमाण था।

दूसरे सेमीफाइनल में कोनेरू हम्पी ने 75 चाल में चीन की शीर्ष वरीयता प्राप्त टिंगजी लेई के साथ ड्रॉ खेला।

हम्पी अब छोटे प्रारूप में लेई के खिलाफ टाई-ब्रेकर खेलेंगी।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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