WTC Final: ये हैं वो विलेन, जिनकी वजह से हार गई टीम इंडिया! न्यूजीलैंड ने खिताब पर जमाया कब्जा

पहली पारी में टीम इंडिया के ओपनर्स ने अच्छी शुरुआत दिलाई। रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने पहले विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी की थी। लेकिन दूसरी पारी में टीम इंडिया का पहला विकेट 24 रन के स्कोर पर ही गिर गया था। गिल 8 रन बनाकर आउट चलते बने थे।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

भारत को हराकर न्यूजीलैंड की टीम टेस्ट क्रिकेट की पहली वर्ल्ड चैम्पियन बन गई। न्यूजीलैंड ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में भारतीय टीम को 8 विकेट से हराकर ट्रॉफी अपने नाम की। वहीं, भातीय टीम खिताबी मुकाबले में फ्लॉप साबित हुई। टीम इंडिया की इस हार कई वजह रहे। आइए यह जाने की कोशिश करते हैं कि आखिर क्यों भतीय टीम ने खिताबी मुकाबले को गंवा दिया।

पहली पारी में टीम इंडिया के ओपनर्स ने अच्छी शुरुआत दिलाई। रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने पहले विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी की थी। लेकिन दूसरी पारी में टीम इंडिया का पहला विकेट 24 रन के स्कोर पर ही गिर गया था। गिल 8 रन बनाकर आउट चलते बने थे। वहीं, रोहित 30 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। ऐसे में दोनों खिलड़ियों के जल्दी आउट होने से मध्यक्रम पर दबाव आ गया।


हार की दसूरी बड़ी वजह यह रही कि बड़े मैच में भारतीय टीम के अनुभवी बल्लेबाज नहीं चले। जिसका खामियाजा टीम इंडिया को भुगतना पड़ा। टीम इंडिया के पास चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे जैसे स्टार बल्लेबाजों की फौज है। लेकिन यह खिलाड़ी पूरी तरह से फ्लॉप रहे। पुजारा मैच की दोनों पारियों में कुछ अच्छा नहीं कर पाए। वह पहली पारी में 8 और दूसरी पारी में 15 रन ही बना पाए। कप्तान विराट कोहली पहली पारी में टच में जरूर दिखे। उन्होंने 44 रन का योगदान दिया, लेकिन दूसरी पारी में उनका बल्ला नहीं चला। वह महज 13 रन बनाकर काइल जेमिसन का शिकार हो गए। वहीं, रहाणे ने पहली पारी में 49 रन और दूसरी पारी में 15 रन का ही योगदान दे पाए। यह तीनों बल्लेबाज इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भी नहीं चले थे।

वहीं, रवींद्र जडेजा से इस मैच में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। उन्हें दूसरे स्पिनर के तौर पर टीम में शामिल किया गया था। वह न तो गेंदबाजी में प्रभाव छोड़ सके और न ही बल्लेबाजी में। जडेजा ने पहली पारी में 15 और दूसरी पारी में 16 रन ही बना पाए। उन्होंने मैच में सिर्फ एक विकेट ही लिए। मुकाबले से पहले टीम इंडिया के पेसर्स के बारे में खूब बातें हुई थीं। ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह और मो.शमी ने पिछले दो साल में टॉप क्लास की गेंदबाजी की है। तीनों से फाइनल मुकाबले में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। मौसम, पिच सब इनके अनुकूल थी।


ईशांत शर्मा और मो.शमी पहली पारी में असरदार भी दिखे, लेकिन जसप्रीत बुमराह पूरे मैच में विकेट के लिए तरसते रहे। उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। शमी ने मैच में चार और ईशांत ने तीन विकेट लिए। शमी और ईशांत को भी दूसरी पारी में विकेट नहीं मिला। हार का यह भी एक कारण बना।

भारतीय टीम की पुरानी कमजोरी एक बार फिर इस मुकाबले में देखने को मिली। टीम इंडिया के गेंदबाज पुछल्ले बल्लेबाजों को जल्द आउट करने में नाकाम साबित हुए। पहली पारी में एक समय न्यूजीलैंड के 7 विकेट 192 पर उखड़ चुके थे। वह टीम इंडिया से 25 रन पीछे थी। न्यूजीलैंड के अंतिम 3 विकेट ने 57 रन जोड़े। इसमें टिम साउदी और केन विलियमसन के बीच आठवें विकेट के लिए 29 रनों की साझेदारी अहम रही।

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Published: 24 Jun 2021, 8:58 AM