किसान मुक्ति संसद का ऐलान : कर्ज में डूबे किसान की कुर्की और बदनामी नहीं मंजूर

किसान मुक्ति संसद ने बिल पारित कर ऐलान किया है कि कर्ज में डूबे किसान की कुर्की और बदनामी किसी हाल मंजूर नहीं है। दो दिन चली इस संसद में जनप्रतिनिधियों के घेराव का भी फैसला लिया गया

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भाषा सिंह

देश के करीब 22 राज्यों से सैंकड़ों की तादाद में देश की राजधानी में आए किसानों ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ बिगुल फूंका। देश भर के करीब 200 जनसंगठनों ने देश भर में हजारों किलोमीटर लंबी किसान मुक्ति यात्रा दिल्ली में आज किसान संसद के रूप में समाप्त हुई। संसद मार्ग पर दो दिन चले इस जमावड़े में महिला किसानों ने बड़े पैमाने पर शिरकत की। किसानों की कर्ज माफी को एक राजनीतिक मुद्दे के पेश किया गया। ये ऐलान किया गया ति देश भर में कहीं भी कर्ज में डूबे किसान की संपत्ति कुर्क नहीं होने देंगे, उसे शर्मिंदा करने वाले तमाम उपक्रम नहीं होने देंगे और आत्महत्याओं को रोकने वाली नीतियों को लागू करने के लिए राष्ट्रीय अभियान छेड़ेंगे।

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