नवजीवन बुलेटिन: RBI ने कोरोना संकट में खोले राहत के दरवाजे और इस रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

लॉकडाउन के बीच रिजर्व बैंक ने राहत के दरवाजे खोल दिए हैं, आरबीआई ने बैंकों से लोन की EMI दे रहे लोगों को 3 महीने तक के राहत की सलाह दी है और भारत में कोरोना को लेकर दुनिया की एक बड़ी यूनिवर्सिटी ने रिपोर्ट दी है।

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नवजीवन डेस्क

लॉकडाउन के बीच देश की इकोनॉमी को ताकत देने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के तहत रिजर्व बैंक ने भी राहत के दरवाजे खोल दिए हैं। आरबीआई ने रेपो रेट में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। इस कटौती के बाद रेपो रेट 5.15 से घटकर 4.45 फीसदी पर आ गई है। वहीं बैंकों से लोन की ईएमआई दे रहे लोगों को 3 महीने तक के राहत की सलाह दी है।

कोरोना से निपटने के लिए भारतीय सेना भी पूरी तरह तैयारी है। सेना प्रमुख एम.एम. नरवणे का कहना है कि अगर जरूरत पड़ती है तो सेना किसी भी कदम को उठाने के लिए तैयार है। आर्मी के पास एक '6 घंटे' का प्लान तैयार है, जिसके तहत तुरंत ही आइसोलेशन सेंटर और आईसीयू को तैयार किया जा सकता है। आर्मी चीफ नरवणे के मुताबिक, इस संकट की घड़ी में भी सेना अपना काम कर रही है और सभी ऑपरेशनल टास्क इस वक्त जारी हैं।

देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या 700 के पार पहुंच गई। भारत में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आ रहे है। शुक्रवार को नागपुर में पांच नए मामले दर्ज किए गए। महाराष्ट्र के नागपुर में 3 पुरुष और 2 महिलाओं में कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। इसी के साथ राज्य में अबतक कुल 135 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य में अबतक चार लोगों की मौत हो गई है। गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस की वजह से इस वक्त 21 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है। ट्रेन, बस, प्लेन जैसी सभी सर्विसों को बंद किया गया है, महाराष्ट्र में अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए कर्फ्यू भी लगाया गया है।

भारत को लेकर दुनिया की एक बड़ी यूनिवर्सिटी ने रिपोर्ट दी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे भारत के सिर पर खतरे की घंटी बज रही है। यह वायरस भारत को अगले चार महीने बहुत ज्यादा परेशान करने वाला है। रिपोर्ट में कोरोना को हराने के रास्ते भी बताए गए हैं। ये रिपोर्ट जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी और द सेंटर फॉर डिजीज़ डायनेमिक्स, इकोनॉमिक्स एंड पॉलिसी ने तैयार की है। इसमें भारत का अध्ययन करने के लिए सभी आंकड़ें भारत की आधिकारिक वेबसाइटों का उपयोग किया गया है।

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