नवजीवन बुलेटिन: दिल्ली में बाढ़ का खतरा और 17 हुई उत्तराखंड में बादल फटने से मची तबाही में मरने वालों की संख्या, 4 बड़ी खबरें

हथिनीकुंड बैराज से 21 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की वजह से दिल्ली में यमुना नदी का स्तर बढ़ गया है, जिसके बाद राजधानी पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है और उत्तरकाशी में बादल फटने से हुई तबाही में मरने वालों की संख्या 17 हो चुकी है।

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नवजीवन डेस्क

दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसके चलते कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। भारी बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। यमुना का जलस्तर सोमवार सुबह 6 बजे 204.40 मीटर रिकॉर्ड किया गया। खतरे का स्तर 205.33 मीटर है। पिछले 12 घंटों के अंदर हथिनीकुंड बैराज से करीब 21 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

बेंगलुरु में एक तेज रफ्तार बेकाबू कार ने फुटपाथ पर खड़े लोगों को टक्कर मार दी। इस हादसे में 4 लोगों को चोटें आई हैं, जिनका इलाज पास के अस्पताल में किया जा रहा है। हादसे की यह पूरी घटना एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

महाराष्ट्र के धुले जिले में एक कंटेनर ट्रक और एक बस के बीच भीषण टक्कर हो गई जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। घटना रविवार देर रात को हुई।जानकारी के मुताबिक बस में 45 यात्री सवार थे। हादसे में मरने वालों के संख्या और बढ़ सकती है।

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के मोरी में बादल फटने से 17 लोगों की मौत हुई है। आठ जिलों में तबाही मची हुई है। कई इलाकों में बादल फटने के कारण कोहराम मचा हुआ है। वहीं, कई जगहों में भूस्खलन से पहाड़ टूट कर सड़कों पर आ गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए दून अस्पताल में इमरजेंसी विंग तैयार किया गया है। इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

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