नवजीवन बुलेटिन: कोरोना संकट के बीच पहली बार चलेगा संसद और दलितों पर जुल्म को लेकर प्रियंका ने योगी को घेरा

पहली बार कोरोना संक्रमण की महामारी के बीच 14 सितंबर से 18 दिन चलने वाले संसद सत्र के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं औरउत्तर प्रदेश में आए दिन दलितों पर हो रही जुल्म ज्यादती को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है।

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नवजीवन डेस्क

कोरोना वायरस संक्रमण के बीच पहली बार सदन की कार्यवाही होगी। 17वीं लोकसभा का चौथा सत्र 14 सितंबर 2020 से शुरू होने जा रहा है। हालांकि इसके लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई हैं। लोकसभा सत्र के पहले दिन यानी 14 सितंबर तक को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक सदन चलेगी और 15 सितंबर यानी एक दिन बाद सदन 3 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगा। इस बार सदन की कार्यवाही से प्रश्नकाल को हटा दिया गया है, जिसके बाद विपक्ष ने सरकार पर निशाना भी साधा है। प्राइवेट मेंबर बिजनेस नहीं होगा। इसी तरह राज्य सभा पहले दिन यानी 14 सितंबर को दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक बैठेगी लेकिन बाकी दिन सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक ही बैठेगी। शनिवार और रविवार छुट्टी नहीं होगी। 14 सितंबर से एक अक्टूबर तक कुल 18 बैठकें होंगी।

उत्तर प्रदेश में आए दिन दलितों पर हो रही जुल्म ज्यादती को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि आए दिन उत्तर प्रदेश में दलितों की हत्या की बड़ी वारदातें हो रही हैं। प्रदेश सरकार इन घटनाओं को नजरअंदाज करना बंदकर, अब एक्शन ले और जवाब दे। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘उ.प्र. में दलित उत्पीडऩ, दलितों की हत्या की बड़ी वारदातें हो रही हैं। महोबा, आगरा, गोरखपुर, रायबरेली, हरदोई। क्या भाजपा सरकार ये बताने का कष्ट करेगी कि दलित उत्पीडऩ की घटनाएँ प्रदेश में क्यों नहीं रुक रहीं? प्रदेश सरकार इन घटनाओं को नजरअंदाज करना बंदकर, अब एक्शन ले और जवाब दे।’’

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सर्जरी के जूनियर डॉक्टरों ने एक बार फिर मारपीट की है। मंगलवार देर रात 2:00 बजे के करीब करोना जांच के नाम पर जूनियर डॉक्टरों ने लैब टेक्नीशियन वीरेंद्र मौर्या को बुरी तरह मारा-पीटा है। इसकी जानकारी जैसे ही सुबह अन्य लैब टेक्नीशियन को हुई वह विरोध में काम काज ठप करते हुए प्राचार्य कार्यालय पर धरने पर बैठ गए। लैब टेक्नीशियन का आरोप है कि सर्जरी की एक महिला डॉक्टर विभाग वार्ड में ही कोरोना जांच कराना चाह रही थी। इसके लिए जब उनसे कहा गया कि वह प्राचार्य से इसका आदेश करा लें। इस पर वह भड़क गई और जबरन जांच कराने का दबाव बनाने लगी। विरोध पर गाली भी दी। इसके साथ ही हॉस्टल से अन्य जूनियर डॉक्टरों को बुला लिया। जूनियर डॉक्टरों ने आते ही लैब टेक्नीशियन को बुरी तरह मारा पीटा और लैब में तोड़फोड़ भी किया। साथ ही मोबाइल भी तोड़ दिया।

दिल्ली हाईकोर्ट ने नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल’ के प्रसारण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। केंद्र ने अपनी याचिका में कहा था कि यह फिल्म भारतीय वायुसेना की गलत छवि पेश कर रही है। केंद्र ने हाईकोर्ट से कहा, फिल्म से भारतीय वायुसेना की छवि को नुकसान कर रही है क्योंकि उसमें दिखाया गया कि बल मैं लैंगिक भेदभाव होता है। जस्टिस राजीव ने केंद्र से पूछा कि उसने ओटीटी ) मंच पर फिल्म के प्रदर्शन से पहले अदालत का रुख क्यों नहीं किया। साथ ही कहा कि अब कोई आदेश पारित नहीं किया जा सकता क्योंकि फिल्म प्रदर्शित हो गई है। हाईकोर्ट ने फिल्म का प्रसारण रोकने के आग्रह वाली केंद्र की याचिका पर ‘धर्मा प्रोडक्शन’, नेटफ्लिक्स और पूर्व फ्लाइट लेफ्टिनेंट गुंजन सक्सेना से जवाब मांगा है।

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