नवजीवन बुलेटिन: प्रियंका बोलीं- योगी सरकार में शिक्षा विभाग में घोटालों की परतें खुलने लगी और सीमा विवाद पर सेना प्रमुख का जवाब

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि यूपी के कस्तूरबा विद्यालय की नियुक्तियों में घोटाला सामने आने के बाद तो शिक्षा विभाग में अन्य घोटालों की परतें खुलने लगी और सत्येंद्र जैन का कहना है कि दिल्ली में टेस्ट बढ़ाना है तो अपनी गाइडलाइन बदले ICMR

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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में अनामिका शुक्ला के नाम से 25 शिक्षिकाओं के नौकरी करने का प्रकरण पुलिस जितना सुलझाने का प्रयास कर रही है, उतना यह उलझता जा रहा है। पुलिस अब तक अनामिका शुक्ला के नाम पर कुछ कथित शिक्षिकाओं को गिरफ्तार कर चुकी है। फर्जी नियुक्तियां कराने वाले गैंग के सरगना के भाई को भी पुलिस ने दबोच लिया है, लेकिन इसी के साथ कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के अलावा अब परिषदीय विद्यालयों में भी भर्तियों में धांधलेबाजी की आशंका गहरा गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मामले को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है कि कस्तूरबा विद्यालय की नियुक्तियों में घोटाला सामने आने के बाद तो शिक्षा विभाग में अन्य घोटालों की परतें खुलने लगी। अब परिषदीय विद्यालयों में फर्जी नियुक्तियों का मामला। नियुक्तियां 2018 में हुईं। दो साल तक ये सब चलता रहा। प्रियंका ने आखिर में पूछा कि सच सामने आना चाहिए कि नहीं?

क्या दिल्ली में ठीक से टेस्टिंग हो रही है? इस सवाल के जवाब में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि अगर टेस्टिंग बढ़ानी है तो ICMR से कहिए कि वो गाइडलाइंस बदल दें। हम ICMR की गाइड लाइन का उल्लंघन नहीं कर सकते हैं। ICMR की शर्तों के आधार पर ही टेस्ट हो सकते हैं, सभी सरकारें उन शर्तों को मानने के लिए बाध्य हैं। सत्येंद्र जैन ने कहा कि केंद्र सरकार और ICMR से कह दीजिए कि सभी लोगों के लिए टेस्ट ओपन कर दें ताकि जो टेस्ट करवाना चाहे वो करवा लें। लेकिन ओपन टेस्ट कराने से एक दिक्कत यह भी होगी कि बीमार लोग कम टेस्ट कराएंगे और सशंकित लोग ज्यादा आ जाएंगे। हो सकता है एक दिन में 1 लाख लोग टेस्ट कराने पहुंच जाएं, ऐसे में आपका नंबर एक महीने बाद ही आएगा।

भारत के आर्मी चीफ एम एम नरवणे ने कहा है कि चीन के साथ सीमा पर हालात काबू में है। उन्होंने कहा कि चीन और भारत के बीच सैन्य लेवल पर कई स्तर पर बातचीत हो रही है, और बातचीत के जरिए हम हर तरह के विवादित मुद्दों को सुलझाने में सक्षम हैं। थल सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि वे देशवासियों को भरोसा देना चाहते हैं कि चीना के साथ बॉर्डर पर हालात नियंत्रण में है। बता दें, भारत चीन के बीच वार्ता की शुरुआत 6 जून को हुई थी जब दोनों के कॉर्प्स कमांडर मिलने थे। भारत की ओर से इसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट हरिंदर सिंह ने किया था। जबकि चीन की ओर से मेजर जनरल लियू लिन बातचीत में शामिल थे। इसके अलावा सेना प्रमुख ने कहा कि नेपाल के साथ हमारे मजबूत रिश्ते हैं। नेपाल के साथ हमारे भौगोलिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक संबंध हैं। यहीं नहीं दोनों देशों के लोगों के बीच भी दोस्ताना रिश्ते हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल से पहले भी हमारे रिश्ते अच्छे रहे हैं और आगे भी रहेंगे।

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