राहुल गांधी ने केदारनाथ यात्रा का वीडियो शेयर किया, कहा- डर दिमाग का छलावा भर है

अगली सुबह राहुल गांधी फिर मौनी बाबा के पास पहुंचते हैं, जो अपनी नोटबुक में लिखकर कहते हैं कि भगवान केदार का आशीर्वाद आपके साथ है, आगे बढ़ते रहो। इसके बाद मौनी बाबा कहते हैं कि राहुल गांधी शरीर का नाम है। फिर मौनी बाबा कागज पर लिखते हैं कि डर मन का भ्रम है।

राहुल गांधी ने केदारनाथ यात्रा का वीडियो शेयर किया, कहा- डर दिमाग का छलावा भर है
राहुल गांधी ने केदारनाथ यात्रा का वीडियो शेयर किया, कहा- डर दिमाग का छलावा भर है
user

नवजीवन डेस्क

पांच राज्यों के अपने व्यस्त चुनावी अभियान से समय निकाल कर पिछले सप्ताह तीन दिन के लिए उत्तराखंड में पवित्र केदारनाथ मंदिर का दौरा करने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को मौनी बाबा के साथ अपनी बातचीत का वीडियो साझा किया और कहा कि "डर दिमाग का छलावा है"। एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने कहा, "भय मन का वहम है! केदारनाथ में 'मौनी' बाबा के 'डरो मत' के रहस्य और उनकी वर्षों की तपस्या को करीब से जानिए।"

वीडियो में राहुल गांधी मौनी बाबा से पूछते नजर आ रहे हैं कि वह केदारनाथ में कितने समय से बैठे हैं। इस पर वह हाथ से इशारा करते हैं कि उन्होंने 11 साल तक नहीं बोलने की कसम खाई है। जब राहुल गांधी ने उनसे पूछा कि उन्होंने ऐसा व्रत क्यों लिया, तो मौनी बाबा ने एक नोटबुक निकाली और उसमें लिखा कि यह बाबा केदार (भगवान शिव) जानते हैं।

इसके बाद कांग्रेस नेता ने उनसे पूछा कि 11 साल तक न बोलने के कारण उन्होंने क्या बदलाव देखा है। उन्होंने फिर लिखा कि यह बात बाबा केदार जानते हैं। मौनी बाबा ने अपनी नोटबुक में राहुल की यात्रा का जिक्र करते हुए यह भी लिखा है कि वह उनसे मिलने अपनी मर्जी से नहीं आए हैं, बल्कि बाबा केदार के आशीर्वाद से आए हैं।

इसके बाद मौनी बाबा ने हाथ के इशारे से उनसे पूछा कि क्या वह कुछ खाएंगे। इस पर कांग्रेस नेता ने जवाब दिया कि वह थोड़ा खाएंगे। इसके बाद कांग्रेस नेता ने अपना फोन निकाला और अपनी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को फोन किया और उनसे कहा कि बाबा बोलते नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बाबा कहीं के नहीं हैं और वे कहीं नहीं जा रहे हैं।


मौनी बाबा के तंबू में बैठे एक अन्य व्यक्ति कहते हैं कि मौन रहने से अहंकार और क्रोध अपने आप नष्ट हो जाते हैं। इस पर राहुल गांधी कहते हैं कि मौनी बाबा की दी हुई रोटी खाने से अहंकार और क्रोध नहीं रहता। दूसरे व्यक्ति ने कहा कि यह बात सही है और इस संसार में कोई भी मोह नहीं छोड़ता। वह आगे कहते हैं कि हर कोई किसी न किसी चीज से जुड़ा हुआ है। यह मोह ही है, और क्या।

अगली सुबह राहुल गांधी फिर मौनी बाबा के यहां पहुंचते हैं और बाबा अपनी नोटबुक में लिखते हैं और कहते हैं कि भगवान केदार का आशीर्वाद आपके साथ है... आगे बढ़ते रहो। इसके बाद मौनी बाबा कहते हैं कि राहुल गांधी शरीर का नाम है। फिर मौनी बाबा कागज पर लिखते हैं कि डर मन का भ्रम है।

इस बीच, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी राहुल गांधी की केदारनाथ में मौनी बाबा से मुलाकात की पोस्ट शेयर की। रमेश ने कहा, "हाल ही में राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए केदारनाथ गए थे। वहां उन्होंने 'मौनी' बाबा से तपस्या और भय पर बातचीत की थी।"

बता दें कि राहुल गांधी ने 5 से 7 नवंबर तक तीन दिन के लिए केदारनाथ का दौरा किया। अपनी केदारनाथ यात्रा के दौरान, कांग्रेस नेता ने पवित्र मंदिर में पूजा-अर्चना की और लंगर में भी भाग लिया और केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों को चाय वितरित की। केदारनाथ से लौटने के बाद, राहुल गांधी ने एक बार फिर राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश राज्यों में अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia