वीडियो: अकेले भारत में ही नहीं बल्कि इन देशों में भी कायम है हिंदी भाषा का वर्चस्व, जानिए

भारत अकेला ऐसा देश नहीं है जहां हिंदी बोली जाती है, बल्कि दुनिया के कई ऐसे देश हैं जहां अंग्रेजी का वर्चस्व होने के बावजूद हिंदी भाषा का एक अलग महत्त्व है। हिंदी दिवस के मौके पर हम आपको उन देशों के बारे में बताएंगे जहां आप बेझिझक हिंदी बोल सकते हैं।

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नवजीवन डेस्क

देश की मातृ भाषा हिंदी को भारत के 4.25 करोड़ लोग अपनी पहली भाषा जबकि 12 करोड़ लोग इसे अपनी दूसरी भाषा के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। 11वीं शताब्दी में सिंधु नदी के किनारे बोली जाने वाली भाषा को "हिंदी" का नाम दिया था। भारत अकेला ऐसा देश नहीं है जहां हिंदी बोली जाती है, बल्कि दुनिया के कई ऐसे देश हैं जहां अंग्रेजी का वर्चस्व होने के बावजूद हिंदी भाषा का एक अलग महत्त्व है। आज हिंदी दिवस के मौके पर हम आपको उन उन देशों के बारे में बताएंगे जहां आप लोगों से बेझिझक हिंदी में बात कर सकते हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका

अमेरिका में हिंदी बोलने वाले लोगों का तीसरा सबसे बड़ा समूह रहता हैं। करीब 650, 000 लोग यहां बोलचाल में हिंदी भाषा का प्रयोग करते हैं। हिंदी अमेरिका में 11वीं सबसे लोकप्रिय विदेशी भाषा मानी जाती है।

मॉरीशस

अंग्रेजी और फ्रेंच संसद की आधिकारिक भाषा होने के बावजूद भी मॉरिशस में एक तिहाई लोग हिंदी भाषा का प्रयोग करते हैं। हालांकि यहां ज्यादातर लोग मूल भाषा के रूप में मॉरीशस क्रियोल बोलते हैं।

नेपाल

नेपाल में 80 लाख लोग हिंदी बोलते हैं इसी के साथ दुनिया का सबसे बड़ा हिंदी भाषी समूह नेपाल में रहता है। हालांकि यहां हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त नहीं है।

फिजी

भारतीय मजदूरों के आगमन के साथ ही फिजी में हिंदी बोलने का चलन बढ़ता चला गया। इसके अलावा अवधी, भोजपुरी और कुछ हद तक मगही बोलियां बोलने वाले भारतीयों के आने के बाद उनकी भाषाओ को उर्दू के साथ जोड़ा गया, जिसके बाद ‘फिजी बाट’ नामकी नई भाषा का अविष्कार हुआ।

न्यूजीलैंड

न्यूजीलैंड-भारत के बीच बढ़ते सांस्कृतिक सम्बन्ध की वजह से हिंदी को यहां चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा का दर्जा प्राप्त है।

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