वीडियो: महाविनाश के मुहाने पर खड़ा जोशीमठ क्या बच पाएगा? IIT साइंटिस्ट के सर्वे में बड़ा खुलासा

IIT कानपुर के भू वैज्ञानिक प्रो. राजीव सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ लैंड स्लाइडिंग जोन में है। यहां दशकों से स्लाइडिंग होने से पत्थर कमजोर हो गए हैं। अधिकतर घर व होटल इसके मलबे पर खड़े हैं। पहाड़ अपलिफ्ट हो रहे हैं, जिससे मलबा खिसक रहा है।

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नवजीवन डेस्क

उत्तराखंड के चमोली जिले का जोशीमठ लगातार धंस रहा है। टाइम बॉम पर खड़े जोशीमठ में किसी भी समय ब्लास्ट हो सकता है। इन सबके बीच खून पसीने से बनाए गए घरों को लोग इस उम्मीद से छोड़ रहे हैं कि आने वाले दिनों में वो एक बार फिर इसी जोशीमठ में पहले जैसे रह सकेंगे। इन सबके बीच सवाल ये है कि क्या जोशीमठ को दोबारा बसाया जा सकता है?

इन सवालों का जवाब IIT कानपुर के भू वैज्ञानिक प्रो. राजीव सिन्हा ने दिया है। उन्होंने जोशीमठ को लेकर कई तरह के खुलासे भी किए हैं।

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