
'धक-धक गर्ल' अभिनेत्री माधुरी दीक्षित अब फैंस को 'साइको किलर' बनकर डराने के लिए तैयार हैं। माधुरी दीक्षित की अपकमिंग साइकोलॉजिकल थ्रिलर सीरीज 'मिसेज देशपांडे' की पहली झलक सामने आई है। वीडियो टीजर में माधुरी के दो चेहरे देखने को मिल रहे हैं। 20 सेकेंड के टीजर में सस्पेंस म्यूजिक के साथ माधुरी शीशे के सामने बैठकर संवर रही है, लेकिन तभी उनके चेहरे के एक्सप्रेशन बदल जाते हैं और वे सीधा कैदी के रूप में सामने आती हैं। टीजर जियो प्लस हॉटस्टार पर रिलीज किया गया है और यह जियो प्लस हॉटस्टार की ही रियल सीरीज है। खास बात है कि 'मिसेज देशपांडे' में माधुरी साइको किलर की भूमिका में दिखेंगी। यह रोल माधुरी के लिए बहुत चैलेंजिग रहा होगा क्योंकि अब तक फिल्मों में उन्हें रोमांटिक और कॉमेडी रोल करते हुए देखा गया है। हालांकि, उनकी साल 2022 में आई ओटीटी डेब्यू सीरीज 'द फेम गेम' में उनकी भूमिका थोड़ी निगेटिव थी, लेकिन इस बार वे इस किरदार के जरिए सबकों दिलों पर छाप छोड़ने वाली हैं।
इस सीरीज का निर्देशन नागेश कुकुनूर ने किया है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 'मिसेज देशपांडे' की कहानी एक फ्रांसीसी सीरीज से प्रेरित है, जिसमें पुलिस साइको किलर्स को पकड़ने के लिए दूसरे साइको किलर को हायर करती है, जिससे वे उनकी मानसिकता को समझ कर उन्हें पकड़ सकें। माना जा रहा है कि इस सीरीज में भी माधुरी ऐसी ही साइको किलर बनी हैं, जो अपनी मानसिकता के बलबूते पर पुलिस की मदद करती हैं। इससे पहले माधुरी दीक्षित ने बुधवार सुबह ही अपनी सीरीज को लेकर जानकारी दी थी और डरावने अंदाज में कुछ पंक्तियां लिखी थीं। उन्होंने लिखा था, "अरे रे रे ये क्या हो गया, कोई बच गया, मार डाला, मार डाला और मार डाला।" पोस्ट के साथ एक्ट्रेस ने एक खून से सना खंजर भी पोस्ट किया था। सुबह से ही फैंस अंदाजा लगा रहे थे कि कुछ तो नया आने वाला है।
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हिंदी सिनेमा का हंसाने और गुदगुनाने पर मजबूर कर देने वाला चेहरा गुड्डी मारुति सभी को याद होगीं। डायलॉग बोलकर कॉमेडी करना आसान होता है, लेकिन गुड्डी के चेहरे के एक्सप्रेशन ही दर्शकों को हंसने पर मजबूर कर देते थे। बुधवार को गुड्डी ने अपने बचपन की प्यारी सी फोटो फैंस के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की है, जिसे देखकर किसी के लिए भी उन्हें पहचान पाना मुश्किल होगा। कॉमेडी टाइमिंग की क्वीन गुड्डी मारुति ने अपना सोशल मीडिया अपडेट किया है और अपने इंस्टाग्राम पर एक फोटो पोस्ट की है।
एक्ट्रेस ने फोटो के कोलाज में एक तरफ अपने बचपन की तो दूसरी तरफ अपनी यंग एज की फोटो पोस्ट की है। बचपन की फोटो में गुड्डी खिलकर मुस्कुराती दिख रही हैं और माथे पर लाल बिंदी भी लगा रही हैं, जबकि दूसरी फोटो में वे बहुत शांत और प्यारी लग रही हैं। एक्ट्रेस ने फोटो के कैप्शन में लिखा, "मेरी बचपन की तस्वीर, तब और अब।" गुड्डी मारुति भले ही पर्दे से दूर हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर हिंदी सिनेमा जगत की पुरानी यादों को ताजा करती रहती हैं।
इससे पहले अपने पोस्ट में उन्होंने जूही चावला और अक्षय कुमार के साथ अपनी थ्रो-बैक फिल्मों का पोस्ट डाला था, जिस पर उन्होंने लिखा, "एक 'किस' की कीमत तुम क्या जानो अक्षय बाबू।" ये सीन 1992 में आई फिल्म 'खिलाड़ी'' का है, जिसमें वे अक्षय कुमार के साथ जबरदस्ती किस करती दिखी थीं। गुड्डी मारुति ने हिंदी सिनेमा में लगभग हर बड़े स्टार के साथ स्क्रीन शेयर की थी। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'सौ दिन सास के' से की थी, जो साल 1980 में आई थी। जिसके बाद गुड्डी साल 1985 में आई 'बेवफाई', 'मां कसम', 1986 में आई 'आग और शोला', 'नगीना', 1987 में आई 'हुकूमत' समेत 'कसम', 'जैसी करनी वैसी भरनी' और 'बलवान' में दिखीं थी। फिलहाल एक्ट्रेस पर्दे से दूर हैं लेकिन सोशल मीडिया के जरिए आज भी अपने फैंस को गुदगुदाती रहती हैं।
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टीवी पर 1988 में आई बी आर चोपड़ा की 'महाभारत' में भगवान श्री कृष्ण का रोल प्ले करने वाले नितीश भारद्वाज घर-घर फेमस हुए थे। आज भी जब भगवान श्री कृष्ण को याद किया जाता है तो नितीश भारद्वाज का नाम और चेहरा दर्शकों के सामने आता है। फिलहाल एक्टर सोशल मीडिया के जरिए फैंस से जुड़े रहते हैं और अब उन्होंने अपना एक पुराना इंटरव्यू शेयर किया है जिसमें उनके शुरुआती सफर के बारे में बताया है। नितीश भारद्वाज ने सोशल मीडिया पर पुराने इंटरव्यू की फोटो डाली है जिसमें लिखा है कि कैसे नौकरी छोड़कर मराठी सिनेमा में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर बनकर काम सीखा और मराठी फिल्मों से अपने करियर की शुरुआत की और बाद में हिंदी सिनेमा में सक्रिय होने के लिए हिंदी थिएटर में भी काम किया। इंटरव्यू में लिखा है कि महाभारत के समय नितीश इतने ज्यादा बिजी रहते थे कि इंटरव्यू नहीं दे पाते थे और वे इतना काम करते थे कि आंखों की लालिमा को कम करने के लिए आई ड्रॉप डालते थे।
अपने पुराने इंटरव्यू को शेयर कर नितीश भारद्वाज ने लिखा, "वरिष्ठ पत्रकार उल्हास शिर्के की एक पुरानी याद, जिसमें महाभारत में भगवान कृष्ण के रूप में मेरे शुरुआती दिनों को कैद किया गया है। हर शॉट को परफेक्ट बनाने से लेकर सेट पर लंबी बातचीत और अपने माता-पिता और गुरुओं की सीख के अनुसार हर समय जमीन से जुड़े रहने तक, इन यादों ने मुझे एक इंसान के रूप में गढ़ा है।" इससे पहले एक्टर ने अपनी फैन का हाथ से लिखा पत्र शेयर किया है, जिसमें एक महिला फैन ने उनके श्री कृष्ण के रोल से प्रभावित होकर उनकी शिक्षाओं को जिंदगी को आत्मसात किया। एक्टर फीमेल फैन का लेटर देखकर खुशी से गदगद हो गए थे। बता दें कि नितीश भारद्वाज पर्दे से दूर हैं, लेकिन थिएटर्स में अपनी अदाकारी का जलवा दिखाते रहते हैं। एक्टर पर्सनल लाइफ में भी काफी चीजों से जूझ रहे हैं। उनका तलाक हो चुका है और वे अपनी दोनों बेटियों की कस्टडी के लिए लड़ रहे हैं। उनकी पूर्व पत्नी ने नितीश पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था।
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बेंगलुरु में हुए रेणुकास्वामी मर्डर केस ने पूरे कर्नाटक में सनसनी मचा दी है। इस मामले में कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार दर्शन और उनकी पार्टनर पवित्रा गौड़ा सहित कई अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगे हैं। यह मामला इसलिए भी सुर्खियों में है क्योंकि इस हत्याकांड में फिल्म इंडस्ट्री के बड़े नाम जुड़े हैं। इस मामले में बुधवार को बेंगलुरु के ट्रायल कोर्ट में सुनवाई हुई। इस सुनवाई में सभी आरोपी हाजिर हुए। दर्शन, पवित्रा गौड़ा और छह अन्य आरोपियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराई, जबकि बाकी आरोपी अदालत में व्यक्तिगत रूप से हाजिर हुए। अदालत ने सीआरपीसी की धारा 294 के तहत मामले की सुनवाई की। बता दें कि सीआरपीसी की धारा 294 उन दस्तावेजों से संबंधित है जिनके लिए औपचारिक प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती, बशर्ते कि विरोधी पक्ष उन पर आपत्ति न करे। इस धारा का उद्देश्य न्यायिक कार्यवाही को गति देना और अदालतों का समय बचाना है।
सुनवाई के दौरान पवित्रा गौड़ा के वकील नारायणस्वामी ने अदालत में दलील दी कि विशेष आवेदन को इस चरण में नहीं लिया जा सकता। वहीं, जेल से जुड़ी कुछ समस्याओं के बारे में भी चर्चा हुई। आरोपी नागराज ने अदालत से अनुरोध किया कि उनके घर से आई बेडशीट उन्हें उपलब्ध कराई जाए। दर्शन ने भी जेल से जुड़ी परेशानियों को अदालत के सामने रखा। उन्होंने कहा कि बहुत ठंड है और रात में नींद नहीं आती है। उन्होंने बताया कि जो सामान उनके वकील लेकर आते हैं, उसे भी जेल में नहीं दिया जा रहा। दर्शन ने अदालत से मदद मांगी और कहा कि इस स्थिति में सभी कैदियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस पर अदालत ने जेल सुपरिटेंडेंट शंकर को फटकार लगाई। जज ने कहा कि नियमों के तहत जो आवश्यक चीजें दी जा सकती हैं, उन्हें देने में क्या दिक्कत है? खासकर इतनी ठंड में कंबल देने से कैसे मना किया जा सकता है? अदालत ने यह स्पष्ट कर दिया कि कैदियों के साथ उचित व्यवहार होना चाहिए और नियमों के तहत आने वाली सभी सुविधाएं उन्हें मिलनी चाहिए। अदालत ने मामले की आगे की सुनवाई 3 दिसंबर निर्धारित की है।
बता दें कि दर्शन के फैन रेणुकास्वामी की हत्या 8 जून 2024 को बेंगलुरु में हुई थी। रेणुकास्वामी को उनके शहर चित्रदुर्ग से अपहरण कर बेंगलुरु लाया गया और एक शेड में बंद करके बेरहमी से मारा गया। हत्या के बाद उनका शव नाले में फेंक दिया गया। यह घटना तब सामने आई जब एक अपार्टमेंट के सुरक्षा गार्ड की टीम ने देखा कि कुत्तों का झुंड शव को खींच रहा है। इस मामले में बेंगलुरु पुलिस ने अदालत में 3,991 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट के अनुसार, रेणुकास्वामी ने पवित्रा गौड़ा के साथ रहने की मांग की थी। जांच में यह भी सामने आया कि दर्शन ने रेणुकास्वामी पर बार-बार हमला किया। पुलिस ने मामले में कुछ महत्वपूर्ण सबूत भी जुटाए। इसमें दर्शन की तस्वीरें शामिल हैं, जिसमें वह हत्या के बाद तनाव में घूमते हुए और अन्य आरोपियों से होटल में बातचीत करते दिख रहे हैं। कुल मिलाकर पुलिस ने इस मामले में 65 तस्वीरें और कई दस्तावेज जमा किए हैं। इस मामले में 11 जून को दर्शन, पवित्रा गौड़ा और 15 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद दर्शन को बेंगलुरु सेंट्रल जेल में रखा गया।
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बॉलीवुड में कुछ चेहरे ऐसे होते हैं जो किसी एक खास किरदार से लोगों के दिलों में हमेशा के लिए अपनी जगह बना लेते हैं। तुषार कपूर भी उन्हीं चेहरों में से एक हैं। यूं तो उनके लिए ये फिल्मी दुनिया नई नहीं थी, लेकिन सफर आसान भी नहीं था। उन्होंने शुरुआत में बतौर हीरो काफी कोशिशें की, कई फिल्में की, कुछ फ्लॉप रहीं तो कुछ ने सफलता हासिल की, लेकिन जैसे ही उन्होंने 'गोलमाल' में बिना डायलॉग के 'लकी' का किरदार निभाया, लोग उनकी कॉमिक टाइमिंग और चेहरे के एक्सप्रेशन के दीवाने हो गए। इसी किरदार ने उन्हें बॉलीवुड के उन गिने-चुने कलाकारों में शामिल कर दिया, जिन्होंने बिना बोले साइलेंट कैरेक्टर को पहचान दिलाई।
तुषार कपूर का जन्म 20 नवंबर 1976 को मुंबई में हुआ। वे मशहूर अभिनेता जितेंद्र और निर्माता शोभा कपूर के बेटे हैं। बचपन से ही उनका माहौल पूरी तरह फिल्मी था, लेकिन पढ़ाई-लिखाई पर भी उतना ही ध्यान दिया गया। उन्होंने मुंबई के स्कूलों में पढ़ाई की और फिर आगे की शिक्षा अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन से पूरी की। विदेश से लौटने के बाद एक्टिंग का रास्ता उन्होंने खुद ही चुना। अपने अभिनय को निखारने के लिए उन्होंने बाकायदा ट्रेनिंग भी ली और मशहूर हस्तियों से अभिनय सीखा। साल 2001 में तुषार कपूर ने करीना कपूर के साथ फिल्म 'मुझे कुछ कहना है' से बॉलीवुड में कदम रखा। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही और तुषार को उनका पहला ही फिल्मफेयर अवार्ड 'बेस्ट डेब्यू' के लिए मिला। किसी भी नए अभिनेता के लिए यह बड़ी उपलब्धि थी।
इस सफलता के बाद उन्होंने कई फिल्में की, 'क्या दिल ने कहा', 'कुछ तो है', 'जीना सिर्फ मेरे लिए'… लेकिन इनमें से ज्यादातर फिल्मों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया। बड़े स्टार परिवार से होने के बावजूद लगातार फ्लॉप फिल्मों ने तुषार के करियर को झटका जरूर दिया, लेकिन उनका हौसला कम नहीं हुआ। करीब पांच साल के संघर्ष के बाद उनके करियर की असली चमक 2006 में आई, जब रोहित शेट्टी ने उन्हें फिल्म 'गोलमाल' में 'लकी' के किरदार के लिए चुना। यह रोल किसी भी कलाकार के लिए कठिन था क्योंकि इसमें आवाज नहीं थी, सिर्फ चेहरे के हाव-भाव थे। लेकिन तुषार ने इसे इतने मजेदार तरीके से निभाया कि लोग थिएटर में सीटियां बजाने लगे। एक साइलेंट कैरेक्टर को इतनी सफलता मिलना कम ही देखने को मिलता है।
गोलमाल के सभी हिस्सों में तुषार लकी के रूप में दिखाई दिए और फिल्म का पूरा मजा कई बार उनके किरदार पर ही टिक जाता था। इसके अलावा, तुषार ने कई मल्टीस्टारर फिल्मों जैसे 'खाकी', 'शूटआउट एट वडाला', 'द डर्टी पिक्चर' और 'क्या सुपर कूल हैं हम' में भी काम किया। इनमें उनकी कॉमिक टाइमिंग को खूब सराहा गया। हालांकि बतौर लीड अभिनेता उन्हें कभी वह सफलता नहीं मिली, जिसकी उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने इस कमी को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। समय के साथ उन्होंने खुद को निर्माता के रूप में भी आगे बढ़ाया और अक्षय कुमार की फिल्म 'लक्ष्मी' को प्रोड्यूस किया। तुषार की निजी जिंदगी भी कम दिलचस्प नहीं है। उन्होंने बिना शादी किए आईवीएफ के जरिए बेटे लक्ष्य का स्वागत किया और बॉलीवुड के पहले सिंगल फादर्स में शामिल हो गए।
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