अर्थतंत्र

अर्थजगतः रिलायंस इंडस्ट्रीज में नहीं रुक रही गिरावट और जोमैटो को मिला 803 करोड़ रुपये का टैक्स डिमांड नोटिस

राजधानी के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना 1,400 रुपये टूटकर 80,000 रुपये से नीचे आ गया जबकि चांदी में 4,200 रुपये की गिरावट आई। शेयर बाजार में आज तेजी रही, जिससे सेंसेक्स 843 अंक और निफ्टी 219 अंक उछाल के साथ बंद हुए।

रिलायंस इंडस्ट्रीज में नहीं रुक रही गिरावट और जोमैटो को मिला 803 करोड़ रुपये का टैक्स डिमांड नोटिस
रिलायंस इंडस्ट्रीज में नहीं रुक रही गिरावट और जोमैटो को मिला 803 करोड़ रुपये का टैक्स डिमांड नोटिस फोटोः IANS

रिलायंस इंडस्ट्रीज में नहीं रुक रही गिरावट

अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के शेयर का प्रदर्शन बीते तीन महीने में कमजोर रहा है। इस दौरान आरआईएल ने करीब 15 प्रतिशत का नकारात्मक रिटर्न दिया है। वहीं, निफ्टी में इस अवधि में 4.9 प्रतिशत की गिरावट हुई। निफ्टी में रिलायंस इंडस्ट्रीज का वेटेज 8 प्रतिशत है। इस कारण निफ्टी में हुई गिरावट की एक वजह आरआईएल में कमजोरी को भी माना जा रहा है। 2024 की शुरुआत से लेकर अब तक आरआईएल के शेयर में 2.3 प्रतिशत की गिरावट हुई है। 2014 के बाद यह पहला मौका है, जब यह शेयर सालाना आधार पर नकारात्मक रिटर्न दे रहा है। अगस्त में हुई कंपनी की एनुअल जनरल बैठक (एजीएम) के बाद से ही आरआईएल के शेयर में गिरावट देखी जा रही है।

एजीएम बैठक में रिलायंस रिटेल और रिलायंस जियो के मॉनेटाइजेशन को लेकर कोई समय नहीं दी गई थी, जिससे निवेशक काफी निराश हुए थे। आरआईएल के शेयर ने सितंबर में -2.2 प्रतिशत, अक्टूबर में -9.8 प्रतिशत, नवंबर में -3 प्रतिशत और दिसंबर में -3.9 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज को कई स्तरों पर मुश्किलों का सामना पड़ रहा है। कंपनी के तेल-गैस और पेट्रोकेमिकल कारोबार के मार्जिन पर दबाव है। न्यू एनर्जी बिजनेस, जहां पूंजीगत व्यय का एक बड़ा हिस्सा लगा हुआ है, उसका ऑपरेशनलाइजेशन शेड्यूल से पीछे चल रहा है।

इसके अलावा टेलीकॉम बिजनेस की औसत आय प्रति यूजर (एआरपीयू) प्रतिस्पर्धा और सिम कंसोलिडेशन के कारण उम्मीद की अपेक्षा कम तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, टैरिफ में बढ़ोतरी का पूरा असर आना बाकी है। आरआईएल द्वारा रिटेल कारोबार का रीस्ट्रक्चर और कंसोलिडेशन किया जा रहा है। इसके कारण शेयरधारकों के लिए वैल्यू अनलॉकिंग में देरी हुई है। इसके अलावा पिछले कुछ वर्षों में हुए पूंजीगत व्यय से कैश फ्लो आने की उम्मीद थी, लेकिन वैश्विक बाधाओं और मार्जिन के कारण यह अनुमान से कम है, जिसके कारण कंपनी को भविष्य के पूंजीगत व्यय को फंड करने के लिए कर्ज की जरूरत हो सकती है

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जोमैटो को मिला 803 करोड़ रुपये का टैक्स डिमांड नोटिस

फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनी जोमैटो को वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) डिपार्टमेंट से 803 करोड़ रुपये का टैक्स डिमांड नोटिस मिला है। कंपनी द्वारा स्टॉक एक्सचेंज पर दी गई जानकारी में कहा गया कि यह नोटिस सीजीएसटी और सेंट्रल एक्साइज के ज्वाइंट कमीश्नर, ठाणे की ओर से दिया गया है। इस टैक्स नोटिस में जीएसटी डिमांड और ब्याज एवं जुर्माना शामिल है। कंपनी द्वारा जारी बयान में आगे कहा गया कि यह टैक्स डिमांड नोटिस डिलीवरी चार्जेस पर जीएसटी न भुगतान करने करने को लेकर है। 803 करोड़ रुपये की कुल राशि में 401.7 करोड़ रुपये की जीएसटी डिमांड और इतनी ही राशि की ब्याज एवं जुर्माना शामिल हैं।

कंपनी ने फाइलिंग में कहा, "हमारा मानना ​​है कि हमारे पास योग्यता के आधार पर एक मजबूत मामला है, जो हमारे बाहरी कानूनी और कर सलाहकारों की राय से समर्थित है। कंपनी उचित प्राधिकारी के समक्ष आदेश के खिलाफ अपील दायर करेगी।" डिलीवरी चार्ज पर जोमैटो को 2023 में भी 400 करोड़ रुपये का जीएसटी डिमांड नोटिस मिल था। डिलीवरी चार्ज जोमैटो, स्विगी और अन्य फूड एवं क्विक कॉमर्स कंपनियों द्वारा अपनी सेवाओं पर लगाया जाता है।

रिपोर्ट्स में बताया गया कि इन कंपनियों का तर्क है कि गिग वर्कर डिलीवरी पार्टनर के रूप में काम करते हैं। उन्हें प्रति ऑर्डर आधार पर भुगतान किया जाता है। यूजर्स से लिए गए इस डिलीवरी चार्ज को सीधे गिग वर्कर को दे दिया जाता है। रिपोर्ट्स में आगे कहा गया कि जीएसटी कानूनों में डिलीवरी चार्ज को एक सर्विस माना गया है, क्योंकि प्लेटफॉर्म इसे एकत्रित कर रहे हैं। इस वजह डिलीवरी पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जा सकता है।

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भारत में नवंबर में दो पहिया वाहनों की सेल ने बनाया रिकॉर्ड

सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में यात्री वाहनों की बिक्री नवंबर में 3.48 लाख यूनिट रही, जो पिछले साल इसी महीने की तुलना में 4.1 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाती है। दीपावली के अगले महीने दोपहिया वाहनों की बिक्री 16.05 लाख यूनिट रही, जो कि नवंबर में पहली बार 16 लाख यूनिट के आंकड़े को पार कर गई। नवंबर 2024 में यात्री वाहनों, तिपहिया वाहनों, दोपहिया वाहनों और क्वाड्रिसाइकिल सहित महीने के दौरान ऑटोमोबाइल का कुल उत्पादन 24,07,351 यूनिट था। सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा, "अक्टूबर में त्योहारी अवधि के दौरान जो मांग देखी गई थी, वह नवंबर में भी पूरे उद्योग के लिए जारी रही।"

इस महीने की शुरुआत में ऑटो निर्माताओं द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से पता चला है कि नवंबर के दौरान घरेलू बाजार में कारों और एसयूवी की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है, जिसमें बाजार की अग्रणी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड, टाटा मोटर्स और टोयोटा किर्लोस्कर ने महीने के दौरान डीलरों को भेजे जाने वाले वाहनों में वृद्धि दर्ज की है। मारुति सुजुकी की कुल घरेलू यात्री वाहन बिक्री इस साल नवंबर के दौरान 1,41,312 यूनिट हो गई, जो पिछले साल इसी महीने में 1,34,158 इकाई थी। मुख्य वृद्धि एसयूवी सेगमेंट में दर्ज की गई, जहां ब्रेजा, ग्रैंड विटारा और जिमी जैसे इसके लोकप्रिय मॉडलों की बिक्री नवंबर 2023 में 49,016 इकाई से बढ़कर महीने के दौरान 59,003 यूनिट हो गई।

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बिकवाली से सोना 1,4000 रुपये टूटा, चांदी 4,200 रुपये फिसली

आभूषण विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों की भारी बिकवाली के कारण शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोना 1,400 रुपये टूटकर 80,000 रुपये से नीचे आ गया जबकि चांदी में 4,200 रुपये की गिरावट आई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी। कारोबारियों ने कहा कि इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोर रुख से सर्राफा कीमतों पर भारी दबाव रहा। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 1,400 रुपये गिरकर 79,500 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। पिछले सत्र में यह 80,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।

चांदी 4,200 रुपये गिरकर 92,800 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। यह दिसंबर महीने में सबसे बड़ी गिरावट है। पिछले कारोबारी सत्र बृहस्पतिवार को चांदी 97,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव भी 1,400 रुपये घटकर 79,100 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा, जबकि पिछले दिन इसका भाव 80,500 रुपये प्रति 10 ग्राम था।

एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (शोध विश्लेषक) जतिन त्रिवेदी ने कहा, "अमेरिकी में उत्पादक मूल्य सूचकांक (पीपीआई) में गिरावट और साप्ताहिक बेरोजगारी दावों में बढ़ोतरी के बाद मुनाफावसूली तेज होने से सोने में तेज बिकवाली देखी गई। इससे कॉमेक्स (जिंस बाजार) में सोने की कीमत घटकर 2,670 डॉलर प्रति 10 ग्राम रह गई।" कॉमेक्स सोना वायदा 18.60 डॉलर प्रति औंस की गिरावट के साथ 2,690.80 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।।

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सेंसेक्स 843 अंक उछला, निफ्टी 219 अंक मजबूत

घरेलू मुद्रास्फीति के आंकड़ों से उत्साहित घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को दूरसंचार कंपनियों के शेयरों में तगड़ी लिवाली से खासी तेजी रही। मानक सूचकांक सेंसेक्स 843 अंक और निफ्टी 219 अंक उछाल के साथ बंद हुए। घरेलू शेयर बाजारों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सुबह के कारोबार में खासी गिरावट देखने को मिली थी लेकिन बाद में इसमें बड़ी उछाल दर्ज की गई। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरुआती सत्र में 1,207.14 अंक लुढ़क गया था। लेकिन निचले स्तर पर खरीदारी आने से इसने पुरजोर वापसी की और 843.16 अंक यानी 1.04 प्रतिशत उछलकर 82,133.12 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 923.96 अंक बढ़कर 82,213.92 पर पहुंच गया था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 219.60 अंक यानी 0.89 प्रतिशत चढ़कर 24,768.30 पर बंद हुआ। हालांकि कारोबार के दौरान एक समय इसमें 367.9 अंकों की गिरावट देखी गई थी। सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से भारती एयरटेल, आईटीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाइटन, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और पावर ग्रिड सबसे ज्यादा लाभ में रहीं। दूसरी तरफ टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील और बजाज फिनसर्व के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।

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