कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने राजधानी दिल्ली में फ्रीडम स्ट्रगल एंड बियोंड किताब विमोचन कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली की तुलना की है।
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कांग्रेस लोक सभा सांसद और वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा, 1962 में जब चीन के साथ युद्ध चल रहा था उस दौर में प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने संसद का सत्र बुलाया और संसद में उस पर चर्चा हुई, लेकिन आज चीन को लेकर खासकर गलवान घाटी में जो कुछ हुआ उसको लेकर संसद में सवाल पूछने तक की अनुमति नहीं दी जा रही है।
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चीनी आक्रमण को लेकर हमारे लोकसभा या राज्यसभा में कोई चर्चा नहीं हुई 20 जवान भारत के शहीद हुए इसके बावजूद भी सदन में कोई चर्चा नहीं हुई।
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इसके साथ ही थरूर ने लोकतंत्र, लोकतांत्रिक संस्था और विचार रखने की आजादी को लेकर दोनों प्रधानमंत्री के कार्यशैली और विचारधारा की भी तुलना की है। उन्होंने कहा हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशी संसद में भारतीय संसद के मुकाबले ज्यादा भाषण दिए हैं जो नेहरू के बिल्कुल विपरीत है। नेहरू के अनुसार लोकतंत्र का मतलब देश की संस्थाओं को महत्व देना हुआ करता था।
फ्रीडम स्ट्रगल एंड बियोंड किताब को प्रवीण डावर द्वारा लिखी गई है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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