
इजरायल और हमास की जंग के बीच खबर है कि अमेरिका सेना ने पूर्वी सीरिया में दो ठिकानों पर हमला किया है। अमेरिका के रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन जानकारी देते हुए कहा कि इन ठिकानों का इस्तेमाल ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स और उससे संबद्ध समूहों द्वारा किया जा रहा था। उन्होंने कहा, "सटीक आत्मरक्षा वाले हमले 17 अक्टूबर को शुरू हुए ईरानी समर्थित मिलिशिया समूहों द्वारा इराक और सीरिया में अमेरिकी कर्मियों के खिलाफ चल रहे और ज्यादातर असफल हमलों की एक श्रृंखला की प्रतिक्रिया है।"
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ऑस्टिन ने कहा कि हमलों के दौरान एक अमेरिकी कांट्रेक्टर की मौत हो गई थी और 21 अमेरिकी सैन्यकर्मियों को मामूली चोट आईं थी, हालांकि सभी ड्यूटी पर लौट आए हैं। व्हाइट हाउस ने गुरुवार को कहा कि सीरिया में यह हमले गुरुवार को अमेरिकी सैनिकों पर हमलों के खिलाफ राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को दी गई सीधी चेतावनी के बाद हुए हैं।
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यूएस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने संवाददाताओं से कहा, "एक सीधा संदेश जारी किया गया था। ऑस्टिन ने कहा कि हमलों का उद्देश्य पूरी तरह से इराक और सीरिया में अमेरिकी कर्मियों की रक्षा करना था। उन्होंने कहा, "यह इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष से अलग है और इजरायल-हमास संघर्ष के लिए हमारे दृष्टिकोण में बदलाव नहीं है।"
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