ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शनिवार को तेहरान में हमास के कार्यवाहक नेता खलील अल-हय्या और फिलिस्तीनी समूह के दो अन्य नेताओं से मुलाकात की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी राज्य टीवी ने यह जानकारी दी।
खामेनेई, ने फिलिस्तीनी प्रतिनिधिमंडल से कहा, "आपने जायोनी शासन [इजरायल] को हराया, जो वास्तव में अमेरिका की हार थी। आपने उन्हें उनके किसी भी लक्ष्य को हासिल करने नहीं दिया।"
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ईरानी टीवी ने कहा कि फिलिस्तीनी नेता 1979 की ईरानी क्रांति की वर्षगांठ पर खामेनेई को बधाई देने के लिए तेहरान में थे। उन्होंने ईरान के निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
प्रतिनिधिमंडल में हमास के नेतृत्व परिषद के प्रमुख मोहम्मद दरवेश और हमास के शीर्ष अधिकारी निजार अवदल्लाह भी शामिल थे। उन्होंने खामेनेई को गाजा और पश्चिमी तट की मौजूदा स्थिति और 'हासिल की गई जीत और सफलताओं' पर एक रिपोर्ट सौंपी।
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ईरानी मीडिया के मुताबिक खामेनेई ने कहा कि ईरान के खिलाफ अमेरिकी धमकियों का 'हमारे राष्ट्र की मानसिकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।'
ईरान हमास का समर्थक रहा है। गाजा युद्ध के दौरान भी वह फिलिस्तीनी ग्रुप के साथ खड़ा रहा। इस बीच हमास ने गाजा युद्ध विराम समझौते के तहत शनिवार को तीन औरइजरायली पुरुष बंधकों को गाजा युद्ध विराम समझौते के तहत मुक्त कर दिया। तीनों को 7 अक्टूबर के हमले के दौरान हमास के लड़ाकों ने बंधक बनाया था। इसके बदले में शनिवार को इजरायल 183 फिलिस्तीनियों कैदियों को रिहा करने वाला है।
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19 जनवरी को युद्ध विराम शुरू होने के बाद से अब तक 21 बंधकों और 383 कैदियों को रिहा किया जा चुका है। कुल मिलाकर, तीन सप्ताह में युद्ध विराम के पहले चरण के अंत तक 33 बंधकों और 1,900 कैदियों को रिहा किया जाना है। इजरायल का कहना है कि 33 में से आठ की मौत हो चुकी है।
हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला करके 251 बंधकों को पकड़ लिया और लगभग 1,200 लोगों को मार डाला था जिसके बाद युद्ध शुरू हो गया।
गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल के हमले में कम से कम 47,500 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इजरायल के हमलों से गाजा की लगभग दो-तिहाई इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गई हैं।
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