पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में स्वात नदी में शुक्रवार को अचानक आई बाढ़ में महिलाओं और बच्चों सहित 18 पर्यटक बह गए, जिससे सात लोगों की मौत हो गई।
स्थानीय मीडिया के अनुसार यह घटना फिजागत क्षेत्र में घटी, जहां दो परिवारों के सदस्य नदी किनारे नाश्ता कर रहे थे, तभी अचानक जलस्तर बढ़ने से कई लोग बह गए। बचाव अभियान के दौरान तीन व्यक्तियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
एक बचाव अधिकारी ने बताया कि हमें सुबह करीब आठ बजे इन लोगों के डूबने की सूचना मिली। बाईपास पर मेहमान आए हुए थे, जो नदी के किनारे बैठे थे। इन लोगों को पानी के रिलीज होने की जानकारी नहीं थी।
घटना की पुष्टि करते हुए स्वात के डिप्टी कमिश्नर शहजाद महबूब ने बताया कि सात लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। अचानक आई बाढ़ के कारण कई जगहों पर करीब 73 लोग फंसे हुए हैं। बचाव अभियान में बड़ी मुश्किलें आ रही हैं।
एक पर्यटक ने बताया कि उसके परिवार के 10 सदस्य बह गए, जिनमें से एक महिला का शव बरामद हो गया। नौ बच्चों की तलाश अभी भी जारी है।
परिवार के सदस्य के हवाले से स्थानीय मीडिया ने बताया कि हम चाय-नाश्ता कर रहे थे और बच्चे नदी के पास सेल्फी लेने चले गए। उस समय नदी में ज्यादा पानी नहीं था। घटना की सूचना मिलने के कई घंटे बाद बचाव अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक बच्चे नदी में बह चुके थे।
इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें महिलाएं और बच्चे नदी में फंसे हुए दिखाई दे रहे हैं।
इस बीच, प्रत्यक्षदर्शियों ने स्थानीय अधिकारियों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने इसे घोर लापरवाही बताते हुए आरोप लगाया कि वीडियो में फंसे पर्यटक लगभग दो घंटे तक बिना किसी सहायता के कारण बह गए। उन्होंने दावा किया कि मदद के लिए बेताब चीख-पुकार के बावजूद, तत्काल बचाव प्रयास शुरू नहीं किया गया।
रिपोर्टों से पता चलता है कि पीड़ित पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा के निवासी थे।
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रॉयल मलेशिया पुलिस (पीडीआरएम) ने शुक्रवार को कट्टरपंथी आंदोलन में शामिल होने और इस्लामिक स्टेट (आईएस) विचारधारा पर आधारित चरमपंथी विचारों को देश में लाने के आरोप में 36 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार करने की पुष्टि की।
मलेशिया के गृह मंत्रालय के अनुसार, बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए योजनाबद्ध सुरक्षा अभियान 24 अप्रैल को शुरू हुआ। इसे सेलंगोर और जोहोर राज्यों में तीन चरणों में चलाया गया।
गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, "इस कार्रवाई में 5 लोगों की पहचान हुई है, जिन पर पीनल कोड के चैप्टर वीआईए के तहत केस दर्ज किया गया है और उन्हें शाह आलम और जोहोर बहरू कोर्ट में पेश किया जा चुका है। इसके अलावा, 15 लोगों को देश से बाहर निकालने (डिपोर्ट) का आदेश दिया गया है, जबकि 16 अन्य लोगों की इस आतंकवादी गतिविधि में शामिल होने को लेकर जांच की जा रही है।"
बयान में कहा गया है, "स्पेशल ब्रांच टीम की खुफिया जानकारी और समन्वित कार्रवाई के बाद पीडीआरएम को पता चला कि यह समूह देश में इस्लामिक स्टेट (आईएस) की विचारधारा पर आधारित चरमपंथी विश्वास ला रहा था। उन्होंने कट्टरपंथी विश्वासों को बढ़ावा देने, आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन इकट्ठा करने और अपने देश में वैध सरकार को गिराने के उद्देश्य से अपने समुदायों के भीतर भर्ती सेल भी स्थापित किए थे।"
मलेशिया के गृह मंत्री दातुक सेरी सैफुद्दीन नासुतिओन इस्माइल ने इस बात पर जोर दिया कि देश किसी भी विदेशी चरमपंथी आंदोलन के लिए शरणस्थली तो दूर, युद्ध का मैदान भी नहीं बनेगा।
उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन साबित करता है कि सरकार बहुत गंभीर है और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाले को बर्दाश्त नहीं करेगी। यह सफलता संप्रभुता, सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने में राष्ट्रीय सुरक्षा बलों, विशेष रूप से पीडीआरएम की दक्षता और व्यावसायिकता को भी साबित करती है।
सैफुद्दीन नसुतिओन ने पुनः पुष्टि की कि गृह मंत्रालय खुफिया क्षमताओं को मजबूत करने और प्रवर्तन को दोगुना करने के साथ-साथ घरेलू और विदेशी सुरक्षा एजेंसियों के साथ काम करना जारी रखेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मलेशिया शांतिपूर्ण, स्थिर और आतंकवाद के खतरे से मुक्त रहे।
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जापान में तोक्यो के निकट अपने अपार्टमेंट में नौ लोगों की हत्या करने और शवों के टुकड़े-टुकड़े करने के दोषी व्यक्ति को शुक्रवार को फांसी दे दी गई। न्याय मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
‘ट्विटर किलर’ के नाम से पहचाने जाने वाले ताकाहिरो शिराशी को 2017 में नौ लोगों की हत्या करने के जुर्म में 2020 में मौत की सजा सुनायी गयी थी। इस घटना में मारे गए ज्यादातर लोगों ने सोशल मीडिया पर आत्महत्या के विचार पोस्ट किए थे। शिराशी को उन महिलाओं के यौन शोषण का भी दोषी ठहराया गया, जिनकी उसने हत्या कर दी थी।
यह फांसी ऐसे समय में दी गई है जब विश्व में सबसे लंबे समय से जेल की सजा काट रहे और मृत्युदंड पाने वाले इवाओ हाकामाडा को पिछले वर्ष बरी किए जाने के बाद से जापान में मौत की सजा को समाप्त करने की मांग बढ़ रही है।
शिराशी को अत्यधिक सुरक्षा के बीच तोक्यो डिटेंशन हाउस में फांसी दी गयी।
पुलिस ने 2017 में शिराशी के अपार्टमेंट में कोल्ड-स्टोरेज में आठ महिलाओं और एक पुरुष का शव मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया था।
जांचकर्ताओं ने कहा कि शिराशी ने ट्विटर (अब एक्स) के जरिए इन लोगों से संपर्क करके इन्हें आत्महत्या करने की इच्छा पूरी करने में मदद करने की पेशकश की थी। उसने किशोरियों समेत आठ महिलाओं से दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या कर दी और उनमें से एक महिला के प्रेमी की भी हत्या कर दी थी।
जापान में आत्महत्या करने की दर दुनिया में सबसे अधिक है। हाल में इसमें गिरावट आने के बाद फिर से आत्महत्या के मामले बढ़ गए हैं।
जापान की अपराध दर अपेक्षाकृत कम है, लेकिन हाल के वर्षों में वहां कुछ बड़ी सामूहिक हत्याओं की घटनाएं हुई हैं।
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पोप लियो 14वें ने शुक्रवार को कैथोलिक चर्च में एकता की अपनी अपील को दोहराते हुए पादरियों से आग्रह किया कि वे अपने वरिष्ठों के साथ समन्वय में कार्य करें तथा संघर्षों के दौर में विश्व में मेल-मिलाप का आदर्श प्रस्तुत करें।
लियो ने रोम में एक विशेष सप्ताह मना रहे पादरियों को दिये संदेश में एकता की अपील की। उन्होंने बृहस्पतिवार दोपहर एक विशेष बैठक की मेजबानी की, शुक्रवार सुबह दुनिया भर के पादरियों को अपना संदेश दिया।
सेंट पीटर्स बेसिलिका में प्रार्थना सभा के दौरान, लियो ने 32 नये पादरियों को नियुक्त किया तथा 8 मई को हुए चुनाव के ठीक बाद उनके पदस्थापन समारोह के दौरान एकता के लिए की गई अपील को याद किया।
पोप ने कहा, ‘‘आज, मैं यह इच्छा एक बार फिर से आपके साथ साझा करता हूं।’’
शुक्रवार को दुनिया भर के पादरियों को दिये संदेश में लियो ने एकता की अपनी अपील दोहराई।
लियो ने कहा, ‘‘ऐसी दुनिया में जहां तनाव बढ़ रहा है, यहां तक कि परिवारों और चर्च समुदायों के भीतर भी, पादरियों को मेल-मिलाप को बढ़ावा देने और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए बुलाया जाता है।’’
वेटिकन के आंकड़ों के अनुसार, 2022 के अंत में विश्व में 407,730 पादरी थे, जो इसके पिछले वर्ष की तुलना में 142 कम है।
यूरोप में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई, जहां 2,745 पादरी कम हुए। यह एक ऐसा आंकड़ा है जिसकी भरपाई वैश्विक स्तर पर केवल अफ्रीका में 1,676 और एशिया में 1,160 पादरियों को जोड़कर की गई।
उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी को याद दिलाएं कि पादरी होना शानदार है। हम परिपूर्ण नहीं हैं, लेकिन यीशु के मित्र हैं... और यही काफी है।’’
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