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दुनियाः दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति यून पर लगा यात्रा प्रतिबंध और विदेश सचिव ने ढाका में यूनुस से की मुलाकात

हैती के सिटे सोलेइल स्लम में एक गैंग लीडर ने अपने बेटे पर जादू-टोना के शक में 110 लोगों को मौत के घाट उतरवा दिया। मध्य गाजा सिटी में एक इजरायली ड्रोन हमले में कम से कम 10 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।

दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति यून पर लगा यात्रा प्रतिबंध और विदेश सचिव ने ढाका में यूनुस से की मुलाकात
दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति यून पर लगा यात्रा प्रतिबंध और विदेश सचिव ने ढाका में यूनुस से की मुलाकात फोटोः IANS

दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति यून पर लगा यात्रा प्रतिबंध

राष्ट्रपति यून सूक योल पर सोमवार को यात्रा प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। पिछले हफ्ते कुछ घंटे के लिए मार्शल लॉ लागू करने से जुड़े राजद्रोह और अन्य आरोपों की जांच के चलते यह बैन लगाया गया। योनहाप समाचार एजेंसी के मुताबिक न्याय मंत्रालय ने यह प्रतिबंध लागू किया। उच्च पदस्थ अधिकारियों के भ्रष्टाचार जांच कार्यालय (सीआईओ) ने इस आदेश के लिए अनुरोध दिया था। पिछले मंगलवार को मार्शल लॉ की अचानक घोषणा के बाद पुलिस, अभियोजन पक्ष और सीआईओ द्वारा एक साथ की गई जांच में यून के खिलाफ संदिग्ध के रूप में मामला दर्ज किया गया है।

बता दें यून ने मंगलवार (03 दिसंबर) रात को आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की, लेकिन बुधवार को संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया। मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा। हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की राजनीतिक को हिला कर रख दिया। यून के मार्शल लॉ लगाने के कदम की विपक्षी पार्टियों के साथ ही सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी ने भी आलोचना की। इसके बाद मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने भी राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग चलाने का प्रस्ताव पेश किया।

हालांकि शनिवार को सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी के तीन सांसदों को छोड़कर बाकी सभी ने इस पर मतदान का बहिष्कार कर दिया, जिसके बाद इसे रद्द कर दिया गया। न्याय मंत्रालय में वरिष्ठ आव्रजन अधिकारी बे सांग-इओप ने सोमवार को संसदीय सुनवाई के दौरान सांसदों को बताया कि औपचारिक आवश्यकताओं की एक साधारण समीक्षा के बाद यात्रा प्रतिबंध लगभग हमेशा जारी किया जाता है। सीआईओ प्रमुख ओह डोंग-वून ने सुनवाई के दौरान बताया कि उनका कार्यालय सैद्धांतिक रूप से "देशद्रोह से संबंधित नेता और प्रमुख आरोपियों" की गहन जांच करने के लिए प्रतिबद्ध है। जब उनसे पूछा गया कि क्या सीआईओ ने प्रथम महिला किम कीन ही पर यात्रा प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है, तो उन्होंने कहा कि इसकी समीक्षा की जाएगी।

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विदेश सचिव ने ढाका में यूनुस से की मुलाकात

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की। इसी के साथ ढाका की उनकी एक दिवसीय यात्रा भी संपन्न हो गई। मिस्री ने बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन और विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन के साथ भी बैठकें की। अपनी यात्रा के दौरान विदेश सचिव ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ चरमपंथी बयानबाजी और हिंसा की घटनाओं को लेकर पड़ोसी देश के साथ नई दिल्ली की चिंताएं साझा की।

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि इन बैठकों के दौरान विदेश सचिव मिस्री ने एक लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समावेशी बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन पर प्रकाश डाला। उन्होंने आपसी विश्वास, सम्मान तथा एक-दूसरे की चिंताओं और हितों के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर बांग्लादेश के साथ रचनात्मक संबंध बनाने की नई दिल्ली की इच्छा को दोहराया।

मिस्री की यात्रा के समापन के बाद विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, "विदेश सचिव ने इस बात पर जोर दिया कि भारत-बांग्लादेश संबंधों में लोग मुख्य हितधारक हैं। उन्होंने कहा कि भारत का बांग्लादेश के साथ बहुआयामी संबंध, जिसमें संपर्क, व्यापार, बिजली, ऊर्जा और क्षमता निर्माण के क्षेत्र शामिल हैं, बांग्लादेश के सभी लोगों के लाभ के लिए हैं।" इसमें कहा गया, "विदेश सचिव ने हाल के कुछ घटनाक्रमों और मुद्दों पर भी चर्चा की और भारत की चिंताओं, विशेष रूप से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कल्याण से संबंधित चिंताओं से अवगत कराया। उन्होंने सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनयिक संपत्तियों पर हमलों की कुछ अफसोसजनक घटनाओं को भी उठाया।"

विदेश मंत्रालय ने जोर देकर कहा, "विदेश सचिव की यात्रा भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय जुड़ाव को बनाए रखने में मदद करेगी, ताकि चिंताओं को दूर करने के साथ-साथ संबंधों में महत्वपूर्ण मुद्दों को आगे बढ़ाया जा सके।" विदेश सचिव का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों विशेष तौर पर हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा, भड़काऊ बयानबाजी जैसी खबरें लगातार सामने आ रहा हैं। भारत ने लगातार हिंदुओं समेत अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ धमकियों और टारगेटेड हमलों के मुद्दे को बांग्लादेश सरकार के सामने मजबूती से उठाया है।

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हैती में शक में गैंग लीडर ने 110 लोगों को मौत के घाट उतारा

हैती के सिटे सोलेइल स्लम में वीकेंड में कम से कम 110 लोगों की हत्या कर दी गई। एक प्रमुख मानवाधिकार समूह ने बताया कि एक गैंग लीडर ने बुजुर्गों को निशाना बनाया क्योंकि उसे शक था कि इन लोगों ने जादू-टोना करके उसके बच्चे को बीमार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गैंग लीडर मोनेल 'मिकानो' फेलिक्स ने अपने 'विव अंसनम' ग्रुप के साथ मिलकर इस नरसंहार को अंजाम दिया। नेशनल ह्यूमन राइट डिफेंस नेटवर्क (आरएनडीडीएच) ने कहा कि जब फेलिक्स का बच्चा बीमार हो गया, तो उसने एक वूडू पुजारी से इस संबंध में बात की। पुजारी ने क्षेत्र के बुजुर्ग लोगों पर जादू-टोने के जरिए बच्चे को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया, जिससे भड़क कर फेलिक्स ने नरसंहार का आदेश दे दिया।

बयान में कहा गया कि गैंग के सदस्यों ने शुक्रवार को कम से कम 60 लोगों और शनिवार को 50 लोगों की हत्या चाकू और कुल्हाड़ियों से की। मृतकों में से सभी की उम्र 60 वर्ष से अधिक थी। सिटे सोलेइल राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस के बंदरगाह के पास एक घनी आबादी वाली बस्ती है। इसे हैती के सबसे गरीब और सबसे हिंसक इलाकों में से एक माना जाता है। मोबाइल फोन इस्तेमाल पर प्रतिबंध समेत गिरोहों पर कड़े नियंत्रण करने प्रयासों की वजह से निवासियों की हत्याओं के बारे में जानकारी साझा करना खासा मुश्किल है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर में संयुक्त राष्ट्र ने अनुमान लगाया था कि फेलिक्स के गिरोह में लगभग 300 लोग थे और वे फोर्ट डिमांचे और ला सलाइन के आसपास सक्रिय थे। नवंबर 2018 में ला सलाइन में कम से कम 71 नागरिकों की हत्या कर दी गई थी, जबकि सैकड़ों घरों में आग लगा दी गई थी। राजनीतिक अंतर्कलह से त्रस्त सरकार राजधानी और उसके आसपास सशस्त्र गिरोहों की बढ़ती ताकत को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष कर रही है।

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गाजा में इजरायली ड्रोन हमले में 10 फिलिस्तीनियों की मौत

मध्य गाजा सिटी में एक इजरायली ड्रोन हमले में कम से कम 10 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह जानकारी गाजा पट्टी के फिलिस्तीनी सिविल डिफेंस ने दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, गाजा पट्टी के फिलिस्तीनी सिविल डिफेंस के प्रवक्ता महमूद बसाल ने बताया कि मारे गए लोगों में महिला और बच्चे भी शामिल थे। इजरायली सेना ने इस घटना पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। रविवार को इजरायली सेना ने एक बयान में कहा कि उनकी सेना ने हाल ही में उत्तरी गाजा पट्टी के जबालिया क्षेत्र में भूमिगत आतंकवादी ढांचे को खत्म करने के लिए एक विशेष अभियान पूरा किया।

इसी बीच, हमास के सशस्त्र संगठन अल-क़सम ब्रिगेड्स ने कहा कि उनके सदस्यों ने शनिवार को दक्षिणी गाजा पट्टी के राफा क्षेत्र में एक इजरायली बख्तरबंद वाहन और एक टैंक को नष्ट कर दिया। 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा दक्षिणी इजरायल में किए गए हमले में लगभग 1,200 लोगों की मौत और करीब 250 लोगों के बंधक बनाए जाने के बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया है। गाजा पट्टी में जारी इजरायली हमलों में अब तक 44,708 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। यह आंकड़ा गाजा के स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को जारी किया।

वहीं, न्यूज एजेंसी एनएनए के मुताबिक, इजरायल के हवाई हमले में दक्षिणी लेबनान के मर्ज्योन जिले के डिब्बाइन गांव में भी तीन लोग मारे गए हैं। सिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने एनएनए के हवाले से बताया कि इजरायली युद्धक विमान ने रविवार को बेका वैली में स्थित कफर जबाद गांव और अंजार शहर के बीच के पूर्वी पहाड़ी इलाके में घुस आए थे। इजरायली सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि उसके सैनिक वर्तमान में दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह को तैनात होने से रोकने और खतरों को दूर करने के लिए काम कर रहे हैं। पोस्ट में यह भी कहा गया है कि यह कार्रवाई "इजरायल और लेबनान के बीच समझौते के अनुसार" है।

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सूडान में ईंधन स्टेशन पर बमबारी में 28 की मौत, 37 घायल

सूडान की राजधानी खार्तूम के दक्षिण में एक ईंधन स्टेशन पर हुई बमबारी में कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई और 37 लोग घायल हो गए। यह जानकारी एक स्वयंसेवी समूह और स्थानीय मीडिया ने दी। रविवार को एक स्थानीय स्वयंसेवी समूह साउथ खार्तूम इमरजेंसी रूम ने बताया कि मायो इलाके के पास नए मार्केट 6 में स्थित अमोनिया ईंधन स्टेशन पर बम गिराया गया। यह बशीर हॉस्पिटल के उत्तर में स्थित है और इससे भारी जान-माल का नुकसान हुआ। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, घायलों में 29 झुलसने के मामले शामिल हैं, जिनमें से 3 गंभीर रूप से झुलसे हैं। इसके अलावा, 8 लोग घायल हुए हैं। घटना के बाद चिकित्सा सेवाएं प्रभावित लोगों की मदद में जुटी हुई हैं। स्वयंसेवी समूह ने घायलों के इलाज के लिए अतिरिक्त चिकित्सा सहायता की अपील की है।

स्थानीय समाचार पोर्टल अल-रकूबा ने भी अमोनिया ईंधन स्टेशन पर हुई बमबारी में 28 लोगों के मारे जाने और 37 के घायल होने की पुष्टि की है। अब तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। मध्य अप्रैल 2023 से सूडान में सूडानी सशस्त्र बलों और रैपिड सपोर्ट फोर्सेस के बीच चल रहे संघर्ष ने देश को विनाशकारी स्थिति में पहुंचा दिया है। इस हिंसा में अब तक 27,120 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 1.4 करोड़ से ज्यादा लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। यह आंकड़े अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने दिए हैं। गौरतलब है कि सूडान में उथल-पुथल की स्थिति के बीच संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) ने शुक्रवार को दक्षिण सूडान में बच्चों की मदद करने के लिए 2025 में 278.2 मिलियन डॉलर की तत्काल अपील जारी की। यूनिसेफ ने दक्षिण सूडान में बिगड़ती स्थिति पर प्रकाश डाला। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने कहा था, "लगभग 9 मिलियन लोग, जिनमें 4.9 मिलियन बच्चे, 2.2 मिलियन महिलाएं और 1.4 मिलियन विकलांग लोग, मानवीय सहायता की आवश्यकता होगी।"

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