देश भर के अलग-अलग हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बेनिया बाग में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं की गिरफ्तारी पर बवाल खड़ा हो गया है। महिलाओं ने यहां पर गुरुवार को प्रदर्शन शुरू किया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
महिलाओं की गिरफ्तारी से नाराज लोग भड़क गए। लोगों ने पुलिस पर पथराव की। बताया जा रहा है कि बेनिया बाग के गांधी चौराहे पर महिलाएं शांतिपूर्ण तरीके से सीएए और एनआरसी के खिलाफ महिलाएं प्रदर्शन कर रही थीं।
Published: 23 Jan 2020, 4:45 PM IST
दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर वाराणसी के बेनियाबाग में भी महिलाओं ने सीएए के खिलाफ शांतिपूर्वक धरना शुरू कर दिया है। महिलाओं के साथ ही उनके बच्चें भी इस धरना प्रदर्शन के दौरान मौजूद थे। धरने पर बैठीं महिलाओं ने सरकार से मांग की कि सीएए और एनआरसी कानून को वापस लिया जाए। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि सीएए हम लोगों को स्वीकार नहीं है। ये मुस्लिम विरोधी कानून है। बीजेपी सरकार देश में मुस्लिमों को रहने नहीं देना चाहती है। विवाद होने के बाद पुलिस ने सख्ती करते हुए सभी को मौके से हटाने के साथ ही प्रदर्शन कर रही मुस्लिम महिलाओं को हिरासत में ले लिया। वहीं सुरक्षा कारणों से महिला पुलिस बल की भी मौके पर तैनाती कर दी गई है।
Published: 23 Jan 2020, 4:45 PM IST
वहीं चेतगंज सीओ अनिल कुमार ने बताया कि धरने की कोई भी परमीशन नहीं लिया गया था। माहौल को खराब करने की कोशिश की गई है। कुछ लोगों को चिन्हित किया गया है।
बता दें कि शाहीन बाग में पिछले महीने से शुरू हुआ प्रदर्शन आज भी जारी है। यहां पर 38 दिन से प्रदर्शन चल रहा है। इतना ही नहीं दिल्ली, कोलकाता और वाराणसी के अलावा सीएए के खिलाफ उत्तर प्रदेश के कई शहरों में प्रदर्शन जारी है।
Published: 23 Jan 2020, 4:45 PM IST
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Published: 23 Jan 2020, 4:45 PM IST