पूर्व वित्त सचिव और वित्त आयोग के वर्तमान सदस्य शक्तिकांत दास को आरबीआई का नया गवर्नर बनाए जाने को लेकर बीजेपी के अंदर ही सवाल उठने लगे हैं। गुजरात के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता जय नारायण व्यास ने शक्तिकांत दास की शैक्षणिक योग्यता का जिक्र करते हुए उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि प्रार्थना करता हूं कि शक्तिकांत दास आरबीआई को भी एक इतिहास ना बना दें। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि उन्हें दास से सहानुभूति है, क्योंकि उनके पास इतिहास की डिग्री है और उन्हें अब इस रिटायरमेंट की उम्र में कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्हें अब आरबीआई को चलाना और इसे नियंत्रित करना होगा और आरबीआई रिजर्व के उपयोग जैसे मुद्दों पर जवाब देना होगा।
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बीजेपी के वरिष्ठ नेता जय नारायण व्यास ने शक्तिकांत दास की क्षमता पर सवाल उठाते हुए कहा कि आरबीआई का प्रबंधन करने के लिए आपको घरेलू और अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का उचित ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं आईएएस अधिकारी दास का सम्मान करता हूं, लेकिन सवाल ये है कि वे बहुत सारी चीजों से थोड़ा-बहुत अवगत होते हैं, पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच स्वीकृति वैसी नहीं होती जो पहले के गवर्नरों की रही है।
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शक्तिकांत दास की आरबीआई गवर्नर के पद पर नियुक्ति को लेकर मोदी सरकार को अपनी ही पार्टी के कई नेताओं के सवालों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा देश के कई बुद्धिजीवी भी दास को आरबीआई की कमान देने पर हतप्रभ हैं और उनकी शैक्षिक योग्यता पर सवाल उठा रहे हैं। शक्तिकांत दास के कॉलेज में उनके जूनियर रहे आईएएस अधिकारी आशिष जोशी ने भी दास की नियुक्ति को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, मेरे सीनियर आरबीआई के गवर्नर बन गए हैं। उन्होंने कॉलेज में इतिहास का अध्ययन किया था। उनकी नियुक्ति से कॉलेज में इतिहास का अध्ययन करने वाले हम में से कई लोग इस बात से उत्साहित हैं, अब इतिहास के छात्र भी इस पद के लिए कोशिश कर सकते हैं।
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बता दें कि कई मुद्दों को लेकर मोदी सरकार से विवाद के बाद उर्जित पटेल ने आरबीआई गवर्नर के पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद मंगलवार को मोदी सरकार ने तमिलनाडु कैडर के 1980 बैच के आईएएस अधिकारी शक्तिकांत दास (61) को रिजर्व बैंक का 25वां गवर्नर नियुक्त करने का आदेश जारी किया था। शक्तिकांत दास ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले में अहम भूमिका निभाई थी और वह इस फैसले के सबसे बड़े समर्थकों में माने जाते हैं।
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